शेयर बाजार (Stock Market) भले ही जोखिम भरा कारोबार हो, लेकिन इसमें कोई न कोई शेयर ऐसा भी निकल जाता है, जो पल में अपने निवेशकों की किस्मत बदल देता है और उसे मालामाल कर देता है. ऐसा ही एक शेयर इन दिनों चर्चा में है, जिसने कमाल करते हुए रॉकेट की रफ्तार पकड़ी है. हालांकि, ये शेयर भारतीय स्टॉक मार्केट में लिस्टेड नहीं है, बल्कि अमेरिकी शेयर बाजार में सूचीबद्ध है. इसका नाम है कोरवीव इंक (CoreWeave Share), जिसकी कीमत में 12 दिनों में 300 फीसदी का जोरदार उछाल आया है और इसके निवेशकों ने ताबड़तोड़ कमाई की है.
2 महीनों में 300% का जोरदार उछाल
CoreWeave एक ऐसा एआई क्लाउड स्टार्टअप है, जो बीते कुछ दिनों से गुमनाम था. इस कंपनी की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग इसी साल मार्च महीने में हुई थी और इसके बाद इसका शेयर लगभग पूरी तरह ध्वस्त सा हो गया था. लेकिन बीते दो महीनों में AI Sector में माइक्रोसॉफ्ट, ओपन एआई, एनवीडिया जैसी कंपनियों के बड़े सौदों का असर CoreWeave Stock पर दिखा और इस 2 महीनों में ही ये स्टॉक 300 फीसदी से ज्यादा उछल गया है और देखते ही देखते इसने अपने निवेशकों को मालामाल बना दिया.
40 डॉलर से 187 डॉलर का हुआ शेयर
AI Stock की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग महज 40 डॉलर प्रति शेयर पर हुई थी और फिर अचानक ये बुरी तरह से फिसला था और 33.52 डॉलर तक टूट गया था. लेकिन फिर एकदम से ये रॉकेट की रफ्तार से दौड़ लगाने लगा और 187 डॉलर पर पहुंचकर ट्रेड करने लगा. हालांकि, बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को CoreWeave Share 159.99 डॉलर पर क्लोज हुआ था. इस उछाल के आधार पर देखें, तो इस अवधि में इस एआई स्टॉक में 299.98 फीसदी का जोरदार उछाल दर्ज किया गया है.
शेयर में आई इस धुआंधार तेजी ने कोरवीव को इस वर्ष का सबसे सफल टेक स्टॉक बना दिया है, जिसका नाम तक शायद कम ही लोगों को पता था, क्योंकि अपनी शुरुआत के बाद ये कंपनी लगभग बंद सी हो गई थी. शेयर ने निवेशकों के साथ CoreWeave के बॉस माइकल इंट्रेटर को तो शेयर के रॉकेट बनने से ताबड़तोड़ फायदा हुआ है और वे देखते ही देखते डबल डिजिट वाले अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं.
CEO से को-फाउंडर्स तक की तगड़ी कमाई
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index) के अनुसार, 56 वर्षीय पूर्व हेज फंड मैनेजर माइकल इंट्रेटर की नेटवर्थ में सिर्फ पिछले 12 दिनों में दोगुने से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है और ये 5 अरब डॉलर से सीधे उछलकर 10 अरब डॉलर के पार निकल गई है. भारतीय रुपयों में देखें, तो 12 दिन में कोरवीव के सीईओ को 42,742 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. कोरवीव की सफलता ने न केवल इसके CEO की किस्मत को चमकाया है, बल्कि इसके को-फाउंडर्स की भी दौलत में तगड़ा इजाफा किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीफ स्ट्रेटजी ऑफिसर ब्रायन वेन्टुरो की संपत्ति अब 6.4 अरब डॉलर हो गई है, जबकि कंपनी के चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर ब्रैनिन मैकबी की कुल नेटवर्थ 4.7 अरब डॉलर हो गई है.
कंपनी के बॉस को था भरोसा
CEO Michael Intrator को अपनी कंपनी पर भरोसा था, जो कम समय में ही सच साबित हुआ है. धीमी शुरुआत के बावजूद इंट्रेटर को हमेशा लगता था कि कोरवीव और उसमें उसकी हिस्सेदारी बड़ा लाभ देगी. उन्होंने फॉर्च्यून को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि, 'मुझे वास्तव में इसकी परवाह नहीं है कि आज या कल या परसों यह कहां होगा, लेकिन मैं मानता हूं कि हमारे पास जो बिजनेस मॉडल है, हमारे पास जो सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस हैं, इसके मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन की जो क्षमता है और हमारे सामने जो डिमांड है, वह समय के साथ हमारे ग्राहकों के लिए बहुत बड़ा मूल्य लाएगी.'