सोलापुर जिले में अवैध खनन की जांच के दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार से हुई बहस के बाद आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा चर्चा में आ गई हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में उन्होंने दबाव के बावजूद बेबाक अंदाज में अपनी बात रखी. अब लोग जानना चाहते हैं कि अंजना कृष्णा कौन हैं .
X
IPS अंजना ने साल 2022 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. (Photo: Instagram\@fortune_ias_academy)
सोशल मीडिया पर IPS अधिकारी डीएसपी अंजना कृष्णा का वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आईपीएस अंजना को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष अजित पवार फटकारते नजर आ रहे हैं. दरअसल, अंजना सोलापुर जिले के कुर्दु गांव में IPS मुरम का अवैध खनन की जांच करने पहुंची थीं.
अजीत पवार से फोम पर आईपीएस की क्या बात हुई?
वायरल वीडियो में कार्रवाई के दौरान गांव वालों और पुलिस टीम के बीच बहस शुरू होती नजर आ रही है. इसी बीच एनसीपी कार्यकर्ता बाबा जगताप ने सीधे उपमुख्यमंत्री अजित पवार को फोन मिलाया और आईपीएस से बात कराई. कॉल पर अजित पवार को कहते सुना जा सकता है कि 'मैं आपको आदेश देता हूं कि वो रुकवाओ और आप जाओ तहसीलदार को बताओ कि अजित पवार का फोन आया था. जवाब में अधिकारी ने कहा, 'आप एक काम कीजिए. आप मेरे फोन पर डायरेक्ट कॉल कीजिए.' वीडियो वायरल होने के बाद लोग आईपीएस के बारे में सर्च कर रहे हैं. आइए आपको बताते हैं वे कौन हैं.
ग्रेजुएशन के बाद शुरू की यूपीएससी की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसरा, अंजना सेंट मैरीज सेंट्रल स्कूल पूजप्पुरा से अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की है. स्कूल पूरा करने के बाद उन्होंने HHMSPB NSS कॉलेज फॉर वुमेन नीरामंकरा, तिरुवनंतपुरम से BSc गणित विषय में ग्रेजुएशन किया है. ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद ही उन्होंने सिविल सर्विस में जाने की ठान लिया था और फिर तब ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. कई मीडियो रिपोर्ट्स बताती हैं कि यूपीएससी मलयालम साहित्य उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट था और परीक्षा इंग्लिश मीडियम से दी थी.
UPSC में थी 355 रैंक
अंजलि कृष्णा केरल राज्य की रहने वाली हैं. उन्होंने साल 2022 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. वे साल 2022-23 यूपीएससी सिविल सेवा बैच की अधिकारी हैं और वर्तमान में सोलापुर के करमाला में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के पद पर तैनात हैं. उनके पिता तिरुवनंतपुरम में एक व्यवसाय चलाते हैं और उन्हें यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय 355वीं रैंक मिली है. वह अपनी ईमानदारी, दृढ़ संकल्प और कुशाग्र प्रशासनिक कौशल के लिए जानी जाती हैं.
---- समाप्त ----