यूपी के बिजनौर की खो नदी में नहाने गए छह दोस्तों में से तीन तेज बहाव में डूब गए. इस घटना से पूरे मोहल्ले में मातम छा गया है. परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. क्योंकि, समय पर गोताखोर नहीं पहुंच पाए थे.
दरअसल, मोहल्ला निकम शाह के तीन दोस्त खो नदी में डूब गए. यह घटना बुधवार दोपहर को हुई. सीनू, रौनक और छोटू नाम के ये दोस्त अपने छह दोस्तों के साथ नदी में नहाने गए थे. नहाते समय ये तीनों पानी के तेज बहाव में बह गए. जबकि, तीन दोस्त किसी तरह बाहर आ गए.
डर की वजह से उन्होंने घटना की जानकारी तुरंत परिवार को नहीं दी. शाम तक जब तीनों घर नहीं लौटे तो उनके दोस्तों से पूछने पर परिजनों को घटना का पता चला. फिलहाल, एक शव मिल गया है. बाकी शवों की तलाश जारी है. पुलिस-प्रशासन मौके पर मौजूद है
आइए जानते हैं पूरा मामला
बिजनौर के मोहल्ला निकम शाह के सीनू (16), रौनक (15), और छोटू (21) नाम के ये दोस्त बुधवार दोपहर अपने छह दोस्तों के साथ नदी में नहाने गए थे. नहाते समय ये तीनों पानी के तेज बहाव में बह गए, जबकि तीन दोस्त किसी तरह बाहर आ गए. डर की वजह से उन्होंने घटना की जानकारी तुरंत परिवार को नहीं दी. शाम 5 बजे तक जब तीनों घर नहीं लौटे, तो उनके दोस्तों से पूछने पर घटना का पता चला.
परिजनों का हंगामा, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
जैसे ही परिजनों को घटना का पता चला, उनमें कोहराम मच गया और वे तुरंत नदी की ओर दौड़े. उन्होंने आसपास के गोताखोरों को बुलाया और बच्चों की तलाश शुरू की, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक पूर्वी और सीओ धामपुर भी मौके पर पहुंचे, लेकिन परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने बच्चों को खोजने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की. इस बात को लेकर पुलिस से उनकी तीखी बहस हुई.
तलाश जारी, पीएसी के गोताखोर बुलाए गए
गुस्साए परिजनों ने कहा कि पुलिस व्यवस्था नहीं कर रही है क्योंकि वे गरीब परिवार से हैं. उनका कहना था कि अगर किसी नेता का बच्चा होता तो 5 मिनट में सारी व्यवस्था हो जाती. खबर लिखे जाने तक एक बच्चे का शव मिल गया है. बाकी दोनों बच्चों का पता नहीं चल पाया. पुलिस ने अब पीएसी के गोताखोरों को बुलाया है, जिसके बाद तलाश और तेज की जाएगी. इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे मोहल्ले में शोक का माहौल है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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