कुकर, चाकू और कैंची से मर्डर... अभी तक फरार हैं रेणु अग्रवाल के कातिल, दहला देगी ये वारदात

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Hyderabad Renu Agarwal Murder Case: हैदराबाद की एक सुरक्षित समझी जाने वाली हाई-प्रोफाइल सोसायटी में कत्ल का ऐसा मंजर सामने आया कि देखने वालों की रूह कांप उठी. वहां 50 साल की रेणु अग्रवाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई. कातिल कोई बाहरी नहीं बल्कि घर के वो नौकर थे, जिन पर भरोसा कर परिवार ने घर में जगह दी थी. जिस तरह से कत्ल की वारदात को अंजाम दिया गया, वो तरीका किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगता. लेकिन असलियत में ये वारदात एक रियल लाइफ क्राइम स्टोरी बन गई. इस वारदात ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी और यह सवाल खड़ा कर दिया कि आखिर नौकरों या घर में काम करने वाले स्टाफ पर भरोसा कैसे किया जाए.

हैदराबाद की इस कहानी का आगाज़ कुकटपल्ली के हाई प्रोफाइल स्वान लेक अपार्टमेंट से होता है. जहां 50 वर्षीय महिला रेणु अग्रवाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई. रेणु, शहर के स्टील कारोबारी राकेश अग्रवाल की पत्नी थीं. इस हत्याकांड से इलाके में सनसनी फैल गई. शुरुआती जांच में सामने आया कि वारदात को घर में काम करने वाले नोकरों ने ही अंजाम दिया और हत्या के बाद फरार हो गए.

बुधवार सुबह जब राकेश और उनका बेटा शोरूम के लिए निकले, तब रेणु घर में अकेली थीं. रोज की तरह शाम लगभग 5 बजे राकेश ने पत्नी को फोन किया. लेकिन इस बार उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. राकेश ने सोचा कि शायद बिजी होंगी. लेकिन बार-बार कॉल करने पर भी कोई जवाब नहीं मिला. कॉल बैक तक न आने से उन्हें अनहोनी का अंदेशा हुआ और वे जल्दबाजी में घर पहुंचे.

घर पहुंचकर राकेश ने घंटी बजाई, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. डर के कारण उन्होंने सोसायटी की मदद ली और एक प्लंबर की सहायता से फ्लैट की बालकनी से अंदर दाखिल हुए. अंदर का मंजर देखकर उनकी रूह कांप गई. पत्नी रेणु के हाथ-पांव बंधे थे और उनकी लाश खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी. घर की अलमारियां खुली हुई थीं और सारा सामान बिखरा पड़ा था.

पुलिस की जांच में सामने आया कि रेणु के शरीर पर कई जगह गहरे घाव थे. उनके सिर पर प्रेशर कुकर से कई वार किए गए थे. इसके बाद गले पर चाकू से हमला किया गया. इतना ही नहीं, कैंची से चेहरे और सीने के आसपास भी कई घाव किए गए. यह सब सुनियोजित तरीके से किया गया ताकि महिला की मौत तुरंत हो जाए और आरोपी लूटपाट कर भाग सकें.

रेणु के सारे जेवर और अलमारी में रखे करीब चार तोला सोना और एक लाख रुपये कैश गायब थे. पुलिस को शक हुआ कि यह काम बाहर के किसी चोर का नहीं, बल्कि घर के अंदरूनी व्यक्ति का है. जांच के बाद पता चला कि लगभग 10 दिन पहले ही परिवार ने कोलकाता की एक एजेंसी के जरिए झारखंड के रहने वाले हर्षा नामक नौकर को काम पर रखा था.

जांच में खुलासा हुआ कि हर्षा ने उसी अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल पर काम करने वाले रौशन नामक एक अन्य नौकर को बुलाया. दोनों ने मिलकर वारदात की साजिश रची. दोनों ने पहले रेणु के हाथ-पांव बांधे और फिर बेरहमी से हमला कर दिया. हत्या के बाद दोनों ने घर का कीमती सामान समेटा और भागने की तैयारी शुरू की.

आरोपियों की हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई. दोनों आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद आराम से घर के बाथरूम में नहाए. खून से सने कपड़े वहीं छोड़ दिए और साफ कपड़े पहने, परफ्यूम लगाया और फिर सामान्य अंदाज में सोसायटी से बाहर निकले. उनके चेहरे पर कोई घबराहट नहीं थी, इसलिए किसी को उन पर शक भी नहीं हुआ.

सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि शाम 5 बजकर 2 मिनट पर दोनों आरोपी अपार्टमेंट की लिफ्ट से नीचे उतरे. फिर वे दोनों रेणु की ही स्कूटी लेकर फरार हो गए. उस फुटेज के आधार पर पुलिस ने दोनों की पहचान की और तलाश शुरू कर दी. फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं, लेकिन पुलिस को शक है कि वे रांची की ओर भाग गए होंगे.

पुलिस की क्लूज़ टीम ने घटनास्थल से उंगलियों के निशान और अन्य सबूत इकट्ठा किए हैं. मृतकी की लाश पोस्टमॉर्टम के लिए भेजी गई है. इस सनसनीखेज हत्या और लूट के मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 103(1) के तहत हत्या का केस दर्ज किया है. पुलिस की पांच टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं.

रेणु अग्रवाल हत्याकांड ने पूरे शहर को हिला दिया है. जिस सोसायटी को सुरक्षित माना जाता था, वहीं इस तरह की वारदात से लोग सहमे हुए हैं. स्थानीय लोग भी इस हत्या से स्तब्ध हैं. पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और दावा है कि जल्द ही दोनों आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा. यह केस नौकरों की पहचान और उनकी बैकग्राउंड चेक करने की अहमियत पर भी सवाल खड़े करता है.

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