लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को एक जनसभा में विपक्ष और खासकर राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर खुलकर निशाना साधा. चिराग ने तेजस्वी के उस बयान पर तंज कसा, जिसमें उन्होंने जनता से 20 महीने का समय मांगा है और वादा किया है कि वह इतने समय में 20 साल जितना काम कर देंगे.
चिराग ने सवाल उठाते हुए कहा, क्या तेजस्वी यादव उन लोगों की जमीन लौटा देंगे, जिनसे नौकरी के बदले जमीन ली गई थी? आज वे कलम बांट रहे हैं, क्या इसी कलम से वह फिर अपने लिए जमीन नहीं लिखवा लेंगे?
चिराग का विपक्ष पर वार
चिराग ने कहा कि वह 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' के विजन के साथ आगे बढ़ रहे हैं और बिहार को विकास की ऊंचाई पर ले जाना उनका सपना है. उन्होंने कहा कि जब वह बिहार लौटकर सेवा की बात करते हैं तो उन्हें उन्हीं लोगों से विरोध झेलना पड़ता है जिन्होंने 90 के दशक में बिहार को बर्बाद किया.
विपक्ष पर आरक्षण को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर भी चिराग ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, जब तक चिराग पासवान जिंदा है, तब तक आरक्षण को कोई खतरा नहीं है. खतरा उन्हें है जो सिर्फ अपने परिवार का विकास चाहते हैं.'
चिराग ने कहा, 'मेरे विरोधियों ने मेरा घर तोड़ा, मेरा परिवार तोड़ा, लेकिन मैं न टूटा हूं, न झुकूंगा. मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, एक शेर का बेटा हूं. आजमा लो जितनी ताकत आजमानी है.' चिराग पासवान ने कहा, लोग पूछते हैं क्या चिराग पासवान बिहार से चुनाव लड़ेंगे? मैं साफ कहता हूं, मैं बिहार से नहीं, बिहार के लिए चुनाव लड़ूंगा. मैं जहां भी रहूं, अपने गठबंधन के साथियों के लिए भी चिराग पासवान बनकर लड़ूंगा.
चिराग ने यह भी कहा कि उनका सपना है कि बिहार का कोई भी युवा अपने प्रखंड में ही रोजगार पाए और किसी बच्चे को पढ़ाई के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े. उन्होंने भरोसा जताया कि यही सोच है, जिससे विपक्ष डरता है.