EXCLUSIVE: आतंक पर अचूक वार और खेतों की खुशहाली का वादा, शिवराज बोले- ये नया भारत है

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कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 'आजतक' के साथ विशेष बातचीत के दौरान ऑपरेशन सिंदूर, सेना की वीरता, और किसानों के कल्याण से जुड़े कई अहम मुद्दों पर बात की. इस दौरान उन्होंने देशभक्ति, आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत नीति, और कृषि क्षेत्र में हो रही प्रगति पर विस्तार से चर्चा की.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद कर सकता है, और करेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की नई विदेश नीति और आत्मरक्षा का स्पष्ट संदेश है. उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि "मोदी जी का विरोध करते करते कुछ नेता देश विरोध की भाषा बोलने लगे हैं. ये दुर्भाग्यपूर्ण है."

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ऑपरेशन सिंदूर ने एक साथ अनेक समस्याओं का जवाब दिया. उन्होंने कहा, पाकिस्तान पूरी दुनिया में कहता हमारे यहां कोई आतंकी गतिविधि नहीं होती, दुनिया में झूठ फैलाते थे लेकिन सेना ने हमारी उन्हें दुनिया के सामने एक्सपोज़ किया. पाकिस्तानी सेना जब आतंकी के जनाजे में नमाज पढ़ने जुटी तब दुनिया के सामने पाकिस्तान की पोल खुल गई.सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन सिंदूर के जरिये पाकिस्तान के 100 किलोमीटर अंदर घुसकर हमने आतंकियों का खात्मा किया.'

“पानी और खून साथ नहीं बह सकते”: सिंधु जल संधि पर सख्त रुख
शिवराज चौहान ने सिंधु जल संधि को लेकर सरकार की नई नीति पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि “ये संधि एक ऐतिहासिक भूल थी, जिसमें 80% पानी पाकिस्तान को दे दिया गया, साथ में पैसे भी. अब ये पानी हमारे अपने किसानों के खेतों में जाएगा. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर के किसानों को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि इस संधि के खिलाफ आवाज पहले भी उठी थी, और अब जाकर न्याय हुआ है.

कृषि उत्पादन सुरक्षित, किसान की चिंता हमारी चिंता
चौहान ने भरोसा दिलाया कि देश में कृषि उत्पादन पूरी तरह सुरक्षित है. उन्होंने बताया कि अनाज के भंडार भरे हुए हैं और कृषि की विकास दर लगभग 5% बनी हुई है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री का लक्ष्य है विकसित भारत, जिसके लिए विकसित खेती और समृद्ध किसान जरूरी हैं. कृषि मंत्रालय उसी दिशा में कार्य कर रहा है." 

कृषि मंत्री ने कहा कि गेहूं और धान में भारत ने रिकॉर्ड बनाया है, अब दालों और तिलहनों पर फोकस है. इसके लिए जीनोम तकनीक और नई तकनीकों पर काम किया जा रहा है. 2047 तक विकसित भारत के लिए कृषि क्षेत्र एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान देगा.

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मूंगफली किसान से बातचीत और फसल सुरक्षा का संकल्प
हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में मूंगफली किसान की बर्बाद फसल देखकर शिवराज चौहान ने खुद उस किसान से बात की. उन्होंने कहा कि “किसान की पीड़ा मेरी पीड़ा है. मैंने तुरंत राज्य के मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से बात की और मदद सुनिश्चित करवाई. किसानों की सेवा मेरे लिए भगवान की पूजा है.”

बातचीत के अंत में कृषि मंत्री ने कहा, “एक जवान सीमा पर खड़ा है, दूसरा खेत में. एक देश की रक्षा करता है, दूसरा देश को खिलाता है. दोनों का सम्मान जरूरी है. जय जवान, जय किसान सिर्फ नारा नहीं, हमारी नीति है.”
 

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