आगरा विकास भवन में आयोजित किसान बैठक अफसरों की गैरहाजिरी से हंगामेदार हो गई. कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य बैठक में पहुंचीं तो कोई अधिकारी मौजूद नहीं था. नाराज मंत्री ने बैठक स्थगित कर दी और कहा कि मुख्यमंत्री को रिपोर्ट भेजेंगी. साथ ही किसान नाराज हो गए और आगरा प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए.
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बैठक को तुरंत स्थगित कर दिया गया.(Photo: Arvind Sharma/ITG)
उत्तर प्रदेश के आगरा में सोमवार को विकास भवन में आयोजित किसान बैठक अफसरों की लापरवाही के चलते हंगामेदार हो गई. दरअसल, कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य बैठक लेने पहुंचीं, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि 12 बजे तक एक भी अधिकारी मौजूद नहीं था. इस पर मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताते हुए बैठक को तुरंत स्थगित कर दिया.
मंत्री बेबी रानी मौर्य ने स्पष्ट कहा कि अधिकारियों की गैरहाजिरी किसानों के मुद्दों की अनदेखी है. उन्होंने कहा, यह बेहद गंभीर है. यहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं है. कोई किसानों की समस्याओं को सुनना ही नहीं चाहता. मैं इस पूरे मामले को मुख्यमंत्री को लिखित रूप से भेजूंगी.
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बैठक रद्द होने से किसानों में आक्रोश फैल गया. गुस्साए किसानों ने विकास भवन परिसर में 'आगरा प्रशासन मुर्दाबाद' के नारे लगाए. इस दौरान किसानों ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के गंभीर आरोप भी लगाए.
धरना, अनशन और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की चेतावनी
किसान नेता श्यामसिंह चाहर ने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे धरना, अनशन और बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे. इस घटनाक्रम से प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं.
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