नेपाल के धनगढ़ी में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया है. चार बार नेपाल के प्रधानमंत्री रहे शेर बहादुर देउवा और मौजूदा विदेश मंत्री आरजू देउवा के घर को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया. इस पूरे घटनाक्रम के बाद जब आजतक की टीम मौके पर पहुंची तो न सिर्फ घर के जले हुए अवशेष दिखाई दिए बल्कि पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा था.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने सबसे पहले देउवा के घर के बाहर दीवारों पर नारे लिखे. इसके बाद भीड़ के उग्र तत्वों ने घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी. गुस्साई भीड़ ने देखते ही देखते घर को आग लगा दी. आग की लपटों ने पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया और देखते ही देखते फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान और अन्य चीजें जलकर खाक हो गईं.
जब आजतक की टीम धनगढ़ी पहुंची, तो सड़कों पर गहरा सन्नाटा नजर आया. सभी दुकानें और बाजार बंद थे, सिर्फ इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई दे रहे थे. देउवा के घर के अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था.
चारों ओर जली हुई कुर्सियां, बिखरे गमले, टूटी खिड़कियां, फर्श पर बिखरा सामान, जला हुआ फ्रिज और एसी- सबकुछ इस बात की गवाही दे रहा था कि भीड़ ने किस तरह से गुस्से का इजहार किया.
नेपाल में तनाव का माहौल
इस घटना के बाद नेपाल में तनाव का माहौल है. प्रदर्शनकारियों की नाराजगी किस मुद्दे को लेकर है, इस पर अभी स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है, लेकिन इतना साफ है कि उनका गुस्सा सीधे पूर्व प्रधानमंत्री देउवा और उनकी पार्टी के खिलाफ फूटा. सुरक्षा एजेंसियों ने हालात को काबू करने के लिए इलाके में तैनाती बढ़ा दी है.
धनगढ़ी में पसरा सन्नाटा
धनगढ़ी, जो आम दिनों में रौनक से भरा रहता है, फिलहाल पूरी तरह बंद नजर आ रहा है. घर और बाजार दोनों ही वीरान दिखे. यह स्थिति बताती है कि विरोध प्रदर्शन ने स्थानीय लोगों को गहरे स्तर पर प्रभावित किया है.
नेपाल के राजनीतिक हालात इस घटना के बाद और भी अस्थिर हो सकते हैं. पूर्व प्रधानमंत्री के घर पर हमला देश के लोकतांत्रिक ढांचे और कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है. फिलहाल प्रशासन जांच कर रहा है.
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