चार्ली कर्क कौन थे जिसकी हत्या पर अमेरिका में मच गया बवाल, ट्रंप से क्या था कनेक्शन?

4 hours ago 1

अमेरिका की यूटा यूनिवर्सिटी में छात्रों की भारी भीड़ के बीच कंजरवेटिव एक्टिविस्ट और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी दोस्त चार्ली कर्क (Charlie Kirk) की हत्या कर दी गई. जिस समय उन्हें गोली मारी गई, वह कैंपस के भीतर एक पोडियम से छात्रों को संबोधित कर रहे थे कि तभी एक गोली आकर उनके गले पर लगी. 

चार्ली कर्क The American Comeback Tour के तहत कई राज्यों में जा-जाकर छात्रों को संबोधित कर रहे थे. इसी टूर के तहत वह यूटा यूनिवर्सिटी में छात्रों के बीच पहुंचे थे. वह ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन के कट्टर समर्थक हैं और 2024 राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को युवाओं का वोट दिलाने में उनकी अहम भूमिका रही. 

रिपोर्ट के मुताबिक, चार्ली  कर्क को बुधवार दोपहर 12 बजे के आसपास गोली मारी गई. उनके एक ही गोली मारी गई, जो उनके गले पर लगी, जिसके बाद उन्होंने दम तोड़ दिया. 

रिपोर्ट के मुताबिक,  यूटा यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले भारतीय छात्र समीर मैसी अपने आईफोन में चार्ली कर्क के भाषण को रिकॉर्ड कर रहे थे, तभी उन्हें गोली मारी गई. समीर ने इसका वीडियो फेसबुक पर पोस्ट करते हुए कहा कि मैंने टेबल पर उनका खून देखा. उन्हें गोली लगते देखा. लोगों को अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए देखा. यह सब डरावना था.

दोस्त की हत्या से दुखी हैं ट्रंप

राष्ट्रपति ट्रंप अपने दोस्त चार्ली की हत्या से दुखी हैं. उन्होंने इस घटना के लिए रेडिकल लेफ्ट को जिम्मेदार ठहराया है. ट्रंप ने वीडियो मैसेज शेयर कर कर्क की हत्या को जघन्य अपराध और अमेरिका के लिए ब्लैक डे बताते हुए कहा कि कर्क सच्चे देशभक्ते थे, जो युवाओं के बीच लोकप्रिय थे और खुले दृष्टिकोण के साथ बहस करते थे. 

उन्होंने कहा कि चार्ली ने लाखों लोगों को प्रेरित किया और जो लोग उन्हें जानते थे और प्यार करते थे. वे सभी सदमें में हैं. ट्रंप ने कर्क की हत्या के लिए रेडिकल लेफ्ट (Radical Left) की बयानबाजी को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि वर्षों से, रेडिकल लेफ्ट ने चार्ली जैसे शानदार अमेरिकियों की तुलना नाजियों और दुनिया के सबसे खराब हत्यारों और अपराधियों से की है. इस तरह की बयानबाजी आज हमारे देश में दिख रही आतंकवाद के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है और इसे अभी रोकना होगा. 

शूटर को अमेरिका में डॉर टू डॉर ढूंढा जा रहा 

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने दोस्त की हत्या से बेहद दुखी हैं. उन्होंने शूटर को पकड़ने के लिए जमीन और आसमान एक कर देने की बात कही है. इसके लिए डॉर टू डॉर तलाशी अभियान भी शुरू किया गया है लेकिन अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है. इससे पहले एक संदिग्ध को जरूर पुलिस ने डिटेन किया था, जिससे पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया. 

राष्ट्रपति ट्रंप ने कर्क के सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज को रविवार तक के लिए आधा झुकाने का ऐलान किया.

कौन थे चार्ली कर्क और क्या है विवादों से नाता?

चार्ली कर्क टर्निंग पॉइंट यूएसए (TPUSA) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे. यह एक छात्र संगठन है जिसका मकसद लिबरल अमेरिकी कॉलेजों में कंजर्वेटिव विचारधारा का प्रचार-प्रसार करना है. वह 32 साल के थे और ट्रंप के करीबियों में से एक थे. वह अमेरिका के सबसे हाई प्रोफाइल कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट और मीडिया पर्सनैलिटीज में से एक थे।.

कर्क के पिता आर्किटेक्ट थे. उन्होंने शिकागो के एक कॉलेज से पढ़ाई की लेकिन राजनीति में आने के लिए पढ़ाई छोड़ दी. कर्क ने 2020 में 'The Maga Doctrine' किताब लिखी थी, जिसमें ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' का भी जिक्र था. चार्ली और उनकी टीम ने पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप और रिपब्लिकन उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने में भी अहम भूमिका निभाई थी. 

कर्क अपने विवादित बयानबाजी के लिए हमेशा चर्चा में रहते थे. उनके धुर दक्षिणपंथी विचारों की वजह से वह हमेशा लिबरल्स के निशाने पर रहते थे. वह स्लेवरी से लेकर गर्भपात, महिला विरोधी बयानों और रंगभेद पर की गई अपनी टिप्पणियों की वजह से विवादित थे.

उनका पॉडकास्ट The Charlie Kirk Show  मोस्ट कॉन्ट्रोवर्शियल पॉडकास्ट में से एक माना जाता था. उनके बयान नस्लवाद, जेंडर, आप्रवासन, LGBTQ+ अधिकार, गर्भपात, COVID-19 वैक्सीन और ऐतिहासिक मुद्दों जैसे गुलामी और सिविल राइट्स पर केंद्रित थीं. 

कर्क ने मार्च 2024 में कर्क ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था The 'Great Replacement' is not a theory, it's a reality. इस पोस्ट के साथ उन्होंने दावा किया था कि श्वेतों की आबादी को जानबूझकर अश्वेत आप्रवासियों से बदला जा रहा है. कर्क ने इसे बार-बार दोहराया, जिससे उन पर नस्लवादी होने का आरोप लगे.

कर्क ने 1964 के सिविल राइट्स एक्ट की आलोचना की, जिसने नस्लीय भेदभाव को समाप्त किया था. उन्होंने इसे अतिरिक्त सरकारी हस्तक्षेप  बताया. साथ ही, मार्टिन लूथर किंग जूनियर को संघीयता का विरोधी कहकर सवाल उठाए थे. इन बयानों को गुलामी के ऐतिहासिक प्रभावों को कमतर करने और नस्लीय समानता के आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश माना गया.

उन्होंने अपने पॉडकास्ट पर एक ऐसे गेस्ट को आमंत्रित किया, जिसने गुलामी को सभ्यता का हिस्सा बताया था. इसके साथ ही उन्होंने Turning Point Faith इवेंट में कहा कि बर्थ कंट्रोल महिलाओं को गुस्सैल बना देता है, इसलिए इसकी इजाजत नहीं देनी चाहिए. साथ  ही वह हमेशा महिला विरोधी टिप्पणियां किया करते थे. उनका पूरा जीवन विवादित टिप्णियों से भरा हुआ है.

---- समाप्त ----

Read Entire Article