जुबली हिल्स उपचुनाव: ओवैसी का कांग्रेस प्रत्याशी को सपोर्ट, नवीन के समर्थन में मांगे वोट

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तेलंगाना के जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने बड़ा राजनीतिक फैसला लेते हुए कांग्रेस प्रत्याशी नवीन यादव को अपना समर्थन घोषित कर दिया है. AIMIM प्रमुख जुबली हिल्स उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेंगे. उन्होंने कहा कि 2028 में जब विधानसभा चुनाव होंगे, तब आप देखेंगे कि AIMIM क्या करेगी. जुबली हिल्स में क्या करें."

असदुद्दीन ओवैसी ने जुबली हिल्स सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन का ऐलान करते हुए कहा, जुबली हिल्स में उपचुनाव होने वाले हैं. रेवंत रेड्डी राज्य के मुख्यमंत्री हैं. इस उपचुनाव से न तो सरकार बनेगी और न ही सरकार बदलेगी. दूसरी बात, जुबली हिल्स की जनता ने बीआरएस के पूर्व विधायक को 10 साल दिए, लेकिन उन्होंने इसका कोई फायदा नहीं मिला.

10 साल में नहीं हुआ विकास

उन्होंने दावा किया कि जुबली हिल्स के किसी भी वार्ड में कोई विकास नहीं हुआ. तीसरी बात, वहां विकास के मुद्दे पर ही वोटिंग होनी चाहिए. AIMIM जुबली हिल्स से कोई उम्मीदवार नहीं उतार रही है. हम जुबली हिल्स के लोगों से अपील करते हैं कि वे युवा नेता नवीन यादव (कांग्रेस उम्मीदवार) को वोट दें, ताकि वह जुबली हिल्स में विकास ला सकें. यह पार्टी का फैसला है...

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मौजूदा सरकार कम से कम 2.5-3 साल सत्ता में रहेगी और इस उपचुनाव से कोई बदलाव नहीं होने वाला है. 2028 में जब विधानसभा चुनाव होंगे, तब आप देखेंगे कि AIMIM क्या करेगी. जुबली हिल्स में क्या करें...

ओवैसी ने स्पष्ट किया कि AIMIM इस सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी. ये बयान 17 अक्टूबर 2025 को शैकपेट क्षेत्र के दौरे के दौरान आया, जहां उन्होंने नवीन यादव से मुलाकात की.

11 नवंबर को होगा उपचुनाव

जुबली हिल्स विधानसभा सीट 2023 के विधानसभा चुनावों में BRS के मगंती गोपीनाथ ने जीती थी, लेकिन उनकी निधन के बाद ये सीट खाली हो गई थी, जिस पर 11 नवंबर को उपचुनाव होगा.

2014 में AIMIM के टिकट पर लड़ा था चुनाव

BRS ने इस सीट से गोपीनाथ की पत्नी सुनीता को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने नवीन यादव को मैदान में उतारा है. नवीन यादव 2014 में AIMIM के टिकट पर इसी सीट से चुनाव लड़े थे, जहां वे BRS के गोपीनाथ से 9,242 वोटों से हार गए थे.

इसके बाद वह 2023 में कांग्रेस में शामिल हो गए, लेकिन पार्टी ने मोहम्मद अजहरुद्दीन को टिकट दिया था, जो 16,337 वोटों से हार गए. BJP के एल. दीपक रेड्डी तीसरे स्थान पर रहे थे. ओवैसी ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में BRS के वोट BJP में ट्रांसफर हो गए, जिससे AIMIM ने BJP के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला लिया.

वहीं, AIMIM के इस फैसले ने मुस्लिम समुदाय के एक वर्ग में नाराजगी पैदा कर दी है. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने ओवैसी पर U-टर्न का आरोप लगाया है.

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