अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अरबपति कारोबारी एलॉन मस्क की दुश्मनी अब जगजाहिर है. दोनों एक दूसरे पर रह-रहकर जुबानी हमले कर रहे हैं. दोनों के बीच की यह दुश्मनी अब आर-पार तक आ पहुंची है. ऐसे में ट्रंप ने मस्क को अमेरिका से डिपोर्ट कर देने तक की धमकी दे दी है.ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि क्या एक नागरिक के तौर पर अमेरिका में रह रहे एलॉन मस्क को डिपोर्ट किया जा सकता है?
एलॉन मस्क मूल रूप से साउथ अफ्रीका के हैं. उनका जन्म प्रिटोरिया में हुआ. लेकिन वह किशोरावस्था में साउथ अफ्रीका से कनाडा चले गए थे. 1995 में वह कनाडा से अमेरिका शिफ्ट हो गए.
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क को 1989 में कनाडा की नागरिकता मिली थी. उन्होंने कनाडा की क्वीन्स यूनिवर्सिटी में पढ़ाई शुरू की और बाद में 1992 में वह अमेरिका चले गए. उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिर्विसटी में एडमिशन के लिए अमेरिका गए थे. लेकिन उन्होंने पढ़ाई पूरी करने के बजाए अमेरिका में अपनी पहली कंपनी Zip2 खोल ली.
एलॉन मस्क स्टूडेंट वीजा यानी (J-1 या F-1 वीजा) पर अमेरिका आए थे. उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए स्टूडेंट वीजा पर अमेरिका आए थे. स्टूडेंट वीजा में काम करने की सख्त शर्तें होती हैं. मस्क ने वीजा मिलने के बाद स्टैनफोर्ड में पढ़ाई पूरी नहीं की और Zip2 पर काम करना शुरू कर दिया, जिस वजह से वीजा की शर्तों का उल्लंघन हुआ. स्टूडेंट वीजाधारकों को बिना अनुमति के स्टार्टअप पर काम करने की अनुमति नहीं है.
फिर अमेरिका की नागरिकता कैसे मिली?
रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क ने 1997 में H-1B वीजा हासिल किया, जो चुनिंदा बिजनेस में काम के लिए दिया जाता है. यह वीजा उन्हें Zip2 में वैध रूप से काम करने की अनुमति देता था. कहा गया कि मस्क ने बाद में ग्रीन कार्ड हासिल किया. वह 2002 में नेचुरलाइजेशन की प्रक्रिया के माध्यम से अमेरिकी नागरिक बन गए. इस प्रक्रिया में आमतौर पर ग्रीन कार्डधारक के रूप में कई वर्षों तक निवास करना, एक नागरिकता परीक्षा देना और यह सुनिश्चित करना शामिल होता है कि आवेदक ने कोई बड़ा अपराध या आव्रजन उल्लंघन नहीं किया हो.
वॉशिंगटन पोस्ट ने 2024 में बताया कि मस्क ने 1995 में स्टैनफोर्ड में नामांकन नहीं किया और Zip2 पर काम शुरू किया, जो उनके छात्र वीजा की शर्तों का उल्लंघन था. वहीं, Zip2 के निवेशकों को 1996 में मस्क की आव्रजन स्थिति के बारे में चिंता थी और उन्होंने मस्क और उनके सह-संस्थापकों के समक्ष 45 दिनों के भीतर अपना स्टेटस क्लियर करने की शर्त रखी थी. ऐसा नहीं करने पर निवेश वापस लेने का हवाला दिया था.
हालांकि, 2005 में एक मानहानि मुकदमे में मस्क ने एक ईमेल में स्वीकार किया था कि उनके पास स्टैनफोर्ड में आवेदन करने के अलावा अमेरिका में रहने का कोई कानूनी आधार नहीं था, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह अपनी स्थिति के बारे में जानते थे.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि मस्क का स्टैनफोर्ड में नामांकन न करना और Zip2 पर काम करना तकनीकी रूप से उनके वीजा की शर्तों का उल्लंघन था. हालांकि, 90 के दशक में आव्रजन नियम उतने सख्त नहीं थे.
क्या मस्क की नागरिकता रद्द कर उन्हें डिपोर्ट किया जा सकता है?
अमेरिकी कानून के तहत नेचुरलाइज्ड नागरिकता को रद्द किया जा सकता है. इसके लिए यह साबित करना होगा कि नागरिकता के लिए महत्वपूर्ण तथ्यों को जानबूझकर छिपाया गया और झूठ बोला गया. अगर मस्क ने 2002 में अपनी नागरिकता आवेदन प्रक्रिया के दौरान 1995-1997 के बीच अपने अवैध कार्य के बारे में जानकारी छिपाई, तो सैद्धांतिक रूप से उनकी नागरिकता रद्द की जा सकती है.
इसके लिए सरकार को यह साबित करना होगा कि मस्क ने जानबूझकर गलत जानकारी दी, जो उनकी नागरिकता के लिए निर्णायक थी. अगर मस्क की नागरिकता रद्द हो जाती है, तो वह स्वत: ही कनाडाई नागरिक हो जाएंगे, जिस वजह से उन्हें कनाडा डिपोर्ट कर दिया जाएगा.