झारखंड की राजधानी रांची में छात्रावास की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट का बड़ा खुलासा हुआ है. रविवार को लालपुर इलाके में स्थित एक निजी गर्ल्स हॉस्टल पर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारा. कार्रवाई के दौरान हॉस्टल से पश्चिम बंगाल की 10 महिलाओं को पकड़ा गया. पुलिस का कहना है कि ये सभी देह व्यापार के धंधे से जुड़ी हुई थीं.
डीएसपी (सिटी) कुमार वी रमन ने बताया कि पकड़ी गई सभी महिलाएं इस रैकेट का हिस्सा थीं. उन्हें यहां खास तौर पर सेक्स रैकेट चलाने के लिए ठहराया गया था. उन्होंने कहा, "सभी महिलाओं को हिरासत में ले लिया गया है. इनमें से ज्यादातर पेशेवर हैं. पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं. हॉस्टल वार्डन को भी पकड़ा गया है, जो पूरे खेल में शामिल था.''
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह पहला मौका है जब रांची शहर में किसी महिला छात्रावास से सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. इस गिरोह के पीछे एक दलाल का हाथ होने की बात सामने आ रही है. पुलिस की कई टीमें फिलहाल उसकी तलाश में लगी हैं. अधिकारियों का कहना है कि बहुत जल्द वह भी गिरफ्त में होगा.
लालपुर थाना प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया कि सिर्फ इस हॉस्टल तक ही मामला सीमित नहीं है. शहर के कुछ अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है. उन्होंने कहा, "पूछताछ पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी. सभी आरोपियों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे."
इस कार्रवाई के बाद छात्रावासों की सुरक्षा और प्रबंधन पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. हॉस्टल जहां छात्राओं की पढ़ाई और सुरक्षा के लिए बनाए जाते हैं, वहीं यहां से देह व्यापार का संचालन होना स्थानीय लोगों को हैरान कर गया है. गौरतलब है कि रांची में यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले जुलाई में भी पुलिस ने एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था.
उस वक्त रॉयल रेसीडेंसी होटल से नौ लड़कियों को हिरासत में लिया गया था. पुलिस को चुटिया इलाके के स्टेशन रोड पर देह व्यापार चलने की सूचना मिली थी. छापेमारी में पश्चिम बंगाल की कई लड़कियां पकड़ी गईं और होटल से बड़ी मात्रा में नकदी भी बरामद हुई थी. फिलहाल पुलिस जिस्मफरोशी के धंधे के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखे हुए है.
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