उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद इलाके में नकली पनीर बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. रक्षाबंधन के त्योहार से पहले प्रशासन की छापेमारी में भारी मात्रा में मिलावटी पनीर जब्त किया गया. मौके से फैक्ट्री संचालक फरार हो गया. खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है.
X
नकली पनीर बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़. (Photo: Rahul Kumar/ITG)
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई कर नकली पनीर के कारोबार की साजिश को नाकाम कर दिया है. देवबंद क्षेत्र के मिलिया गांव में एक अवैध पनीर फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया, जहां रिफाइंड तेल और केमिकल की मदद से नकली पनीर तैयार किया जा रहा था. यह पनीर आसपास के जिलों में सप्लाई के लिए तैयार किया गया था.
दरअसल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार वर्मा के नेतृत्व में की गई छापेमारी में लगभग 7 कुंतल तैयार नकली पनीर, 450 लीटर मिलावटी दूध और पनीर उत्पादन में प्रयुक्त संयंत्र जब्त किए गए. छापे के दौरान वहां मौजूद लोग टीम को देखकर रिफाइंड तेल से भरे टीन खेत में फेंककर फरार हो गए, लेकिन पांच खाली टीन बरामद कर लिए गए. बरामद पनीर को बुलडोजर की मदद से गड्ढा खोदकर नष्ट कर दिया गया और फैक्ट्री को सील कर दिया गया.
यह भी पढ़ें: 23 लाख का सोने का लोटा... सहारनपुर के 300 साल पुराने शिव मंदिर में गंगाजल चढ़ाने उमड़ी भीड़
खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि त्योहारों के मद्देनजर नकली खाद्य उत्पादों की आपूर्ति को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है. 2 जुलाई और 19 जुलाई को भी इसी तरह की कार्रवाई में बड़ी मात्रा में नकली पनीर नष्ट कराया गया था. विभाग की टीमें नियमित निरीक्षण कर रही हैं और रात्रि गश्त टीमों को भी सक्रिय किया गया है.
देखें वीडियो...
मनोज कुमार वर्मा ने आगे बताया कि उपभोक्ताओं को गुणवत्ता जांच कर ही खाद्य सामग्री खरीदने की सलाह दी जा रही है. नकली पनीर के सेवन से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है और त्वचा, पेट व अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. विभाग ने जनता से अपील की है कि यदि किसी स्थान पर मिलावट की आशंका हो, तो तुरंत जानकारी दें. विभाग का उद्देश्य केवल कार्रवाई करना नहीं, बल्कि जनता को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है. वहीं, यह कार्रवाई रक्षाबंधन से पहले एक सतर्क प्रशासन और स्वस्थ समाज के लिए बेहद जरूरी कदम मानी जा रही है.
---- समाप्त ----