चिराग पासवान ने पटना के एक होटल में केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. यह मुलाकात बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर और एनडीए गठबंधन की चुनावी रणनीति को मजबूत करने के लिए हुई. चिराग पासवान ने कहा कि उनकी गठबंधन की खासियत और ताकत यह है कि सभी सहयोगी दल एक-दूसरे के हाथ पकड़कर मिलकर काम कर रहे हैं और एनडीए एक ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रहा है.
चिराग पासवान ने बताया कि पिछले एक साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 बार बिहार आ चुके हैं, जिससे चुनावी प्रचार को मजबूती मिली है. मुलाकात में उन्होंने आगामी चुनाव प्रचार और रणनीति पर चर्चा की.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "एनडीए ने अपने सभी 5 सहयोगियों का सम्मान किया है और बातचीत पूरी की है. सभी 243 उम्मीदवारों के नामांकन स्पष्ट हैं. सभी 243 उम्मीदवारों के नाम स्पष्ट हैं. महागठबंधन जैसा कोई भ्रम नहीं है... हमने अपना अभियान तब शुरू कर दिया है जब महागठबंधन एक-दूसरे के दावों को रद्द करने की कोशिश कर रहा है..."
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लोग तेजस्वी यादव को स्वीकार नहीं करेंगे- चिराग
चिराग पासवान ने महागठबंधन पर भी कड़ी टिप्पणी की और कहा कि महागठबंधन अपने ही प्रत्याशियों के खिलाफ उम्मीदवार उतार रहा है, जिससे उसमें गड़बड़ी और भ्रम नजर आ रहा है. उन्होंने कहा, "कौन कहता है कि तेजस्वी यादव का नाम (सीएम उम्मीदवार के रूप में) पक्का है, जबकि गठबंधन भी नहीं कह रहा कि तेजस्वी पक्का है. लोग उन्हें स्वीकार नहीं करेंगे. जिस गठबंधन में इतने आंतरिक झगड़े हों, वह बिहार का विकास नहीं कर सकता..."
चिराग पासवान ने महागठबंधन को बताया "लठबंधन"
चिराग ने महागठबंधन को "लठबंधन" बताते हुए कहा कि ऐसे गठबंधन को संभालना मुश्किल है और वे बिहार की भलाई के लिए कैसे काम करेंगे, यह स्पष्ट नहीं है. चिराग ने कहा कि एनडीए में सीटों को लेकर किसी तरह का भ्रम नहीं है, सभी चीजें समय रहते तय कर ली गई हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को बड़ी जीत का भरोसा जताया.
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21 अप्रैल से नीतीश कुमार करेंगे रैली
इनके अलावा, चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों को भी खारिज किया और कहा कि मुख्यमंत्री स्वस्थ हैं और चुनावी सभा कर रहे हैं. गौरतलब है कि नीतीश कुमार 21 अप्रैल से चुनाव प्रचार में उतरेंगे और बताया जा रहा है कि वह अपनी पहली सभा मुजफ्फरपुर में कर सकते हैं.
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