नेपाल में Gen Z आंदोलनकारियों ने सड़कों पर अब विक्ट्री परेड निकालते देखे जा रहे हैं. इस आंदोलन से पूरे देश में सियासी उथल-पुथल मची हुई है. वहां के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है. इसे आंदोलनकारी अपनी जीत मान रहे हैं. इसके साथ ही काठमांडू में सड़कों पर नेपाल पुलिस की दंगा कंट्रोल गाड़ी पर चढ़े आंदोलनकारी विक्ट्री मार्च निकालते देखे गए. (Photo-ITG/Amit Bhardwaj)
पिछले कुछ दिनों से नेपाल के युवा वहां की सरकार के खिलाफ सड़कों पर हैं. उनके आंदोलन ने उस वक्त हिंसक रूप अख्तियार कर लिया, जब विरोध प्रदर्शन को काबू करने के लिए पुलिस ने जगह-जगह गोलियां चलाई और कई प्रदर्शनकारी मारे गए. इसके बाद आंदोलन बेकाबू हो गया. (Photo-ITG/Amit Bhardwaj)
आंदोलनकारियों ने संसद भवन में आग लगा दी. सुप्रीम कोर्ट में घुस गए. पुलिस चौकियों पर हमला कर दिया. सांसदों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. कई सरकारी भवनों में आगजनी के मामले सामने आए. प्रदर्शनकारियों की एक ही मांग थी कि ओली प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे और मौजूदा सरकार को सत्ता से हटाया जाए.(Photo-ITG/Amit Bhardwaj)
आंदोलन की व्यापकता और भयावहता को देखते हुए एक के बाद एक कई सांसदों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया. फिर भी आंदोलनकारियों का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा था. इसी बीच इस आंदोलन का चेहरा बनकर उभरे काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने भी युवाओं को अपना मकसद पूरा होने तक आंदोलन करने की बात कही. (Photo-ITG/Amit Bhardwaj)
मंगलवार को जब आंदोलनकारियों ने संसद भवन को घेरकर उसमें आग लगा दी. तब हालात हाथ से काबू होता देख शीर्ष नेता अपने पद से इस्तीफा देने लगे और सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा. इसके साथ ही अंतत: प्रधानमंत्री ने भी अपना इस्तीफा दे दिया. इसी मांग पर आंदोलनकारी अड़े हुए थे और अब नेपाल की राजधानी काठमांडू की सड़कों पर वो विक्ट्री परेड निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं. (Photo-ITG/Amit Bhardwaj)