सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को वक्फ संशोधन कानून की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर लगातार दूसरे दिन सुनवाई होने वाली है है. इस बीच चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई ने एक अन्य मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि टॉप पांच जज छुट्टियों के दौरान भी यहां बैठे हैं और हम काम कर रहे हैं, फिर भी पेंडिंग मामलों के लिए हमें दोषी ठहराया जा रहा है.
वकील काम नहीं करना चाहते
अदालतों के कामकाजी रवैये पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सीजेआई गवई ने कहा कि वकील काम नहीं करना चाहते हैं. जस्टिस सूर्यकांत ने भी मामले में स्थगन मांगने वाले वकीलों पर निशाना साधा और कहा कि वकील ने छुट्टी के बाद अब स्थगन की मांग की है और बताया कि वह अगले वीकेंड तक उपलब्ध नहीं हैं.
जस्टिस जे सूर्यकांत ने कहा कि पांच वरिष्ठतम जजों ने छुट्टियों के दौरान काम करने का दृढ़ निश्चय किया है. हमें काम करने में कोई परेशानी नहीं है. बार काउंसलि के सदस्य जो भी मामले चाहते हैं, हम सुनेंगे. लेकिन हम बार के सदस्यों से इस तरह की प्रतिक्रिया नहीं चाहते हैं, हम छुट्टियों के दौरान भी बिजी रहते हैं.
रिटायरमेंट की तारीख का इंतजार
इस पर सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने दलील दी कि हम तैयार हैं जब भी माननीय न्यायाधीश इस मामले को सुनना चाहेंगे, हम तैयार है. हम में से कई लोग छुट्टियों पर काम कर रहे हैं. इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि यही वजह है कि हम अपने रिटायरमेंट की तारीख का इंतजार करते हैं.