बिजनौर में कांवड़ यात्रा पर मंडरा रहा गुलदार के हमले का खतरा, प्रशासन ने शुरू की निगरानी

2 days ago 2

बिजनौर में 300 से अधिक गुलदारों की मौजूदगी से कांवड़ यात्रा पर खतरा मंडरा रहा है. गुलदारों के हमले में अब तक 29 लोगों की जान जा चुकी है. प्रशासन ने ड्रोन निगरानी, वन विभाग की पेट्रोलिंग और चेतावनी बोर्ड लगाकर यात्रियों की सुरक्षा के इंतजाम शुरू कर दिए हैं. वहीं, कांवड़ यात्रियों को समूह में चलने की सलाह दी गई है.

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प्रतीकात्मक फोटो. (Meta AI)

प्रतीकात्मक फोटो. (Meta AI)

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद में कांवड़ यात्रा से पहले गुलदारों का खतरा गहराने लगा है. इलाके में 300 से अधिक गुलदार सक्रिय हैं, जो अब तक 29 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. वहीं, सैकड़ों अन्य को घायल कर चुके हैं. गुलदार खेतों और सड़कों के किनारे खुलेआम घूमते नजर आ रहे हैं, जिससे आम नागरिकों के साथ-साथ कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा को भी गंभीर चुनौती उत्पन्न हो गई है.

दरअसल, हर साल हरिद्वार से लाखों की संख्या में कांवड़ यात्री रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, बरेली, काशीपुर और शाहजहांपुर जैसे जिलों के लिए बिजनौर होते हुए निकलते हैं. यही कारण है कि गुलदार के बढ़ते हमलों को देखते हुए प्रशासन ने समय रहते सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है.

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प्रशासन और वन विभाग ने मिलकर गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी शुरू कर दी है. सड़कों के किनारे और खेतों में वन विभाग की पेट्रोलिंग टीमें लगातार गश्त कर रही हैं. इसके अलावा यात्रियों को जागरूक करने के लिए साइन बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं, जिन पर लिखा है- 'यह क्षेत्र गुलदार प्रभावित है, कृपया समूह में चलें.'

मामले में DM ने कही ये बात

बिजनौर की डीएम जसजीत कौर ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान वन विभाग और राजस्व विभाग की टीमें सक्रिय रहेंगी और सड़कों के किनारे तैनात रहकर गुलदारों की गतिविधियों पर नजर रखेंगी. किसी भी आपात स्थिति में ये टीमें तुरंत लोगों को सतर्क करेंगी. यह कदम कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं.

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