भारतीय मूल के एक सीईओ दक्ष गुप्ता इन दिनों चर्चा में है. दक्ष गुप्ता के चर्चा में आने की वजह है, उनका वर्क कल्चर. दरअसल, दक्ष गुप्ता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि कर्मचारी को 9-9-6 नियम के हिसाब से काम करना चाहिए. 9-9-6 वर्क कल्चर की बात करने के बाद दक्ष गुप्ता खबरों में हैं. ऐसे में जानते हैं कि आखिर दक्ष गुप्ता कौन हैं और ये 9-9-6 का नियम क्या है?
कौन हैं दक्ष गुप्ता?
दक्ष गुप्ता जॉर्जिया टेक के पुराने छात्र हैं, जहां से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन की है. दक्ष की उम्र 23 साल है. वो भारतीय मूल के हैं, जो अमेरिका में रहते हैं. वह Greptile नाम की AI स्टार्टअप कंपनी के को-फाउंडर और CEO हैं.
9-9-6 नियम क्या है?
दक्ष गुप्ता द सैन फ्रांसिस्को स्टैंडर्ड से बात करते हुए बताते हैं कि अभी उनकी कंपनी का वर्तमान माहौल ऐसा है कि...
शराब नहीं पीना है, ड्रग्स नहीं लेना है, 9-9-6 नियम के हिसाब से काम करना है, दूर तक जाना है, जल्दी शादी करनी है, नींद का ध्यान रखना है, स्टेक और अंडे खाने हैं.
बता दें कि 9-9-6 का मतलब है कि कर्मचारी को सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक काम करना चाहिए. साथ ही काम करने का ये स्टाइल हफ्ते के 6 दिन होना चाहिए. यानी एक वीक ऑफ के साथ 12 घंटे की शिफ्ट करने को 9-9-6 वर्क रूल कहते हैं.
पहले भी चर्चा में रह चुके हैं
ग्रेप्टाइल के सीईओ और को-फाउंडर दक्ष गुप्ता सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं, पिछले साल 14 घंटे के काम करने की बात कहने पर लोगों ने उनका विरोध किया था. अब दक्ष ने कह दिया है कि सिलिकॉन वैली के ज्यादातर टेक्निकल विशेषज्ञ हफ्ते में 6 दिन और एक दिन में 12 घंटे काम करना पसंद करते हैं.
क्या है दक्ष की कंपनी में सैलरी?
पिछले हफ्ते, दक्ष ने अपनी सैन फ्रांसिस्को के स्टार्टअप में नई नौकरियों की जानकारी दी है. उनका कहना है कि एम्प्लॉई 12 से 14 घंटे काम करें. ग्रेप्टाइल में एक जूनियर एम्प्लॉई की सालाना बेस सैलरी लगभग 1 लाख 40 हजार से 1 लाख 80 हजार डॉलर तक हो सकती है.
इसके साथ ही उन्हें इक्विटी में भी लगभग 1 लाख 30 हजार से 1 लाख 80 हजार डॉलर सालाना मिल सकती है. वहीं जिन एम्प्लॉई के पास 7 साल से ज्यादा का अनुभव है, उनकी सालाना बेस सैलरी लगभग 2 लाख 40 हजार से 2 लाख 70 हजार डॉलर तक हो सकती है.
---- समाप्त ----