आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के कैप्टन श्रीधर टाटा को कमीशन किए गए नए अत्याधुनिक युद्धपोत INS तमाल का कमांडर नियुक्त किया गया है. यह जहाज रूस के कालिनिनग्राद में भारत और रूस के विशेषज्ञों के सहयोग से बनाया गया है. कैप्टन श्रीधर 250 नौसैनिकों की टीम का नेतृत्व कर इस जहाज को भारतीय नौसेना में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
सैन्य परिवार का गौरव
कैप्टन श्रीधर का पूरा परिवार सैन्य सेवाओं से जुड़ा है. उनके पिता, जो श्रीकाकुलम के चोरलांगी गांव से हैं. ससुर, जो विजयनगरम से हैं, दोनों ने भारतीय वायुसेना में 30 साल से ज्यादा सेवा की. उनके भाई और साले भी सशस्त्र बलों में उच्च पदों पर हैं.
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सैनिक स्कूल कोरुकोंडा से पढ़ाई
कैप्टन श्रीधर विजयनगरम के सैनिक स्कूल कोरुकोंडा के पूर्व छात्र हैं. वे इस स्कूल के पहले ‘सैकोरियन’ (पूर्व छात्रों का नाम) हैं, जिन्हें विदेश में फ्रिगेट या उससे बड़े युद्धपोत का कमांडर बनने का गौरव प्राप्त हुआ है. यह स्कूल 1961 से सैन्य अफसरों को तैयार कर रहा है, जिनमें लेफ्टिनेंट जनरल के. सुरेंद्र नाथ, वाइस एडमिरल एम.एस. पवार और गलवान संघर्ष में शहीद कर्नल बी. संतोष बाबू जैसे लोग शामिल हैं. हाल ही में श्रीकाकुलम के मेजर रामा गोपाल नायडू को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया.
26 साल का शानदार करियर
कैप्टन श्रीधर के पास 26 साल का नौसेना अनुभव है. उन्होंने 12 अलग-अलग युद्धपोतों पर सेवा दी और तीन का नेतृत्व किया. वे कारगिल युद्ध (ऑपरेशन विजय), संसद हमले के बाद ऑपरेशन पराक्रम और समुद्री डकैती विरोधी मिशनों में शामिल रहे. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के अधीन नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल सेक्रेटेरिएट के मैरीटाइम सिक्योरिटी विंग के संस्थापक सदस्य के रूप में भी योगदान दिया.
INS तमाल: भारतीय नौसेना की ताकत
INS तमाल एक तलवार-क्लास स्टील्थ फ्रिगेट है, जो ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, HUMSA NG Mk II सोनार और रूसी मूल के Shtil-1 मिसाइलों से लैस है. यह भारतीय नौसेना का आखिरी आयातित युद्धपोत है, क्योंकि भारत अब आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत स्वदेशी जहाज बना रहा है. कैप्टन श्रीधर ने बाल्टिक सागर में कठिन परिस्थितियों में इस जहाज के हथियारों और सेंसरों का सफल परीक्षण किया.