शुभमन गिल की पारी में न टेक्नीक, न कूलनेस... इंग्लैंड के इस दिग्गज ने खड़े किए सवाल!

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भारत के कप्तान शुभमन गिल तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते समय उतने शांत और तकनीकी रूप से मजबूत नहीं दिखे, जितने वह आमतौर पर होते हैं. यह बात इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कही. हालांकि वॉन ने लॉर्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन भारत की जोरदार लड़ाई की तारीफ भी की.

गिल इस सीरीज में शानदार फॉर्म में नजर आए हैं. उन्होंने हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट में शतक लगाया. इसके बाद उन्होंने बर्मिंघम में भी शतक और दोहरा शतक लगाते हुए कई रिकॉर्ड तोड़े. भारत ने वह मैच 336 रनों से जीता था. हालांकि लॉर्ड्स टेस्ट में वह सिर्फ 16 और 6 रन ही बना सके. भारत यह मुकाबला 22 रनों से हार गया, हालांकि ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और निचले क्रम के बल्लेबाजों ने कड़ी टक्कर दी.

लॉर्ड्स की चौथी शाम- गिल तकनीकी रूप से मजबूत नहीं दिखे

वॉन ने 'द टेलीग्राफ' में अपने कॉलम में लिखा, 'जब तीसरे दिन शाम को मैच रोमांचक हुआ, तो मुझे लगा कि उसी ने इंग्लैंड को बाकी मुकाबले में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया. चौथे दिन शाम को जब शुभमन गिल बल्लेबाजी करने आए, तो वह पहले की तरह तकनीकी रूप से मजबूत और शांत नहीं दिखे, लेकिन उनकी टीम ने सोमवार को एक शानदार टेस्ट में जबरदस्त लड़ाई लड़ी.'

उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की रोमांचक जीत, जिससे उन्हें सीरीज में 2-1 की बढ़त मिली, उनके कप्तान की जीतने की सोच पर टिकी थी, जो पूरी टीम में दिखी. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की जीत कप्तान की सोच की वजह से हुई, जो पूरी टीम में नजर आई. इस जीत से इंग्लैंड को सीरीज में 2-1 की बढ़त मिली।

वॉन ने कहा, उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की जीत कप्तान की सोच की वजह से हुई, जो पूरी टीम में नजर आई. इस जीत से इंग्लैंड को सीरीज में 2-1 की बढ़त मिली. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की जीत कप्तान की सोच की वजह से हुई, जो पूरी टीम में नजर आई. इस जीत से इंग्लैंड को सीरीज में 2-1 की बढ़त मिली.

.... बेन स्टोक्स जैसा कप्तान इंग्लैंड के पास पहले कभी नहीं था

वॉन ने कहा, 'बेन स्टोक्स जैसा कप्तान इंग्लैंड के पास पहले कभी नहीं था. वह हार मानते ही नहीं. जब टीम अच्छा नहीं खेल रही होती, तब भी वह मैच अपनी मेहनत और खेल से पलट देते हैं.'

पूरा टेस्ट मैच बेहद रोमांचक रहा और स्टोक्स पूरे मुकाबले में जोश में नजर आए. उन्होंने 5 विकेट निकाले और 44 व 33 रनों की अहम पारियां खेलीं. पहली पारी में उन्होंने ऋषभ पंत को रन आउट भी किया, जो शायद मैच का टर्निंग प्वाइंट था.

वॉन ने कहा,'पहले दिन शाम को स्टोक्स ने जो रूट के साथ टिककर रन बनाए. तीसरे दिन लंच से पहले जब भारत मैच पर पकड़ बना रहा था, तब स्टोक्स ने वह शानदार रन आउट किया.' 

'स्टोक्स ही थे, जिन्होंने आखिरी दिन सुबह शानदार स्पेल डाला'

वॉन ने कहा, 'और स्टोक्स ही थे जिन्होंने दोनों पारियों में अहम विकेट लिए, आखिरी दिन सुबह शानदार स्पेल डाला और फिर जसप्रीत बुमराह की जुझारू पारी का अंत किया. उन्हें टेस्ट मैचों के सबसे बड़े मौकों को जीतना अच्छे से आता है.'

वॉन ने कहा कि हालांकि यह इंग्लैंड टीम अभी महान टीमों की कतार में शामिल होने से दूर है, लेकिन स्टोक्स की टीम सबसे देखने लायक टीम है जिसे मैंने कभी देखा है और इसमें कुछ महान टीमें भी शामिल हैं.

उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड अभी महान टीमों की श्रेणी में नहीं आता, लेकिन आप उनसे नजर नहीं हटा सकते, क्योंकि वे ऐसा शानदार क्रिकेट खेलते हैं और किसी भी स्थिति से मैच पलट सकते हैं.'

वॉन ने कहा, 'इसकी एक वजह यह भी है कि उन्हें ऐसा करना पड़ता है, क्योंकि उनकी टीम में कुछ बड़ी कमजोरियां हैं, जो उन्हें मुश्किल में डालती हैं. लेकिन आप उन्हें कभी बाहर नहीं मान सकते और यही एक खासियत है.' वॉन को लगा कि भले ही मेजबान टीम बढ़त में है, यह सीरीज भुलाए नहीं जाने वाली बनती जा रही है.
 

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