हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को अमेरिका से तीसरा GE F404 इंजन मिल गया है, जो लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) Mk1A के लिए है. सितंबर 2025 के अंत तक चौथा इंजन आने की उम्मीद है. HAL ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. इंजन सप्लाई चेन में सुधार से LCA Mk1A की डिलीवरी समय पर हो सकेगी.
GE F404 इंजन की डिलीवरी: एक बड़ी राहत
HAL को तीसरा GE F404-IN20 इंजन अमेरिका से मिल गया है. यह इंजन LCA Mk1A फाइटर जेट के लिए है. पहले दो इंजन मार्च और जुलाई 2025 में आए थे. अब सितंबर के अंत तक चौथा इंजन आने की उम्मीद है. HAL के अधिकारियों ने कहा कि सप्लाई चेन में सुधार से Mk1A विमानों की डिलीवरी तेज होगी.
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2021 में HAL ने GE के साथ 716 मिलियन डॉलर का समझौता किया था, जिसमें 99 F404 इंजन शामिल थे. लेकिन दक्षिण कोरिया के एक सप्लायर की समस्या से डिलीवरी में देरी हुई. GE ने अब सालाना 12 इंजन देने का वादा किया है. 2026 से 20 इंजन प्रति वर्ष. HAL ने कहा कि 10 विमान पहले से बनकर तैयार हैं. अक्टूबर में पहले दो LCA Mk1A डिलीवर होंगे. नासिक में बना पहला विमान हस्तांतरण के लिए तैयार है.
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LCA Mk1A प्रोग्राम: भारत की ताकत
LCA Mk1A भारत का स्वदेशी फाइटर जेट है, जो MiG-21 को बदलने के लिए बनाया गया है. भारतीय वायुसेना (IAF) ने 83 Mk1A के लिए 48,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर दिया है. इसके अलावा 97 और जेट्स का प्रस्ताव कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने मंजूर कर लिया है. कुल 180 विमान बनेंगे.
F404 इंजन 84 kN थ्रस्ट देता है, जो AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और एडवांस्ड एवियोनिक्स को सपोर्ट करता है. हाल ही में Mk1A ने Astra और ASRAAM मिसाइलों के परीक्षण सफलतापूर्वक किए. LCA Mk2 2027 में रोलआउट होगा. 83 Mk1A 2029 तक IAF को मिल जाएंगे (चार क्वार्टर की देरी के बाद). HAL का लक्ष्य सालाना 30 विमान बनाने का है.
इंजन डिलीवरी में देरी और समाधान
F404 इंजन की डिलीवरी में देरी से HAL का उत्पादन रुका था. पहला इंजन मार्च 2025 में आया. दूसरा जुलाई में. तीसरा सितंबर में. GE ने सप्लाई चेन सुधारने का वादा किया है. 10 F414 इंजन पहले ही आ चुके हैं (Mk2 के लिए). 97 अतिरिक्त Mk1A के लिए 113 F404 इंजन का सौदा $1 बिलियन का है, जिसका कॉन्ट्रैक्ट इस महीने साइन होगा. CCS ने इसे मंजूरी दे दी है. इंजन सप्लाई सुधार से Tejas प्रोग्राम पटरी पर है.
भविष्य की योजनाएं
HAL 2026-27 से सालाना 30 विमान बनाएगा. 352 Tejas (Mk1A और Mk2) IAF को मिलेंगे. स्वदेशी इंजन कावेरी (DRDO) पर काम जारी है, लेकिन GE F404 से तत्काल जरूरत पूरी हो रही है.
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