अपराध की दुनिया कभी-कभी फिल्मों की पटकथा जैसी लगती है, लेकिन जब यही फिल्मी दृश्य असल जिंदगी में घटित हो जाएं, तो पूरा इलाका दहशत में आ जाता है. मेरठ के इंचौली थाना क्षेत्र के खरदौनी गांव में ऐसा ही मंजर देखने को मिला, जब बाइक पर सवार दो बदमाशों ने खुलेआम गोलियां बरसा दीं. टारगेट था गांव का ही रहने वाला सद्दाम. गोलियां लगातार चलीं, तीन राउंड फायर हुए, पर किस्मत से सद्दाम मौत के मुंह से बाहर निकल आया.
घटना इतनी अचानक हुई कि लोग कुछ समझ ही नहीं पाए. सड़क पर अफरातफरी मच गई, लोग इधर-उधर भागने लगे और कई लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने लगे. बाद में यही सीसीटीवी और मोबाइल फुटेज पुलिस की सबसे बड़ी मददगार बनी. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई.
घटना का फिल्मी अंदाज
शाम करीब 5 बजकर 24 मिनट. खरदौनी गांव की गलियों में आम दिनों की तरह हलचल थी. बच्चे खेल रहे थे, दुकानों पर रोजमर्रा की रौनक थी. तभी अचानक दो बाइक सवार काले कपड़ों में आते दिखाई दिए. बाइक पर सवार शख्स ने तमंचा निकाला और देखते ही देखते सद्दाम नाम के युवक पर गोलियां बरसा दीं. आसपास खड़े लोग समझ ही नहीं पाए कि आखिर हुआ क्या. तीन गोलियां दागने के बावजूद सद्दाम चमत्कारिक ढंग से बच गया. गोलियों की आवाज से गांव दहल उठा. महिलाओं ने बच्चों को घरों में खींच लिया और दुकानदारों ने शटर गिरा लिए. यह पूरा मंजर किसी बॉलीवुड थ्रिलर से कम नहीं था.
गोलीबारी का वीडियो हुआ वायरल
जैसे ही वारदात हुई, उसका वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया. महज कुछ ही घंटों में घटना की क्लिप गांव से निकलकर पूरे जिले और फिर राज्य तक पहुंच गई. वीडियो में साफ देखा जा सकता था कि कैसे औरंगजेब नाम का आरोपी बेखौफ अंदाज़ में गोलियां दाग रहा है. यही वीडियो पुलिस के लिए सबसे अहम सबूत साबित हुआ. पुलिस ने बिना देर किए मामला दर्ज किया और जांच में जुट गई.
पुलिस की तत्परता और गिरफ्तारी
मेरठ पुलिस ने वीडियो की मदद से आरोपियों की पहचान की. नाम सामने आए – औरंगजेब और अफाक. दोनों ही गांव के रहने वाले थे. गिरफ्तारी अभियान शुरू हुआ और महज 24 घंटे के भीतर पुलिस ने दोनों को दबोच लिया. हालांकि गिरफ्तारी के दौरान भी पूरा ड्रामा हुआ. जब पुलिस आरोपी औरंगजेब को बरामद तमंचे के साथ ले जा रही थी, तभी उसने खुद को छुड़ाकर भागने की कोशिश की. लेकिन किस्मत ने यहां भी उसका साथ नहीं दिया. गिरने से उसका हाथ टूट गया और वह घायल हो गया. फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मामूली विवाद में जानलेवा हमला
पुलिस की जांच में जो कारण सामने आया, वह और भी चौंकाने वाला है. यह पूरा मामला किसी गैंगवार या बड़े आपराधिक विवाद का नतीजा नहीं था, बल्कि एक सामान्य बहस ने इसे खतरनाक मोड़ दे दिया. दरअसल, औरंगजेब और सद्दाम के बीच फोन पर बातचीत को लेकर कहासुनी हो गई थी. मामूली झगड़ा इतना बढ़ा कि औरंगजेब ने अफाक के साथ मिलकर जानलेवा हमला करने की ठान ली. यही छोटी सी बात एक बड़ी सनसनीखेज घटना में बदल गई.
पुलिस का तुरंत एक्शन
मेरठ के एसपी देहात राकेश कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि थाना इंचौली क्षेत्र के खरदौनी गांव में 31 अगस्त को सद्दाम नामक व्यक्ति पर गांव के ही रहने वाले औरंगजेब और अफाक ने फायरिंग की. गनीमत रही कि किसी को गोली नहीं लगी. मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जब तमंचा बरामद कर आरोपियों को ले जाया जा रहा था, तो औरंगजेब ने भागने का प्रयास किया जिसमें वह गिरकर घायल हो गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि फोन पर बातचीत को लेकर विवाद इस घटना की वजह था.
गांव में दहशत, सोशल मीडिया पर चर्चा
फायरिंग की यह घटना पूरे गांव में खौफ का माहौल पैदा कर गई. बच्चे और महिलाएं अब तक सहमे हुए हैं. लोग इस बात से चिंतित हैं कि मामूली विवाद में भी अगर गोलियां चलने लगें तो सुरक्षा किस स्तर पर है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोग पुलिस की त्वरित कार्रवाई की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कई लोग कानून-व्यवस्था पर सवाल भी उठा रहे हैं.
---- समाप्त ----