पीएम नरेंद्र मोदी की मां पर की गई अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में उत्तर प्रदेश में सियासी पारा गरम हो गया है. इटावा, लखीमपुर, हरदोई और झांसी समेत कई जिलों में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कई जगहों पर भाजपा कार्यकर्ताओं और कांग्रेसियों के बीच तीखी झड़पें हुईं, जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गई. मामला इतना बढ़ा कि कई जिलों में पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा.
लखीमपुर खीरी में कांग्रेस कार्यालय पर बवाल
लखीमपुर खीरी में भाजपाइयों का गुस्सा देखने को मिला, जहां भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने शहर के विलोबी हॉल में इकट्ठा होकर कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की. इसके बाद वे कलेक्ट्रेट की ओर जा रही थीं कि रास्ते में कांग्रेस पार्टी का कार्यालय दिखा. गुस्साए कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की. उन्होंने कुर्सियों को पटक-पटक कर तोड़ दिया और कार्यालय पर टमाटर-कीचड़ भी फेंका. इस घटना से इलाके में तनाव फैल गया और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा.
इन जिलों में भी हुआ विरोध
इटावा में भी विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. यहां भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के दौरान पथराव हुआ, जिसमें सदर विधायक भी घायल हो गईं. वहीं, हरदोई में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और कांग्रेसियों से उनकी झड़प हुई. भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री की मां पर ऐसी टिप्पणी करना राजनीति के गिरते स्तर को दर्शाता है और यह 140 करोड़ भारतीयों का अपमान है. उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से माफी की मांग की है.
इटावा में पुलिस ने लिया एक्शन
दरअसल, बीते दिन इटावा में भाजपा महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका चौराहा स्थित कांग्रेस कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया. इस दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प और पथराव हुआ. जैसे ही भाजपा का प्रदर्शन तेज हुआ, कांग्रेस कार्यालय की छत से कांग्रेस जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने ईंट और पत्थर फेंकने शुरू कर दिए. अचानक हुए इस पथराव से भगदड़ मच गई और इसमें आधा दर्जन से अधिक भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए.
पुलिस की मौजूदगी में हुई इस घटना के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों सहित आठ लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया. भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष बिरला शाक्य की तहरीर पर पुलिस ने 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है.
हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वाचस्पति द्विवेदी ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस भाजपा के इशारे पर काम कर रही है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आत्मरक्षा में पथराव किया था. वहीं, पुलिस क्षेत्राधिकारी अभय नारायण राय ने बताया कि भाजपा का प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन कांग्रेस कार्यालय से अराजक तत्वों ने पथराव किया, जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की गई. पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है.
लखीमपुर में कांग्रेस कार्यालय पर हमला: पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा ने पुलिस को घेरा
लखीमपुर खीरी में कांग्रेस कार्यालय पर भाजपा महिला कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कथित हमले और तोड़फोड़ के बाद कांग्रेस नेता भड़क उठे. घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व राज्यसभा सांसद रवि प्रकाश वर्मा और जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ एसपी ऑफिस पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन के दौरान पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा ने शहर कोतवाल को कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने कहा, "आपकी मौजूदगी में यह सब हुआ है, आप नौकर नहीं सेवक हो, अपनी वर्दी का सम्मान रखो." उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस भाजपा के इशारे पर काम कर रही है और जानबूझकर हमले को नहीं रोका गया। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस न्याय की इस लड़ाई को लंबी लड़ेगी. देखें वीडियो-
कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने बताया कि सदर विधायक योगेश वर्मा के नेतृत्व में 50 महिलाएं कार्यालय में घुस गईं. उन्होंने कहा, "महापुरुषों और हमारे नेताओं की तस्वीरें और फर्नीचर तोड़ दिया गया." वर्मा ने आरोप लगाया कि विधायक ने बाद में एफआईआर दर्ज होने पर कार्यालय फूंकने और हमला करने की धमकी भी दी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बिहार में हुई एक रैली के दौरान 'इंडिया' गठबंधन के मंच से कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी मां के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद भाजपा ने इसे मुद्दा बना लिया. भाजपा का आरोप है कि यह टिप्पणी कांग्रेस नेताओं के उकसावे पर की गई है. इस घटना के बाद से ही देश भर में भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन भाजपा का विरोध अभी भी जारी है.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने भी इस बयान की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर तीखा हमला बोलते हुए इसे 'अभद्र, गिरी हुई सोच और नीचता का परिचायक' बताया है.
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