मध्य प्रदेश के सागर जिले के खुरई थाना क्षेत्र के टीहर गांव से एक दर्दनाक और सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां एक ही परिवार के चार लोगों ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली. मृतकों की पहचान मनोहर लोधी, उसकी बुजुर्ग मां फूलरानी लोधी, बेटी शिवानी और बेटे अनिकेत के रूप में हुई है.
दरअसल, यह घटना शुक्रवार को उस वक्त सामने आई जब चारों के शव घर में मिले. मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिससे मामले ने और भी गंभीर मोड़ ले लिया. सुसाइड नोट में जमीन-जायदाद के बंटवारे का उल्लेख था. इसमें लिखा था कि संपत्ति तीन भाइयों में बांटी जाए और पत्नी द्रोपदी को कुछ भी न दिया जाए. ॉ
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मनोहर ने यह भी साफ किया था कि उसके मामा का हिसाब चुकता हो चुका है और बाकी चीजें जैसे भैंस आदि किसे मिले, इसका भी विवरण नोट में दर्ज था. इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि आत्महत्या के वक्त मनोहर की पत्नी द्रोपदी लोधी घर पर नहीं थी, वह तीन दिन पहले अपने मायके गई हुई थी. चारों अर्थियां उठने से पहले ही द्रोपदी ने मीडिया के सामने जो बयान दिया, उसने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया.
द्रोपदी ने रोते हुए आरोप लगाया कि उसका देवर सुरेंद्र बीते दो सालों से उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था. वह जबरदस्ती उसके पास आता था और मुंह खोलने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता था. द्रोपदी का कहना है कि वह इस डर में जी रही थी और इसी मानसिक दबाव का नतीजा है कि आज उसका पूरा परिवार खत्म हो गया.
पुलिस ने द्रोपदी के बयान को गंभीरता से लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मनोहर ने इस चरम कदम को क्यों उठाया. लेकिन सुसाइड नोट में पत्नी को संपत्ति से वंचित रखने की बात और द्रोपदी के सनसनीखेज आरोप इस मामले को गहरा और संदिग्ध बना रहे हैं. पुलिस अब सभी पहलुओं से जांच में जुटी है.
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