इजरायल और ईरान के बीच हालिया तनाव ने दुनिया का ध्यान खींचा है. 13 जून, 2025 को शुरू हुए "ऑपरेशन राइजिंग लायन" में इजरायल ने ईरान के परमाणु, सैन्य और तेल-गैस ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए. जवाब में, ईरान ने इजरायल पर 100 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे. दोनों देशों ने अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया, जिसमें मिसाइलें, ड्रोन, हाइपरसोनिक हथियार और लड़ाकू विमान शामिल हैं. आइए, इन हथियारों और उनकी विशेषताओं को समझते हैं...
इजरायल के हथियार
इजरायल के पास दुनिया की सबसे उन्नत सैन्य तकनीक है, जिसमें अमेरिका से मिले हथियार और खुद विकसित रक्षा प्रणालियां शामिल हैं. नीचे इजरायल के प्रमुख हथियारों की सूची और उनकी विशेषताएं दी गई हैं...
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1. लड़ाकू विमान (Fighter Jets)
F-35I "अदिर" (Adir)
विशेषताएं: यह लॉकहीड मार्टिन का स्टेल्थ (रडार से बचने वाला) विमान है. इसकी गति लगभग 1,975 किमी/घंटा है. यह 2200 किमी तक बिना ईंधन भरे उड़ सकता है. इसमें पायथन और डर्बी मिसाइलें, लेजर-निर्देशित बम और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल टारगेटिंग सिस्टम (EOTS) हैं. पायलट का हेलमेट 360 डिग्री दृश्य और टारगेट की जानकारी देता है.
उपयोग: इजरायल ने इन विमानों का इस्तेमाल ईरान के ठिकानों पर सटीक हमले करने के लिए किया. यह 2018 से युद्ध में सक्रिय है. हूती ड्रोन व मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है.
कीमत: लगभग 9 अरब रुपये प्रति विमान.
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F-15I "राम" (Ra’am)
विशेषताएं: बोइंग के F-15E स्ट्राइक ईगल का इजरायली संस्करण. यह 3500 किमी तक उड़ सकता है. 11 टन हथियार ले जा सकता है. इसकी गति 3000 किमी/घंटा है. इसमें JDAM (जॉइंट डायरेक्ट अटैक मुनिशन) बम और AMRAAM मिसाइलें हैं.
उपयोग: लंबी दूरी के हमलों और हवाई रक्षा में उपयोगी. ईरान पर हमले में इसका इस्तेमाल हुआ.
F-16I "सूफा" (Sufa)
विशेषताएं: लॉकहीड मार्टिन का मल्टी-रोल विमान. गति 2400 किमी/घंटा. रेंज 3200 किमी. यह GBU-39 स्मॉल डायमीटर बम और स्पाइक मिसाइलें ले जा सकता है.
उपयोग: ईरान के ठिकानों पर सटीक हमले और ड्रोन नष्ट करने में इस्तेमाल.
2. मिसाइलें (Missiles)
जेरिको-3 (Jericho-3)
विशेषताएं: यह इजरायल की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है. रेंज 4800–6500 किमी तक 1000 किग्रा तक विस्फोटक ले जा सकती है. यह परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है (हालांकि इजरायल ने परमाणु हथियारों की पुष्टि नहीं की). ईरान जैसे दूर के लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए.
स्पाइक (Spike)
विशेषताएं: यह प्रिसिजन-गाइडेड एंटी-टैंक मिसाइल है. नॉन-लाइन-ऑफ-साइट (NLOS) संस्करण 30 किमी तक मार कर सकता है. यह "फायर एंड फॉरगेट" मोड में काम करता है. ईरान में मोसाद ने इसका इस्तेमाल हवाई रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने के लिए किया.
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GBU-39/B स्लिम बम
विशेषताएं: छोटा, सटीक बम, जो F-16 और F-35 से दागा जाता है. रेंज 110 किमी, 130 किग्रा वजन. ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले में इस्तेमाल.
3. ड्रोन (Drones)
हेरॉन (Heron)
विशेषताएं: इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज का निगरानी ड्रोन. 52 घंटे तक उड़ सकता है, 10000 मीटर ऊंचाई तक जाता है. यह मिसाइलें और सेंसर ले जा सकता है. ईरान में खुफिया जानकारी जुटाने और हमलों के लिए.
विस्फोटक ड्रोन
विशेषताएं: छोटे, सस्ते ड्रोन जो विस्फोटक ले जाते हैं. इन्हें मोसाद ने ईरान में हवाई रक्षा प्रणालियों पर हमले के लिए इस्तेमाल किया.
4. रक्षा प्रणालियां (Defense Systems)
आयरन डोम (Iron Dome)
विशेषताएं: छोटी दूरी की मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट करने की प्रणाली. 70 किमी तक की रेंज, 20 इंटरसेप्टर मिसाइलें प्रति लॉन्चर. यह रडार से खतरे का पता लगाता है. केवल खतरनाक प्रोजेक्टाइल को नष्ट करता है. ईरान के ड्रोन और मिसाइलों को रोकने में 99% सफलता.
डेविड्स स्लिंग (David’s Sling)
विशेषताएं: मध्यम दूरी (40–300 किमी) की मिसाइलों, ड्रोन और विमानों को नष्ट करता है. राफेल और रेथियॉन द्वारा विकसित. ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सहायक.
एरो-2 और एरो-3 (Arrow-2 & Arrow-3)
विशेषताएं: लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को वायुमंडल के बाहर (एक्सो-एटमॉस्फेरिक) और भीतर नष्ट करता है. एरो-3 की रेंज 2,400 किमी तक है. ईरान की हाइपरसोनिक मिसाइलों को रोकने के लिए.
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ईरान के हथियार
ईरान ने 1980 के दशक से अपनी सैन्य तकनीक विकसित की है, खासकर मिसाइलों और ड्रोन में. उसके हथियार रूस, चीन और उत्तर कोरिया की तकनीक पर आधारित हैं. नीचे प्रमुख हथियारों की सूची और उनकी विशेषताएं हैं...
1. मिसाइलें (Missiles)
फतह-1 (Fattah-1)
विशेषताएं: ईरान की पहली हाइपरसोनिक मिसाइल. गति 15000–18500 किमी/घंटा. रेंज 1400 किमी. यह वायुमंडल के अंदर और बाहर पैंतरेबाजी कर सकती है, जिससे रक्षा प्रणालियों को चकमा देना आसान होता है.
उपयोग: इजरायल पर हमले में इस्तेमाल, हालांकि IDF ने दावा किया कि कोई हाइपरसोनिक मिसाइल नहीं थी.
फतह-2 (Fattah-2)
विशेषताएं: फतह-1 का उन्नत संस्करण. रेंज 1500 किमी, हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल के साथ. यह रक्षा प्रणालियों को चकमा देने में और सक्षम है.
उपयोग: अभी युद्ध में इस्तेमाल नहीं हुआ, लेकिन भविष्य में खतरा.
खोरमशहर-4 (Kheibar)
विशेषताएं: लिक्विड-फ्यूल बैलिस्टिक मिसाइल. रेंज 2000 किमी. 1500 किग्रा विस्फोटक ले जा सकती है. इजरायल के ठिकानों को निशाना बनाने की क्षमता.
इमाद (Emad) और कद्र (Qadr)
विशेषताएं: मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें. गति 7402 km/घंटा). रेंज 1700–2000 किमी. 1 अक्टूबर, 2024 और 13 जून, 2025 को इजरायल पर हमले में इस्तेमाल.
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कासेम बासिर (Qasem Basir)
विशेषताएं: सॉलिड-फ्यूल मिसाइल. रेंज 1200 किमी. अमेरिकी पैट्रियट प्रणाली को चकमा देने के लिए डिज़ाइन. हालिया हमलों में संभावित इस्तेमाल.
2. ड्रोन (Drones)
शाहेद-136 (Shahed-136)
विशेषताएं: आत्मघाती ड्रोन, रेंज 2000 किमी, 50 किग्रा विस्फोटक. यह धीमा (200 किमी/घंटा) लेकिन सस्ता और रडार से बचने में सक्षम है. इजरायल और लाल सागर में जहाजों पर हमले में इस्तेमाल. रूस ने यूक्रेन युद्ध में भी इसका उपयोग किया.
अरश (Arash)
विशेषताएं: आत्मघाती और एंटी-रडार ड्रोन. पोर्टेबल लॉन्चर के साथ. इजरायल की रडार प्रणालियों को निशाना बनाने के लिए.
गाजा (Gaza)
विशेषताएं: बड़ा ड्रोन, 2000 किमी रेंज, 35 घंटे उड़ान, 500 किग्रा पेलोड, 13 बम ले जा सकता है. लंबी दूरी के हमले और निगरानी के लिए.
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3. हवाई रक्षा प्रणालियां (Air Defense Systems)
बावर-373 (Bavar-373)
विशेषताएं: रूसी S-300/S-400 जैसी प्रणाली. सय्यद-4 मिसाइलों के साथ, जो स्टेल्थ विमान जैसे F-35 को नष्ट कर सकती हैं. लंबी दूरी और उच्च ऊंचाई पर लक्ष्य भेदने में सक्षम. सीरिया में तैनात, इजरायल के F-35 को निशाना बनाने के लिए.
खोरदाद-15 (Khordad-15)
विशेषताएं: 2019 में पेश, पैसिव फेज्ड ऐरे रडार के साथ. 6 लक्ष्यों को एक साथ नष्ट कर सकता है. F-35, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को रोकने में सक्षम.
मर्सद (Mersad)
विशेषताएं: अमेरिकी हॉक मिसाइल पर आधारित. मध्यम दूरी की प्रणाली, आधुनिक रडार के साथ. विमानों, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को नष्ट करने के लिए.
कैसे काम करती हैं ये प्रणालियां?
इजरायल की रक्षा रणनीति: इजरायल की त्रि-स्तरीय रक्षा प्रणाली (आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग, एरो) ड्रोन, क्रूज मिसाइलों और बैलिस्टिक मिसाइलों को 99% तक रोक सकती है. F-35 और F-15 जैसे विमान ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर देते हैं. मोसाद की खुफिया जानकारी और ड्रोन हमले ईरान की रक्षा प्रणालियों को कमजोर करते हैं.
ईरान की हमलावर रणनीति: ईरान की रणनीति में सस्ते ड्रोन और तेज गति की बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल है. फतह-1 और फतह-2 जैसी हाइपरसोनिक मिसाइलें इजरायल की रक्षा प्रणालियों को चुनौती दे सकती हैं, लेकिन अभी तक पूरी तरह सफल नहीं हुईं. ईरान अपनी मिसाइलों की संख्या से इजरायल की रक्षा प्रणालियों को निष्क्रिय करने की कोशिश करता है.