13 करोड़ की ड्रग्स तस्करी में पकड़ी गई महिला, जेल जाने पर बोली- यहां तो बेड भी नहीं है, नींद नहीं आती

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ब्रिटेन की रहने वाली 21 साल की सार्लेट मे ली कोलंबो में ड्रग्स तस्करी के आरोप में गिरफ्तार हुई है. जेल जाने के बाद उसने पहली बार सलाखों के पीछे से बात की. उसका कहना है कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है, क्योंकि जब वह बैंकॉक से चली थी तो उसे कोई जानकारी नहीं थी कि उसके सामान में ड्रग्स हैं. 

श्रीलंका के एक हवाई अड्डे पर 1.2 मिलियन पाउंड (करीब 13 करोड़ रुपये) मूल्य के गांजे के साथ पकड़ी गई एक युवा ब्रिटिश महिला पर ड्रग्स तस्कर होने का आरोप लगाया गया है. अब उसे वहां की एक जेल में डाल दिया गया है. साउथ लंदन के कोल्सडन की रहने वाली सार्लेट को थाईलैंड से उड़ान भरने के बाद कोलंबो में गिरफ्तार किया गया था. 

समान के साथ मिला 46 किलो गांजा 
पुलिस को उसके सामान में 46 किलोग्राम कुश मिला, जो सिंथेटिक कैनबिस का एक प्रकार है.सार्लेट ने सलाखों के पीछे जाने के बाद पहली बार मीडिया से बात की. उसका मानना ​​है कि उन्हें फंसाया गया है. वह श्रीलंका के नेगोम्बो जेल में बंद है, जो अपनी सख्ती और कठोर जीवनशैली के लिए जाना जाता है. 

सात दिनों तक नारकोटिक्स ब्यूरो में सोफे पर सोई
मेलऑनलाइन से बात करते हुए सार्लेट ने बताया कि गिरफ्तार किए जाने के बाद सार्लेट को शुरू में सात दिनों तक पुलिस नारकोटिक्स ब्यूरो में रखा गया था. उसने बताया कि उसे एक सोफे पर सोने के लिए मजबूर किया गया था, जिसमें खटमल थे और एक सुरक्षा गार्ड उस पर हर समय नजर रखता था.अब उसे नेगोम्बो जेल में ट्रांसफर कर दिया गया है और उसने वहां की भयानक स्थितियों के बारे में बताया है.

'न बिस्तर है न तकिया'
उसने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि यहां मेरा कोई मानवाधिकार नहीं है. यहां कोई बिस्तर नहीं है, कोई कंबल नहीं है और जहां आप सोते हैं वह एक लंबे गलियारे की तरह है जिसमें बहुत सी अन्य महिलाएं हैं. मैं कंक्रीट के फर्श पर सोती हूं. मेरे पास तकिए के तौर पर सिर्फ़ मेरा जम्पर है. छत पर पंखा है लेकिन वह ठीक से काम नहीं करता और टीवी है लेकिन वह भी मुश्किल से काम करता है. मेरे पास सिर्फ एक जोड़ी कपड़े हैं, बदलने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है और मुझे ADHD की दवा भी नहीं दी जा रही है. वे सिर्फ नींद की गोलियां देते हैं जो आपको पूरी तरह से सुला देती हैं.
 
थाईलैंड में काम कर रही थी सार्लेट
ली ने  बताया कि वह 30 दिन के वीजा पर थाईलैंड में बूज क्रूज पर काम कर रही थीं, जो समाप्त होने वाला था. इसलिए उन्होंने अपने थाई वीजा के रिन्यूअल के दौरान पास के श्रीलंका की यात्रा करने का निर्णय लिया. उसने कहा कि जब मैं वीजा का इंतजार कर रही थी, तो मैंने सोचा था कि मैं श्रीलंका घूमकर आ जाऊंगी. वे लोग जिनके बारे में उसे लगता है कि उन्होंने ड्रग्स रखे थे. मुझसे यहीं मिलने वाले थे. लेकिन अब मैं यहां हूं - इस जेल में फंस गई हूं.

ली की स्थिति के संदर्भ में, विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय के प्रवक्ता ने मिरर को बताया कि हम श्रीलंका में गिरफ्तार की गई ब्रिटिश महिला की सहायता कर रहे हैं और उसके परिवार और स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं.

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