अपनी ही सरकार से सवाल, पुलिस कस्टडी और अब फरार... जानें कौन हैं AAP विधायक हरमीत सिंह

6 days ago 1

पंजाब आम आदमी पार्टी के विधायक हरमीत सिंह ढिल्लों पठानमाजरा एक बड़े विवाद में घिर गए हैं. उन्हें रेप और चीटिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कर्नाल में पुलिस कस्टडी से फरार हो गए. आरोप है कि फरार होने के दौरान उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की और अफसरों को कुचलने की कोशिश की.

जानकारी के मुताबिक, पटियाला के सानौर से AAP विधायक पठानमाजरा को एक लोकल स्टेशन ले जाया जा रहा था. इसी दौरान उन्होंने और उनके साथियों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसमें एक जवान घायल हो गया. अफरा-तफरी में विधायक ने गाड़ी चढ़ाकर एक और पुलिसकर्मी को घायल कर दिया और स्कॉर्पियो SUV में फरार हो गए. घटना में इस्तेमाल की गई एक फॉर्च्यूनर गाड़ी जब्त कर ली गई है. फिलहाल पुलिस ने उनकी तलाश में जुटी है.

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हरमीत सिंह पठानमाजरा पर यह कार्रवाई ज़िरकपुर की एक महिला की शिकायत के बाद हुई. महिला का आरोप है कि विधायक ने खुद को तलाकशुदा बताकर उसके साथ रिश्ता बनाया. उसने दावा किया कि 2021 में उसने महिला से शादी की, जबकि उस समय उसकी पहली शादी बरकरार थी. महिला ने यौन शोषण, अश्लील कंटेंट भेजने और धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. इसी आधार पर विधायक पर रेप, चीटिंग और क्रिमिनल इंटिमिडेशन की धाराओं में FIR दर्ज की गई है.

कौन हैं हरमीत सिंह पठानमाजरा?

AAP विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा की पॉलिटिकल जर्नी भी चर्चा में रही है. वह 2017 में बतौर इंडिपेंडेंट उम्मीदवार सानौर से विधानसभा चुनाव लड़े थे. 2022 में 13 मार्च को उन्होंने आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की और अकाली दल के उम्मीदवार हरिंदर पाल सिंह चंदूमाजरा को 49,122 वोटों से हराया. 46 वर्षीय विधायक 12वीं पास हैं, जो उन्होंने 1995 में बिहार स्कूल एग्ज़ामिनेशन बोर्ड से पूरी की थी.

AAP की दिल्ली लीजरशिप पर उठाए सवाल

विधायक ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश बताया. FIR दर्ज होने के बाद वह फेसबुक लाइव आए और दिल्ली नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि "AAP की दिल्ली लीडरशिप पंजाब पर गैरकानूनी तरीके से राज कर रही है और मुझे निशाना बना रही है. वे मेरे खिलाफ FIR दर्ज कर सकते हैं, मैं जेल में भी रह सकता हूं, लेकिन मेरी आवाज को दबा नहीं सकते." उनके वकील, एडवोकेट सिमरनजीत सिंह सग्गू ने भी दलील दी कि शिकायतकर्ता ने कोर्ट में खुद लिव-इन रिलेशनशिप की बात स्वीकार की है, इसलिए केस निराधार है.

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बाढ़ प्रबंधन पर अपनी ही सरकार की आलोचना

हाल ही में पठानमाजरा ने अपनी ही सरकार से बाढ़ प्रबंधन को लेकर टकराव किया था. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने तंगड़ी जैसी नदियों की डीसिल्टिंग की उनकी बार-बार की मांग नजरअंदाज़ कर दी, जिससे पटियाला के गांवों में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ी. उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ सुरक्षा हटाने और लोकल पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर जैसी कार्रवाइयां की गईं.

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