अमेरिका के वॉशिंगटन में क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की एक सुर में निंदा की. क्वाड की इस बैठक में शामिल चारों सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने इस घटना को निंदनीय बताया.
क्वाड के विदेश मंत्रियों के संयुक्त बयान में कहा गया कि क्वाड सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा जिनमें सीमापार आतंकवाद भी शामिल है. हम इसकी सभी प्रारूपों में निंदा करते हैं और आतंकवाद से निपटने में सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं. हम 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी जबकि कई घायल हुए थे.
बयान में कहा गया कि हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और सभी घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करते हैं. हम इस निंदनीय कृत्य के अपराधियों, आयोजकों और वित्तपोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाने की मांग करते हैं और संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से आह्वान करते हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून और संबंधित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के तहत अपने दायित्वों के अनुसार इस संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करें.
Just finished a very productive meeting of Quad Foreign Ministers in Washington DC.
Discussed how to make Quad more focused and impactful on contemporary opportunities and challenges.
Today’s gathering will strengthen strategic stability in the Indo - Pacific and keep it free… pic.twitter.com/M9Vg5NaxMR
क्वाड के विदेश मंत्रियों के संयुक्त बयान में कहा गया कि हम, अमेरिका के विदेश मंत्री और ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के विदेश मंत्रियों ने एक जुलाई को वॉशिंगटन में मुलाकात की. इस दौरान हमने अधिक खुले इंडो पैसिफिक क्षेत्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई. हम कानून, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं.
बयान में कहा गया कि इंडो पैसिफिक में चार प्रमुख समुद्री शक्तियों के तौर पर हमें विश्वास है कि समुद्री क्षेत्र में शांति और स्थिरता इस क्षेत्र की सुरक्षा और समृद्धि का आधार है. हम एक ऐसे क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां सभी देश दबाव से मुक्त हों और हम किसी भी एकतरफा कार्रवाई का दृढ़ता से विरोध करते हैं जो बल या दबाव द्वारा यथास्थिति को बदलने का प्रयास करती हो.
संयुक्त बयान में कहा गया कि हमने इंडो पैसिफिक क्षेत्र में अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की और क्वाड की ताकतों व संसाधनों का उपयोग क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर शांति, सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कैसे किया जा सकता है, इस पर विचार किया. क्वाड के दीर्घकालिक प्रभाव को सुनिश्चित करने के लिए हम आज एक नई महत्वाकांक्षी और मजबूत एजेंडा का ऐलान करते हुए खुश हैं, जिसका फोकस चार प्रमुख क्षेत्रों पर है. इनमें समुद्री और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक समृद्धि एवं सुरक्षा, महत्वपूर्ण और नई टेक्नोलॉजी और मानवीय सहायता और आपातकालीन सहायता शामिल है. इसके तहत हम क्वाड की क्षमता को और बढ़ाएंगे ताकि क्षेत्र की सबसे जरूरी चुनौतियों का समाधान करने के लिए हमारे संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग हो सके.
बता दें कि इससे पहले शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम हमले को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि हमने उस हमले का करारा जवाब दिया है. हम आगे भी जब भी हमारी जमीन पर आतंकी हमला होगा तो भारत उसका माकूल जवाब देगा.