छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली मोर्चे पर सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. एक संयुक्त अभियान के दौरान चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस के अनुसार इन नक्सलियों के सिर पर कुल 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था. गिरफ्तार नक्सलियों में सबसे कम उम्र की 19 वर्षीय हेमला भारती उर्फ जोगी शामिल है, जो प्लाटून नंबर 10 से जुड़ी हुई थी.
हेमला भारती के सिर पर 2 लाख रुपए का इनाम था. इसके अलावा जोगी मिद्यम (22), देवा हेमला (28) और डोडी हीरे उर्फ शांति (25) पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित था. इनको बासागुड़ा थाना क्षेत्र के पुतकेल और पोलमपल्ली गांव से पकड़ा गया है. यह कार्रवाई जिला रिजर्व गार्ड, सीआरपीएफ की 229वीं बटालियन, कोबरा की 210वीं बटालियन और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दी.
इस अभियान के दौरान गिरफ्तार नक्सलियों के पास से विस्फोटक सामग्री, बिजली और कॉर्डेक्स तार, बैटरियां, खुदाई के औजार और माओवादी प्रचार साहित्य बरामद किया गया. सभी नक्सलियों के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. दूसरी तरफ बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र में एक और बड़ी बरामदगी हुई. डीआरजी और सीआरपीएफ की टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी.
उन्हें चेरपाल-पेद्दाकोरमा मार्ग पर संदिग्ध तार दिखाई दिया. तलाशी लेने पर वहां लगभग 10 किलो विस्फोटक से भरा स्टील का टिफिन और करीब 3 किलो का बैरल ग्रेनेड लॉन्चर गोला मिला. बम निरोधक दस्ते ने मौके पर ही टिफिन बम और ग्रेनेड गोले को निष्क्रिय कर दिया. इससे एक बड़ा हादसा टल गया. नक्सली सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की तैयारी में थे, लेकिन समय रहते पूरी साजिश नाकाम कर दी गई.
सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई ने न केवल नक्सलियों की कमर तोड़ी है, बल्कि जंगल में छिपे उनके नेटवर्क को भी बड़ा झटका दिया है. अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि गिरफ्तार नक्सली हाल के किस-किस हमले में शामिल रहे हैं. इनके अन्य नेटवर्क तक कैसे पहुंचा जाए. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर पिछले कुछ समय से नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान लगातार जारी है.
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