कजिन को बना रहे लाइफ पार्टनर... आखिर क्यों ब्रिटेन में मुद्दा बन गई पाकिस्तानियों की शादी?

5 days ago 2

ब्रिटेन में इन दिनों कजिन मैरिज को लेकर बहस चल रही है. वैसे ब्रिटेन में कजिन मैरिज पर कोई प्रतिबंध नहीं है. लेकिन, अब कुछ दिनों से इस पर सवाल उठने लगे हैं. इसका अहम कारण है ब्रिटेन में रहने वाले पाकिस्तानी. दरअसल, हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा जा रहा है कि ब्रिटेन में रह रहे पाकिस्तान के लोग 40 से 60 फीसदी शादियां रिश्तेदारों से यानी कजिन से कर रहे हैं. ऐसे में कजिन मैरिज के खिलाफ भी आवाज उठने लगी है. 

एक फैक्ट ये भी है कि भले ही ब्रिटेन में ऐसी शादियों के खिलाफ बात हो रही है, लेकिन ब्रिटेन में हमेशा से इन शादियों का चलन रहा है. यहां 16वीं सदी से कजिन मैरिज कानूनी है. आपको ये जानकार हैरानी होगी कि क्वीन विक्टोरिया और चार्ल्स डार्विन जैसे बड़े नामों ने भी अपने कजिन से ही शादी की थी. लेकिन जेनेटिक बीमारियों आदि की वजह से अब ये शादियां काफी कम हो गई हैं.  लेकिन ब्रिटिश पाकिस्तानी समुदाय अभी भी ये चलन में है और इसे परिवार या संपत्ति को एकजुट रखने का तरीका माना जाता है. 

कितने पाकिस्तानी कर रहे कजिन मैरिज?

2021 की एक स्टडी के अनुसार, ब्रिटिश पाकिस्तानी समुदाय में 55% शादियां कजिन के साथ होती हैं, लेकिन यह आंकड़ा धीरे-धीरे कम हो रहा है. द वीक की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016-2020 के बीच यह 40 फीसदी तक आ गया था, खासकर उन परिवारों में जिनकी दोनों पीढ़ियां ब्रिटेन में पैदा हुई हैं. अभी 40 से 60 फीसदी पाकिस्तानी लोग कजिन मैरिज करके परिवार चला रहे हैं.

द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 13,500 परिवारों के एक अध्ययन में पाया गया कि पाकिस्तानी मूल के 37% विवाहित जोड़े चचेरे भाई-बहन थे, जबकि ब्रिटिश कपल में यह संख्या 1% से भी कम थी. अब इन शादियों पर बैन की मांग की जा रही है, हालांकि कई लोगों का मानना है कि अगर ऐसा हो जाता है तो जिन लोगों की पहले शादी हो रखी है, उन्हें अपमानित होना पड़ेगा. 

ब्रिटेन में अभी क्या चल रहा है?

बता दें कि कुछ महीने पहले ही कंजर्वेटिव सांसद रिचर्ड होल्डन ने संसद में कज़िन मैरिज पर बैन लगाने का बिल पेश किया. उनका तर्क था कि इससे बच्चों में जेनेटिक बीमारियों का खतरा बढ़ता है और यह आधुनिक ब्रिटिश समाज के अनुकूल नहीं है. इसके बाद एक सर्वे किया गया, जिसमें सामने आया कि 77 फीसदी ब्रिटिश लोग कज़िन मैरिज को गैरकानूनी बनाना चाहते हैं.

पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मूल के 47% लोगों ने भी बैन का समर्थन किया, जबकि 39% इसके पक्ष में रहे. डीडब्ल्यू की एक रिपोर्ट के अनुसार, 10 से 15 फीसदी नए पैदा होने वाले बच्चों को पैरेंट्स बायोलॉजिकल रिश्तेदार हैं. इसके साथ ही अब अलग अलग वर्गों की ओर से इस पर बैन की मांग की जा रही है.

क्यों किया जा रहा विरोध

कई शोध में ये सामने आया है कि कजिन मैरिज से पैदा होने वाले बच्चों में जेनेटिक बीमारियों का खतरा दोगुना हो सकता है, जबकि सामान्य परिस्थिति में यह 3 फीसदी तक है. इसका मतलब है कि इस स्थिति में यह दर दोगुना तक हो जाती है. इससे बच्चों में रिसेसिव बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है. कुछ डॉक्टर्स का मानना है कि कजिन मैरिज पर बैन लगाने की बजाय इसकी  जेनेटिक स्क्रीनिंग और जागरूकता पर ध्यान दिया जाना चाहिए. 

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