Kolkata Rape Case: कोलकाता में एक कॉलेज छात्रा से हुए रेप केस ने पूरे देश को झकझोर दिया. पीड़िता अभी भी मानसिक तौर पर बेहद आहत है, और उसका परिवार न्याय की उम्मीद में डटा हुआ है. इंडिया टुडे से खास बातचीत में पीड़िता के पिता ने अपना दुख और गुस्सा साझा किया. उन्होंने साफ कहा कि अगर देश में बलात्कार के लिए अधिकतम सजा फांसी है, तो आरोपियों को वही सजा दी जाए. उनका कहना है कि समाज में अब भी मानसिक विकृति से ग्रस्त लोग घूम रहे हैं, और उन्हें यह दिखना चाहिए कि न्यायिक व्यवस्था क्या कर सकती है. पिता ने कोलकाता पुलिस और उनकी SIT पर भरोसा जताते हुए CBI जांच की जरूरत से इनकार किया है.
आज तक/इंडिया टुडे: सर, हम जानते हैं आपकी बेटी के साथ जो हुआ वो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस समय पूरा देश आपके साथ है. सबसे पहले जानना चाहते हैं, आपकी बेटी अभी कैसी है?
पीड़िता के पिता: वो मानसिक रूप से बेहद परेशान और आहत है. बाकी बातें कहने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हर कोई महसूस कर सकता है.
आज तक/इंडिया टुडे: क्या वो अब थोड़ी ठीक महसूस कर रही हैं?
पीड़िता के पिता: अगर कोई मानसिक रूप से परेशान है तो वो सामान्य कैसे हो सकती है! मैं इस बारे में और बात नहीं करना चाहता.
आज तक/इंडिया टुडे: क्या वो काउंसलिंग ले रही हैं?
पीड़िता के पिता: हम इस पर पूरी कोशिश कर रहे हैं.
आज तक/इंडिया टुडे: क्या प्रशासन या पुलिस इलाज या काउंसलिंग में मदद कर रही है?
पीड़िता के पिता: कोलकाता पुलिस पूरी तरह हमारी मदद कर रही है. हमें कोलकाता पुलिस पर भरोसा है.
आज तक/इंडिया टुडे: क्या आप कोलकाता पुलिस की जांच से संतुष्ट हैं?
पीड़िता के पिता: बिल्कुल. कोलकाता पुलिस बहुत तेजी से काम कर रही है और उन्होंने आरोपी को जल्दी गिरफ्तार कर लिया. जांच सक्रिय रूप से आगे बढ़ रही है.
आज तक/इंडिया टुडे: क्या आप इस मामले में सीबीआई जांच चाहते हैं?
पीड़िता के पिता: नहीं, हम इस समय सीबीआई जांच नहीं चाहते. मुझे कोलकाता पुलिस और उनकी बनाई SIT पर पूरा भरोसा है.
आज तक/इंडिया टुडे: क्या आपको लगता है कि ये एक पूर्व नियोजित हमला था? क्या मनोजीत पहले से आपकी बेटी को टारगेट कर रहा था?
पीड़िता के पिता: ये बताना मेरे लिए संभव नहीं है कि कौन किसे टारगेट कर रहा था. अगर कोई माता-पिता अपने बेटे या बेटी को स्कूल, कॉलेज या यूनिवर्सिटी भेजते हैं, तो ये जान पाना उनके लिए मुमकिन नहीं है कि रास्ते में कौन उन्हें टारगेट कर रहा है.
आज तक/इंडिया टुडे: क्या आपकी बेटी ने आपसे कुछ शेयर किया था? कि मनोजीत उसे पहले परेशान करता था?
पीड़िता के पिता: आज के इस आधुनिक दौर में हमारे बच्चे पढ़ाई के लिए अलग-अलग जगहों पर जाते हैं, और रास्ते में उनके साथ कई घटनाएं हो जाती हैं. मैं इस पर ज्यादा विस्तार में नहीं जाऊंगा. जिसने ये अपराध किया है उसे अधिकतम सजा मिलनी चाहिए. जो मानसिक रूप से बीमार लोग समाज में अब भी मौजूद हैं, उन्हें दिखना चाहिए कि सरकार और न्यायिक व्यवस्था उनके लिए क्या कर सकती है. इसलिए मैं अधिकतम सजा की मांग करता हूं.
आज तक/इंडिया टुडे: आप आरोपी को किस तरह की सजा देना चाहते हैं? मौत की सजा?
पीड़िता के पिता: मैं चाहता हूं कि उन्हें अधिकतम सजा दी जाए. अगर हमारे देश में अधिकतम सजा मौत की सजा है, तो वही होनी चाहिए. मैं अभी इस पर ज्यादा बोलने की स्थिति में नहीं हूं.
आज तक/इंडिया टुडे: माफ़ कीजिएगा कि इस स्थिति में भी सवाल कर रहा हूं, लेकिन हम सच्चाई सामने लाना चाहते हैं.
पीड़िता के पिता: मैं भी चाहता हूं कि सच्चाई सामने आए, ताकि सब जान सकें कि समाज में इस तरह की हरकत करने वालों को कैसी सजा दी जाती है. और ये केवल कानून के जरिए ही संभव है. मैं अब और कुछ नहीं कहना चाहता. बस इतना ही.
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