SolarCity के 2017 में टेस्ला में विलय के बाद, भारतीय मूल के वैभव तनेजा ने Assistant Corporate Controller के रूप में टेस्ला के साथ शुरुआत की. उन्हें अगस्त 2023 में ज़ैच किर्खोर्न की जगह CFO बनाया गया. उनकी 139.5 मिलियन डॉलर सैलरी की हर तरफ चर्चा हो रही है. इस राशि का बड़ा हिस्सा स्टॉक ऑप्शन्स और इक्विटी अवार्ड्स के रूप में था, जो उन्हें प्रमोशन के बाद दिए गए थे. उनकी मूल सैलरी सिर्फ 400,000 डॉलर थी.
X
TESLA CFO Vaibhav Taneja Salary
Who Is Tesla CFO Vaibhav Taneja: आपको जानकर हैरानी होगी कि टेस्ला कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) वैभव तनेजा की सालाना सैलरी गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नारायण नडेला (Satya Narayana Nadella) से भी ज़्यादा है. ब्रिटेन की मीडिया रिपोर्ट ‘द टेलीग्राफ’ के मुताबिक, वैभव तनेजा की साल 2024 की कुल सैलरी 139 मिलियन डॉलर (करीब 1155 करोड़ रुपये) से भी ज्यादा थी. यह किसी भी वित्त प्रमुख (CFO) की अब तक की सबसे ज्यादा सैलरी मानी जा रही है.
वैभव तनेजा की सैलरी सत्य नडेला (Microsoft CEO) की 79.1 मिलियन डॉलर और सुंदर पिचाई (Google CEO) की 10.7 मिलियन डॉलर की सैलरी से कहीं ज्यादा है. वैभव तनेजाअधिकतर स्टॉक के रूप में कंपनसेशन मिला, जो उन्हें 2023 में CFO बनने के बाद अलॉट किया गया था. उस समय टेस्ला का शेयर करीब 250 डॉलर था, जो 4 साल की वेस्टिंग पीरियड के साथ दिया गया. 19 मई 2025 तक यह शेयर 342 डॉलर तक पहुंच गया, जिससे उनके स्टॉक्स की वैल्यू काफी बढ़ गई. दिलचस्प बात यह है कि यह सब उस समय हुआ जब टेस्ला को ईवी डिलीवरी में गिरावट और कम मुनाफे जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था.
कौन हैं वैभव तनेजा
वैभव तनेजा दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्नातक हैं और चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं. उन्होंने 1999 से 2016 तक भारत और अमेरिका में प्राइसवाटरहाउस कूपर्स (PwC) में काम किया. इसके बाद उन्होंने सोलरसिटी नामक अमेरिकी सोलर कंपनी में विभिन्न वित्तीय भूमिकाएं निभाईं, जिसे बाद में टेस्ला ने अधिग्रहित कर लिया.
वैभव तनेजा 2017 में टेस्ला से जुड़े और वहां कॉरपोरेट कंट्रोलर से लेकर चीफ अकाउंटिंग ऑफिसर तक की भूमिका निभाई. मार्च 2019 से 2023 तक वह इसी पद पर रहे और फिर CFO बनाए गए. जनवरी 2021 में उन्हें टेस्ला इंडिया मोटर्स एंड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक नियुक्त किया गया और अब वह टेस्ला के भारत में प्रवेश की अगुवाई कर रहे हैं.