यूपी के बिजनौर में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने हड़कंप मचा दिया है. इस वीडियो में एक युवक खुलेआम आपत्तिजनक बातें करते हुए लोगों से जिहाद के रास्ते पर चलने की अपील करता नजर आ रहा है. वायरल होते ही यह वीडियो चर्चा का विषय बन गया और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के अनुसार, यह वीडियो बिजनौर जिले के चांदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कमालपुर निवासी नौमान का है. वीडियो में आरोपी नौमान कहता नजर आ रहा है कि "अब हमें सबसे पहले जरुरत है जिहाद की." उसने अपने संदेश में जिहाद की परिभाषा बताते हुए कहा कि "जिहाद का मतलब है अल्लाह के रास्तों में निकलना और लोगों को दीन के रास्ते पर लाना." यही नहीं, युवक ने इस वीडियो में साफ शब्दों में कहा – "अब हमें सबसे ज्यादा जिहाद की जरूरत है." इस तरह के बयान को आपत्तिजनक मानते हुए पुलिस ने त्वरित संज्ञान लिया.
बिजनौर पुलिस के प्रेस नोट के मुताबिक, 25 अगस्त 2025 को उपनिरीक्षक सुभाष चौधरी ने थाना चांदपुर में तहरीर दी थी कि नौमान नाम का युवक अपने मोबाइल फोन से सोशल मीडिया पर ऐसा वीडियो अपलोड कर रहा है, जो न केवल धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला है, बल्कि समाज में गलत संदेश फैलाने वाला भी है. इस तहरीर के आधार पर थाना चांदपुर पुलिस ने मु0अ0सं0 464/2025 धारा 299/353(3) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया.
पुलिस ने तेजी दिखाते हुए उसी दिन अभियुक्त की तलाश शुरू की और उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल उसने वीडियो बनाने और सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के लिए किया था. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर आवश्यक कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है.
गिरफ्तार युवक की पहचान नौमान पुत्र तौफीक अहमद के रूप में हुई है. नौमान ग्राम कमालपुर, थाना चांदपुर का निवासी है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के खिलाफ दर्ज मामले की गहन जांच की जा रही है और यह भी जांचा जा रहा है कि कहीं आरोपी ने इस तरह के अन्य वीडियो भी सोशल मीडिया पर तो अपलोड नहीं किए हैं.
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर स्थानीय लोगों में भी खासी चर्चा है. एक ओर जहां कई लोगों ने ऐसे वीडियो को समाज में वैमनस्य फैलाने वाला बताया है, वहीं पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी हाल में इस तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अधिकारी लगातार सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी भड़काऊ कंटेंट को तुरंत चिन्हित कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
अधिकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री साझा करना गंभीर अपराध है. इससे न केवल कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है, बल्कि साम्प्रदायिक सद्भाव पर भी प्रतिकूल असर पड़ सकता है. यही कारण है कि प्रशासन ने इस मामले को लेकर तेजी से कदम उठाया और आरोपी को हिरासत में लिया.
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