अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड सलाहकार पीटर नवारो को भारत के सोशल मीडिया यूजर्स ने फटकार लगाई है. नवारो ने शुक्रवार भारत की रूस से कच्चे तेल की खरीद की नीति पर सवाल उठाते हुए तीखी टिप्पणियां की थी. उन्होंने भारतीय बिजनेसमैन को मुनाफाखोर कहा था. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि भारत रूस का तेल बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहा है. उन्होंने यूक्रेन जंग का जिम्मा भारत पर मढ़ दिया था.
इंडियन यूजर्स को नवारो के उस पोस्ट पर सबसे ज्यादा आपत्ति है जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक ऐसी तस्वीर इस्तेमाल की है जहां वे भगवा वस्त्र में ध्यान में लीन हैं.
हालांकि इस थ्रेड का बाकी हिस्सा उनके सामान्य तीखे कटाक्षों से भरा था, लेकिन थ्रेड का अंत भगवा वस्त्र पहने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर के साथ हुआ. इसके साथ उन्होंने अपने पोस्ट में सबसे आखिरी में लिखा था- यूक्रेन में शांति का रास्ता नई दिल्ली से होकर जाता है."
नवारो के इस पोस्ट पर इंडियन यूजर्स ने उन्हें टैग करते हुए उनकी खूब सोशल धुलाई की है.
एक टिप्पणी में लिखा था, "वाह! ट्रंप के व्यापार सलाहकार अब भारत को निशाना बनाकर किए गए ट्वीट में नरेंद्र मोदी की ध्यान वाली तस्वीर का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये लोग भारत के साथ संबंधों को पूरी तरह से खराब कर रहे हैं।"
9/ The Biden admin largely looked the other way at this madness.
President Trump is confronting it.
A 50% tariff—25% for unfair trade and 25% for national security—is a direct response.
If India, the world's largest democracy, wants to be treated like a strategic partner of… pic.twitter.com/XAt6aa4JLA
एक अन्य यूजर ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा, "अब यह बकवास होने लगा है." नाराजगी और गुस्से की इस भावना को अन्य लोगों ने भी दोहराया. इन्होंने अमेरिकी प्रशासन के भारत के साथ व्यवहार की आलोचना की और ऐसे पोस्ट के कारण अमेरिका-भारत संबंधों के बिगड़ते स्तर का हवाला दिया.
सबसे तीखी प्रतिक्रिया एक आलोचक की ओर से आई, जिसने कहा, "इन लोगों ने अमेरिका-भारत संबंधों को बेहतर बनाने के लिए 25 साल की कोशिश को बर्बाद कर दिया है."
एक यूजर ने लिखा, "क्या तुम्हारे पास आईना है? अमेरिका अभी भी रूस से यूरेनियम और खनिज खरीद रहा है, पुतिन का लाल कालीन बिछाकर स्वागत किया, और यह भी न भूलें कि युद्ध अमेरिका-नाटो के कारण शुरू हुआ था. अमेरिका ने आतंकवादी देश पाकिस्तान के साथ व्यापार समझौता किया है. क्या आपके पास आतंकवाद के पैसे के बारे में कोई नक्शा है?"
अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को की जा रही फंडिंग की याद दिलाते हुए एक यूजर ने लिखा, "शांति का रास्ता मास्को, कीव या दिल्ली से होकर नहीं, बल्कि वाशिंगटन से होकर जाता है. विश्व में शांति उस दिन नहीं आएगी जब रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई बंद हो जाएगी. यह उस दिन आएगी जब आतंकवादियों को पैसा, हथियार और सुरक्षित पनाहगाह मिलना बंद हो जाएगा."
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