कोरोना के कारण 4 सालों तक अटकी थी अजय देवगन की 'मैदान', बोनी बोले- पैसे गंवाए...

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साल 2024 में अजय देवगन एक स्पोर्ट्स-ड्रामा फिल्म 'मैदान' में नजर आए थे, जिसमें उन्होंने एक फुटबॉल कोच की भूमिका निभाई थी. ये फिल्म वैसे तो साल 2020 में रिलीज होने वाली थी. लेकिन कोरोना के कारण ये चार साल तक टली और अंत में जब रिलीज हुई, तब बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हुई. अब इसकी नाकामयाबी पर प्रोड्यूसर बोनी कपूर का पहला रिएक्शन सामने आया है.

'मैदान' की फ्लॉप पर क्या बोले बोनी कपूर

बोनी कपूर ने अपनी फिल्म 'मैदान' से जुड़े कई हैरान करने वाली बातें साझा की हैं. उन्होंने बताया कि कोविड के कारण उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ा था. जहां फिल्म पहले 120 करोड़ रुपये में बननी थी. लेकिन इसके टलने के कारण प्रोडक्शन का खर्चा बढ़ते-बढ़ते 210 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.  

गेम चेंजर्स संग बातचीत में बोनी कपूर ने बताया, 'मैंने मैदान फिल्म में पैसे गंवाए हैं. करीब चार साल तक फिल्म अटकी हुई थी क्योंकि कोविड-19 महामारी थी. आप सोचिए जनवरी 2020 तक 70% तक फिल्म बन चुकी थी, ठीक महामारी से पहले. हम लोग मैच की शूटिंग करीब मार्च के महीने के अंत में शूट करने वाले थे. सारी इंटरनेशनल टीमें आ गई थीं. करीब 200-250 लोगों का इंटरनेशनल क्रू और उसके अलावा हर देश से प्लेयर्स भी मौजूद थे.'

'लेकिन मार्च में जैसे ही लॉकडाउन अनाउंस हुआ, सारी शूटिंग रुक गई और फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं. किसी को अंदाजा नहीं था कि लॉकडाउन इतने महीनों के लिए बढ़ जाएगा. मैंने पूरी यूनिट को इंडिया में तबतक रखा जबतक देश की आखिरी फ्लाइट की अनाउंसमेंट नहीं हो गई. ये सबकुछ मेरे साथ करीब 4 बार हुआ. महामारी के अलावा, मुझे उस वक्त आए तूफान के कारण भी नुकसान झेलना पड़ा. मेरा बनाया स्टेडियम पूरा तबाह हो गया था. मैं ये सब किसे समझाऊं?'

कैसे 120 करोड़ से 210 करोड़ रुपये हुआ 'मैदान' का बजट?

बोनी कपूर ने आगे ये भी समझाया कि आखिर कैसे उनकी फिल्म का बजट 120 करोड़ रुपये से 210 करोड़ रुपये बढ़ा. उनका कहना है कि कोरोना के कारण उन्हें 800 लोगों की यूनिट के लिए खाना ताज होटल से मंगवाना पड़ता था. उन्हें हर वक्त 4 एम्बुलेंस और डॉक्टर्स को भी सेट पर रखना पड़ता था. पाबंदियों के कारण वो सेट पर सिर्फ 150 लोगों को ही रख सकते थे. इसके अलावा फिल्म के सेट पर पानी की बोतल का खर्च भी काफी ज्यादा हुआ. 

बोनी कपूर ने बताया, 'बजट का एक हिस्सा पूरी तरह से सेट पर यूनिट को दिए जाने वाले बोतलबंद पानी पर खर्च होता था. जिसकी कीमत एक प्रोड्यूसर के लिए एक छोटे बजट की फिल्म बनाने के लिए काफी थी. हमने एक खास ब्रांड के साथ डील की थी. उन्होंने पानी की सप्लाई की और उसका बिल बहुत ज्यादा था. हमें सभी को डिस्टिल्ड वॉटर देना पड़ा ताकि वो सुरक्षित महसूस करें. इन सभी एसओपी में मेरा बहुत पैसा खर्च हुआ और मुझे ये सब लगभग साढ़े तीन साल तक करना पड़ा.'

बोनी कपूर ने अंत में बताया कि जब 'मैदान' फ्लॉप हुई, तब उन्हें पैसे मांगने पड़े थे ताकि वो अपनी फिल्म की यूनिट की फीस चुका सकें. हालांकि उन्होंने ये भी खुलासा किया कि उन्होंने चार सालों तक धैर्य के साथ पैसों का इंतजार किया और कुछ ने तो अपनी फीस में भी 10-15% की कमी की थी. 

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