प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत और ब्रिटेन के बीच हाल ही में हुई फ्री ट्रेड डील को 'ऐतिहासिक' बताया और कहा कि यह व्यापार समझौता भारत में दुनिया के विश्वास को दर्शाता है. ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत निर्मित इन हथियारों ने सीमा पार सैन्य अभियान के दौरान दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करने में बड़ी भूमिका निभाई और दुश्मनों की नींद उड़ा दी.
प्रधानमंत्री ने यहां 4,900 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण किया तथा तमिलनाडु के विकास के प्रति एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि वह अपने विदेश दौरे को पूरा करने के बाद सीधे तमिलनाडु में आकर धन्य हो गए हैं. इस दौरे के दौरान मालदीव की उनकी यात्रा से पहले भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे.
मोदी ने कहा, 'भारत और ब्रिटेन ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. यह दुनिया के बढ़ते विश्वास और हमारे आत्मविश्वास को दर्शाता है. हम इसी आत्मविश्वास के साथ विकसित भारत और विकसित तमिलनाडु बनाएंगे.' पारंपरिक वेष्टि (धोती), कमीज और गले में अंगवस्त्रम पहने प्रधानमंत्री ने कहा, 'ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) हमारे विकसित भारत, विकसित तमिलनाडु के दृष्टिकोण को गति प्रदान करता है.' मालदीव का अपना आधिकारिक दौरा समाप्त करने के बाद वे सीधे यहां पहुंचे.
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रेलवे औद्योगिक विकास की जीवन रेखा: PM मोदी
एक विकसित भारत और तमिलनाडु का वादा करते हुए उन्होंने कहा, 'बुनियादी ढांचा और ऊर्जा किसी भी राज्य के विकास की रीढ़ हैं; पिछले 11 वर्षों में बुनियादी ढांचे और ऊर्जा पर हमारा ध्यान तमिलनाडु के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.' एनडीए सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में अटल सेतु, सोनमर्ग सुरंग, बोगीबील पुल का निर्माण किया है और इनसे हजारों रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं. रेलवे के संबंध में उन्होंने कहा कि यह औद्योगिक विकास की जीवन रेखा है.
उन्होंने शनिवार को जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया वे तमिलनाडु में हवाई अड्डे, राजमार्ग, रेलवे, बंदरगाह और बिजली से संबंधित हैं. उद्घाटन की गई परियोजनाओं में एक नया अत्याधुनिक तूतीकोरिन हवाई अड्डा टर्मिनल भवन शामिल है, जिसे लगभग 450 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया गया है. जहां तक रेलवे परियोजनाओं का सवाल है, इसमें 99 करोड़ रुपये की लागत से चालू की गई 90 किलोमीटर लंबी मदुरै-बोदिनायक्कनूर लाइन का विद्युतीकरण और 650 करोड़ रुपये की लागत से 21 किलोमीटर लंबे नागरकोइल टाउन-कन्याकुमारी खंड का दोहरीकरण शामिल है.
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पीएम ने किया रेल-सड़क प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने दो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राजमार्ग परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं. पहला एनएच-36 के सेठियाथोप-चोलापुरम खंड का 50 किलोमीटर का 4-लेन में चौड़ीकरण. इसे 2,350 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है. दूसरा एनएच-138 तूतीकोरिन पोर्ट रोड का 5.16 किलोमीटर का 6 लेन में चौड़ीकरण, जिसे लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है. उन्होंने वीओ चिदंबरनार बंदरगाह पर 285 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित 6.96 एमएमटीपीए कार्गो हैंडलिंग क्षमता वाले नॉर्थ कार्गो बर्थ-III का उद्घाटन किया.
इस अवसर पर, उन्होंने क्षेत्र के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानियों- वीओ चिदंबरम पिल्लई, राजा वीरपांडिया कट्टाबोम्मन और सरदार वीरन अजहगु मुथुकोन का आह्वान किया. तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. राज्य के वित्त मंत्री थंगम थेनारासु ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री को चेन्नई के प्रतिष्ठित वल्लुवर कोट्टम की प्रतिकृति, एक स्मृति चिन्ह भेंट किया. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू, केंद्रीय राज्य मंत्री एल मुरुगन, तमिलनाडु समाज कल्याण मंत्री पी गीता जीवन, लोकसभा सांसद कनिमोझी और शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया.
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