इस कश्मीरी क्रिकेटर ने लिया संन्यास, भारत के लिए खेले इतने मैच, शानदार रहा करियर

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भारतीय टीम के खेल चुके परवेज रसूल ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. परवेज जम्मू कश्मीर के ऐसे पहले क्रिकेटर रहे हैं, जिन्होंने भारतीय टीम के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. 36 साल के परवेज दो सालों से जम्मू-कश्मीर की टीम से बाहर थे, जिसके बाद उन्होंने रिटायरमेंट लेने का फैसला किया. कश्मीर के बिजबेहरा में पैदा हुए रखने वाले परवेज अब कोचिंग पर ध्यान केंद्रित करने जा रहे हैं. उन्होंने इसके लिए लेवल-2 कोचिंग सर्टिफिकेट कोर्स भी पूरा कर लिया है.

दाएं हाथ के बॉलिंग ऑलराउंडर परवेज रसूल ने भारतीय टीम के लिए एक वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में भाग लिया. परवेज ने भारत के लिए इकलौता ओडीआई मुकाबला जून 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में खेला था, जिसमें उन्होंने 60 रन देकर दो विकेट झटके थे. वहीं रसूल का एकमात्र टी20 इंटरनेशनल मुकाबला जनवरी 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर में था. उस मुकाबले में रसूल ने 32 रन देकर एक विकेट लिए थे. साथ ही बल्ले से 5 रनों का योगदान दिया था.

परवेज रसूल ने भारत के लिए खेलने का सपना पूरा किया, हालांकि उन्हें ज्यादा चांस नहीं मिले. परवेज का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन लगातार शानदार रहा. परवेज ने 95 फर्स्ट क्लास मैचों में 27.21 की औसत से 352 विकेट झटके. साथ ही 38.95 की औसत से 5648 रन बनाए, जिसमें 16 शतक और 22 अर्धशतक शामिल रहे. परवेज के नाम पर 164 लिस्ट-ए मैचों में 221 विकेट (27.58 औसत) और 3982 रन (33.46 एवरेज) दर्ज हैं. लिस्ट-ए क्रिकेट में परवेज ने 1 शतक और 32 अर्धशतक लगाए.परवेज  71 टी20 मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने 60 विकेट लेने के अलावा 2 अर्धशतकों की मदद से 840 रन बनाए.

परवेज रसूल का IPL में कैसा रहा प्रदर्शन
परवेज रसूल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले पहले कश्मीरी क्रिकेट रहे. परवेज ने आईपीएल में पुणे वॉरियर्स इंडिया (PWI), सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) का प्रतिनिधित्व किया. परवेज ने 11 आईपीएल मैचों में 67.75 के एवरेज से चार विकेट झटके. वहीं उन्होंने 17 रन भी बनाए.

परवेड रसूल ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, 'मैंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. भारत के लिए खेलना मेरे जीवन का सबसे गर्व का पल था. जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य से आकर जो क्रिकेट के लिए ज्यादा जाना नहीं जाता था, मैंने दो बार रणजी ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर के लिए लाला अमरनाथ ट्रॉफी जीती. मैं अपने राज्य से पहला खिलाड़ी बना, जिसने भारत के लिए और आईपीएल में खेला.'

परवेज रसूल ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि अब जम्मू-कश्मीर की टीम काफी मजबूत हो गई है. उनकी कप्तानी में टीम दो बार क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी. पिछले साल जम्मू-कश्मीर ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया. हालांकि उन्हें इस बात का अफसोस है कि वह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल सके.

टेस्ट क्रिकेट ना खेल पाने का मलाल
परवेज रसूल कहते हैं, 'मुझे अफसोस है कि मैं टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाया. खासकर तब, जब मैंने 2013 में बोर्ड प्रेसिडेंट एकादश की ओर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 45 रन देकर 7 विकेट लिए थे. यही किस्मत थी. मैंने पूरी मेहनत की और ईश्वर का शुक्र है कि जम्मू-कश्मीर के लिए मेरा रिकॉर्ड शानदार रहा.' परवेज अब क्रिकेट से संन्यास लेकर कोचिंग करियर की ओर बढ़ रहे हैं. परवेज को उम्मीद है कि आने वाले समय में वे अपने अनुभव से नए खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे.

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