गाजा में भुखमरी-कुपोषण जैसे हालात, इजरायली नाकाबंदी से फूड प्रोडक्शन में 75% की कमी

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अक्टूबर 2023 में इजरायल-गाजा संघर्ष की शुरुआत के बाद से करीब उन्नीस महीने गुजर चुके हैं. अब फिलिस्तीन में एक गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है. इजरायली सेना द्वारा इलाके में अपने सैन्य आक्रमण को बढ़ाने और चल रही नाकाबंदी के कारण, गाजा में स्थिति भयावह हो गई है. इसमें बड़े स्तर पर भुखमरी, कुपोषण और जरूरी सेवाएं करीब पूरी तरह से धराशाई हो गई हैं. 

फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजरायली हमलों में करीब 53,475 लोग मारे गए हैं और 1,21,398 घायल हुए हैं. ये भी आशंका है कि मलबे के नीचे काफी लोग मृत पड़े हैं. 

गाजा राहत: सागर में एक बूंद

19 मई को, करीब ग्यारह हफ्ते की नाकाबंदी के बाद, इज़रायली अधिकारियों ने सैन्य अभियानों में बढ़ोतरी के बीच गाजा में सीमित सहायता की अस्थायी रूप से अनुमति दी

gaza(तस्वीर: AP)

संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के प्रमुख टॉम फ्लेचर ने गाजा में नौ सहायता ट्रकों के प्रवेश को 'समुद्र में एक बूंद' के रूप में देखा जा रहा है. संकट के पैमाने को संबोधित करने के लिए इलाके में सहायता बढ़ाने की तत्काल जरूरत पर जोर दिया गया है.

संयुक्त राष्ट्र का दावा है कि अगर इजरायल अनुमति देता है, तो सहायता आपूर्ति के लिए उसके पास करीब 8,900 ट्रक तैयार हैं. इस साल 1-16 जनवरी के बीच, करीब 620 मानवीय ट्रकों ने गाजा में रहने वाले लोगों को सहायता पहुंचाई, जिसमें आटा, कोयला, दाल, चावल, बुलगुर, दवाई किट और बच्चों के लिए कपड़े शामिल थे. इसका मतलब है कि हर रोज करीब 40 ट्रक, जो उस वक्त भी गाजा की ज़रूरत से बहुत कम था.

हालांकि, 2 मार्च को इजरायल ने मानवीय सहायता की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी. इस वजह से भोजन, पानी और मेडिकल सहायता में बड़े स्तर पर कमी देखी गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सहायता नाकाबंदी शुरू होने के बाद से, 57 बच्चे कुपोषण से मर चुके हैं, यह तादाद बढ़ने की उम्मीद है. पोषण क्लस्टर के मुताबिक, 6 और 23 महीने की उम्र के 92 फीसदी से ज्यादा बच्चों को उनकी पोषक तत्व की जरूरत नहीं मिल रही है.

palestine gazaइजरायल के हमलों से तबाह इमारतें (तस्वीर: AP)

आपदा का पैमाना

फूड सिक्योरिटी और पोषण विश्लेषण को बढ़ाने के लिए एक वैश्विक पहल, एकीकृत खाद्य सुरक्षा चरण वर्गीकरण (IPC) के मुताबिक, अकाल गाजा की पूरी आबादी (करीब 2.1 मिलियन) के लिए एक गंभीर खतरा है. चिंताजनक बात यह है कि करीब 470,000 या उनमें से 22 फीसदी लोग 'आपदा' में हैं, जो भुखमरी का सामना कर रहे हैं. दस लाख से ज्यादा लोग (54 फीसदी) इमरजेंसी (आईपीसी चरण 4) में हैं.

रिपोर्ट में यह भी अनुमान लगाया गया है कि आने वाले महीनों में पांच साल से कम उम्र के 71 हजार बच्चे और करीब 17 हजार गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के तीव्र कुपोषण से पीड़ित होने की आशंका है. 2025 की शुरुआत में, एजेंसियों ने अनुमान लगाया कि 60 हजार बच्चों को उपचार की जरूरत होगी.

फूड के बुनियादी ढांचे में कमी

नाकाबंदी की वजह से फूड की कीमतें भी बहुत बढ़ गई हैं, फरवरी 2025 से आटे की कीमतों में 3,000 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 

14 मई तक, गाजा पट्टी में 65 रसोई के जरिए करीब 249,000 दैनिक भोजन बांटे गए थे. 19 अतिरिक्त रसोई के बंद होने की वजह, 11 मई को उत्पादन स्तर की तुलना में यह लगभग 160,000 भोजन की कमी है. कुल मिलाकर, 25 अप्रैल के बाद से, जब 180 रसोई द्वारा हर रोज 1,080,000 भोजन का उत्पादन और वितरण किया गया था, गाजा में भोजन उत्पादन में 75 फीसदी की कमी आई है. आपूर्ति की कमी के कारण करीब 115 रसोई को बंद करना पड़ा है. 

palestine(तस्वीर: AP)

इज़रायल के हवाई हमलों ने बेकरी, मिलों और कृषि भूमि को नष्ट कर दिया है, जिससे गाजा के खाद्य उत्पादन और वितरण प्रणाली को नुकसान पहुंचा है. वर्ल्ड फूड प्रोग्राम द्वारा समर्थित सभी 25 बेकरियों ने आपूर्ति की कमी के कारण अप्रैल की शुरुआत में काम करना बंद कर दिया. एफएओ का अनुमान है कि भेड़ों की संख्या 36 फीसदी, बकरियों की 39 फीसदी, मवेशियों की 3.8 फीसदी और लेयर्स और ब्रॉयलर की 1.4 फीसदी तक कम हो गई है.

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