साउथ से निकले देसी सुपरहीरोज कर रहे राज, पहली फीमेल सुपरहीरो 'लोका' का धमाल

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इस साल शानदार फॉर्म में चल रही मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से निकला एक और शाहकार अब सिनेमा फैन्स में चर्चा का मुद्दा बना हुआ है. इस इंडस्ट्री ने देश की पहली फीमेल सुपरहीरो फिल्म बनाई है- लोका चैप्टर 1- चंद्रा. 

28 अगस्त को रिलीज हुई ये फिल्म ऑरिजिनल मलयालम वर्जन के साथ तमिल और तेलुगू में भी रिलीज हुई थी. क्रिटिक्स और जनता से ऐसी तारीफें मिलीं कि रिस्पॉन्स देखकर मेकर्स ने पिछले गुरुवार इसे हिंदी में भी रिलीज कर दिया. 'लोका' को ऐसी कामयाबी मिल रही है कि ये मलयालम इंडस्ट्री की सबसे बड़ी फिल्म भी बन सकती है. मगर ये सिर्फ मलयालम इंडस्ट्री से निकली सुपरहीरो फिल्म 'लोका' ही नहीं है जिसे जनता से ऐसा प्यार मिल रहा है. 

मलयालम की सबसे बड़ी फिल्म बनने के रास्ते पर है 'लोका' (Photo: IMDB)

पिछले कुछ सालों से साउथ की सभी इंडस्ट्रीज ने जैसे दमदार सुपरहीरो फिल्म बनाने का कोई फॉर्मूला खोज निकाला है. मलयालम ही नहीं, तमिल, तेलुगू और कन्नड़ इंडस्ट्री से भी ऐसी सुपरहीरो फिल्में निकलकर आई हैं जिन्होंने दर्शकों को भरपूर एंटरटेन किया है. ड्रामा से लेकर माइथोलॉजी तक, थ्रिलर से लेकर कॉमेडी तक, जितने भी किस्म की फिल्में बनती हैं, भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने लगभग सभी में एक से बढ़कर एक दमदार फिल्में बनाई हैं. 

मगर दमदार, एंटरटेनिंग सुपरहीरो फिल्में बनाने के मामले में हमने काफी स्ट्रगल किया है. आखिरकार, साउथ की इंडस्ट्रीज इस मामले में बड़ी कामयाबी हासिल करती नजर आ रही हैं. और 'लोका' की कामयाबी इस किताब का बस एक नया चैप्टर है. आइए बताते हैं कैसे...  

कैसा है 'लोका' का जलवा?
'लोका' की कामयाबी इतनी तगड़ी है कि ये बॉक्स ऑफिस ट्रेंड्स से उलट परफॉर्म कर रही है. इसने पहले वीकेंड से ज्यादा कलेक्शन हफ्ते के बीच में किया. सैकनिल्क के अनुसार, जहां वीकेंड में इसने 24 करोड़ कमाए थे, वहीं अगले 4 वर्किंग डेज में इसने 30 करोड़ का नेट इंडिया कलेक्शन किया. दूसरे वीकेंड की कमाई, 28 करोड़ रही जो पहले वीकेंड से भी ज्यादा है. 

दूसरे सोमवार को 'लोका' ने करीब 6 करोड़ कमाए हैं, जो पहले शुक्रवार को आए 4 करोड़ से ज्यादा हैं. अबतक 12 दिनों में इसका नेट इंडिया कलेक्शन 100 करोड़ का लैंडमार्क पार करने के लिए तैयार है. इंडियन बॉक्स ऑफिस पर इसका ग्रॉस कलेक्शन 110 करोड़ से ज्यादा पहुंच गया है. जबकि ओवरसीज मार्किट यानी विदेशों से इसका ग्रॉस कलेक्शन 94 करोड़ से ज्यादा है, जो इंडिया ग्रॉस कलेक्शन से बहुत पीछे नहीं है. कुल मिलाकर 'लोका' का वर्ल्डवाइड कलेक्शन 200 करोड़ से ज्यादा हो चुका है. 

जिस तरह इसकी कमाई बढ़ रही है, पूरा चांस है कि ये इस साल मलयालम की सबसे बड़ी और शायद सबसे बड़ी ऑल टाइम हिट बन जाए. ऐसा नहीं है कि 'लोका' एक तुक्के में आई कामयाबी है. बल्कि लॉकडाउन के बाद साउथ की चारों इंडस्ट्रीज से दमदार सुपरहीरो फिल्में आ चुकी हैं. 

'लोका' से पहले भी मलयालम ने दी थी सॉलिड सुपरहीरो फिल्म
मलयालम डायरेक्टर बेसिल जोसेफ ने 2019 में अपनी इंडस्ट्री के यंग स्टार टोवीनो थॉमस के साथ सुपरहीरो फिल्म 'मिन्नल मुरली' अनाउंस की थी. जितना उन्होंने सोचा था, फिल्म बनाने में उन्हें उससे ज्यादा समय लगा. बीच में दुनिया कोविड की चपेट में आ गई और लॉकडाउन से भी शूट रुका. सारी रुकावटों को पार करते हुए 2021 में जब फिल्म रेडी हुई तो थिएटर्स बंद थे. फाइनली मेकर्स ने इसे नेटफ्लिक्स पर रिलीज किया. 

नेटफ्लिक्स पर जमकर देखी गई मलयालम सुपरहीरो फिल्म 'मिन्नल मुरली' (Photo: IMDB)

इस फिल्म का क्रेज ऐसा था कि नेटफ्लिक्स की नॉन-इंग्लिश कैटेगरी में ये फिल्म, ग्लोबल टॉप 10 में शामिल हो गई थी. भारतीय क्रिटिक्स ने इस फिल्म की जमकर तारीफ की और द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने इसे 'भारत में बनी बेस्ट सुपरहीरो फिल्म' कहा था. इंटरनेशनल फिल्म रेटिंग प्लेटफॉर्म रोटेन टोमेटोज पर इसे आज भी 75% पॉजिटिव रेटिंग मिली हुई है. रिलीज के 4 साल बाद भी IMDB पर इसकी रेटिंग 7.8 है. 

तमिल इंडस्ट्री लेकर आई 'कार्टून' बनाने वाला सुपरहीरो 
भारत में अगर कोई इंडस्ट्री लगातार अलग-अलग जॉनर में एक्स्परिमेंट करती आ रही है तो वो यकीनन तमिल इंडस्ट्री है. 2010 के आसपास तमिल इंडस्ट्री में सुपरहीरो टाइप फिल्मों की एक लहर आई थी. इस लहर से जहां रजनीकांत की 'रोबोट' (2010) जैसी पैन इंडियन ब्लॉकबस्टर निकली, वहीं विजय स्टारर 'वेलायुधम' (2011) और जीवा की 'मुगामूडी' (2012) जैसी भी फिल्में आईं. ये फिल्में आज बहुत पॉपुलर तो नहीं हैं, मगर उस वक्त कमाऊ साबित हुई थीं. 

तमिल सुपरहीरो फिल्म 'मावीरन' को मिली हैं सॉलिड रेटिंग्स (Photo: IMDB)

लॉकडाउन के बाद तमिल में शिवाकार्तिकेयन स्टारर 'मावीरन' (2023) एक बेहतरीन सुपरहीरो फिल्म बनकर आई. ये फिल्म एक कार्टूनिस्ट की कहानी थी, जो सरकारी सिस्टम के करप्शन को अपने कार्टून में दिखाता है मगर रियल लाइफ में खुद इस सिस्टम से लड़ने से डरता है. कहानी तब मजेदार हो जाती है जब उसका गढ़ा कार्टून किरदार, उसे काबू में कर लेता है और भ्रष्ट तंत्र से लड़ने लगता है. IMDB पर 'मावीरन' को 11 हजार से ज्यादा रिव्यूज के साथ 7.4 की दमदार रेटिंग मिली है. 

तेलुगू से भी आ रहे दिलचस्प सुपरहीरोज 
तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में सुपरहीरो जॉनर में बहुत एक्स्परिमेंट देखने में नहीं आते. इस इंडस्ट्री के आइकॉन एनटीआर ने 1980 में स्क्रीन पर, हॉलीवुड सुपरहीरो 'सुपरमैन' को देसी अंदाज में एडाप्ट करने की कोशिश की थी. मगर ये एक ऐसी फिल्म थी जिसे इंडस्ट्री याद नहीं करना चाहती. 

ताजा सुपरहीरो लहर से पहले नागार्जुन स्टारर 'आजाद' (2000) तेलुगू की शायद सबसे यादगार सुपरहीरो टाइप फिल्म कही जा सकती है. मास्क पहने सुपरहीरो बने नागार्जुन की इस फिल्म ने कई सेंटर्स में 100 दिनों तक बिजनेस किया था और ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी. मगर इस फिल्म का लीड किरदार सुपरहीरो से ज्यादा एक विजिलांते था.

लॉकडाउन के बाद तेलुगू के उभरते हुए यंग डायरेक्टर प्रशांत वर्मा ने अपना सिनेमेटिक यूनिवर्स तैयार किया जिसमें वो भारतीय मिथकों पर आधारित सुपरहीरो लेकर आए. इस कड़ी की पहली फिल्म 'हनुमान', 2024 में रिलीज हुई. ऑरिजिनल तेलुगू वर्जन के साथ-साथ ये फिल्म हिंदी में भी बड़ी हिट साबित हुई. वर्ल्डवाइड 300 करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन करने वाली ये फिल्म, उस साल की टॉप 5 तेलुगू फिल्मों में से एक थी. 

तेलुगू सुपरहिरोई फिल्म 'हनुमान' ने किया था बड़ा धमाका (Photo: IMDB)

अब प्रशांत वर्मा सिनेमेटिक यूनिवर्स में अब 'हनुमान' का सीक्वल 'जय हनुमान' भी बन रहा है, जिसमें 'कांतारा' स्टार ऋषभ शेट्टी लीड रोल में हैं. इस यूनिवर्स में एक फीमेल सुपरहीरो फिल्म 'महाकाली' भी अनाउंस हो चुकी है. इसमें एक और अनाउंस प्रोजेक्ट 'अधीरा' भी है जिसका स्केल बहुत बड़ा होने की चर्चा है. दूसरी तरफ, 'हनुमान' के लीड एक्टर तेज सज्जा अब 'मिराई' नाम की फिल्म लेकर आ रहे हैं. इसमें उनका किरदार मिथकों से निकली एक शक्ति के बल पर सुपरहीरो बना है. 

कन्नड़ इंडस्ट्री से निकला 'देसी ब्लैक पैंथर'
पिछले कुछ सालों से लगातार सरप्राइज कर रही कन्नड़ इंडस्ट्री से 2024 में एक ऐसा सुपरहीरो आया जिसे 'देसी बैटमैन' और 'देसी ब्लैक पैंथर' कहा गया. श्री मुरली स्टारर 'बघीरा' एक पुलिस वाला है जो रात के अंधेरे में उन अपराध और अपराधियों का हल निकालता है, जिन्हें दिन में कानून की हदों में रहते हुए नहीं निपटाया जा सकता. यानी वो सटीक तौर पर सुपरहीरो नहीं है, मगर एक विजिलांते है जिसे सुपरहीरो की तरह ट्रीट किया गया है. 'बघीरा' को रिव्यूज बहुत पॉजिटिव मिले और बॉक्स ऑफिस पर भी ये कामयाब साबित हुई. 

कन्नड़ इंडस्ट्री से निकले सुपरहीरो 'बघीरा' को कहा गया था 'देसी ब्लैक पैंथर' (Photo: IMDB)

सुपरहीरोज को तरसता बॉलीवुड 
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में सुपरहीरो फिल्म बनाने की कोशिश बहुत पहले से जारी है. 1985 में जैकी श्रॉफ 'शिव का इंसाफ' में सुपरहीरो बने थे, जो आज शायद ही किसी को याद हो. 1987 में धर्मेंद्र ने ऑनस्क्रीन 'सुपरमैन' का अवतार लिया था, जो आज मीम्स में ज्यादा याद किया जाता है. मगर इसी साल आई 'मिस्टर इंडिया' एक ऐसी सुपरहीरो फिल्म थी जिसे पूरे देश में लोगों ने बहुत पसंद किया था. 

आज आइकॉनिक बन चुकी इस फिल्म को लगभग हर रीजनल इंडस्ट्री ने अपने-अपने तरीके से एडाप्ट करने की कोशिश की थी. इस सुपरहीरो की कामयाबी को देखते हुए ही शायद फिल्ममेकर्स ने सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को सुपरहीरो अवतार में पेश करने का फैसला किया. मगर इसका नतीजा 'तूफान' (1989) और 'अजूबा' (1991) जैसी फिल्में थीं, जिनका नाम लेने से आज खुद बच्चन साहब भी बचते हैं. 

2006 में डायरेक्टर आशू त्रिखा ने अक्षय कपूर को 'अलग' में सुपरनेचुरल शक्तियों वाले सुपरहीरो के रोल में पेश किया. मगर ये फिल्म ऐसी डूबी कि अक्षय कपूर का करियर ही ठप्प हो गया. इसी साल राकेश रोशन ने बॉलीवुड को वो सुपरहीरो दिया जिसका क्रेज दर्शकों में, खासकर बच्चों में अलग लेवल पर था. उनके बेटे ऋतिक रोशन जब 'कृष' बनकर स्क्रीन पर दिखे तो लोग देखते ही रह गए. इस फिल्म का रिव्यू इंग्लिश प्रेस ने भी खूब किया और वैरायटी ने इसे 'मजेदार' बताया था. 

'कृष' और 'रा वन' के अलावा बॉलीवुड नहीं बना सका दमदार सुपरहीरो फिल्में (Photo: IMDB)

इसके बाद से बॉलीवुड में सुपरहीरो फिल्म बनाने की कई बड़ी कोशिशें नाकाम हुईं. अभिषेक बच्चन की 'द्रोणा' (2008) उस वक्त की सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्मों में से एक थी. शाहरुख खान की 'रा. वन' (2011) एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट थी मगर ये उतनी बड़ी कामयाबी नहीं बटोर सकी जिसकी उम्मीद थी. हालांकि, इसके स्पेशल इफेक्ट्स आज भी सराहे जाते हैं. 

2016 में यंग एक्टर टाइगर श्रॉफ भी 'अ फ्लाइंग जट्ट' में सुपरहीरो बने मगर इस फिल्म को वो आज शायद खुद भी भूल चुके हों. 2018 में आई विक्रमादित्य मोटवाने की 'भावेश जोशी सुपरहीरो' विजिलांते सुपरहीरो के मामले में कल्ट जरूर मानी जाती है. मगर बॉक्स ऑफिस पर इसकी नाकामयाबी बहुत तगड़ी थी. बॉलीवुड से कुल मिलाकर कृष ही एक ऐसा सुपरहीरो है जो अभी भी लोगों को याद रहता है. 

बॉलीवुड के द्रोणा, अलग, फ्लाइंग जट्ट जैसे सुपरहीरो रहे फ्लॉप (Photo: IMDB)

पिछले कुछ सालों से टीवी के आइकॉनिक सुपरहीरो 'शक्तिमान' को फिल्म में एडाप्ट करने की कोशिश भी खबरों में रही मगर ये प्रोजेक्ट अभी भी कागजों में ही दबा हुआ है. ऐसे में लॉकडाउन के बाद से ही कई दमदार सुपरहीरो फिल्में दे चुकीं साउथ की इंडस्ट्रीज से ही ये उम्मीद है कि ये भारत को, अपना एक यादगार, घर में तैयार हुआ सुपरहीरो दे सकती हैं. 

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