गोपाल खेमका हत्याकांड: पटना में पहली गिरफ्तारी, पुलिस ने शूटर उमेश को धर दबोचा, मंगलवार को होगा बड़ा खुलासा!

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बिहार की राजधानी पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. सूत्रों के मुताबिक, पटना शहर से उमेश नामक एक शूटर को गिरफ्तार किया गया है, जो इस सनसनीखेज हत्या में शामिल मुख्य आरोपियों में से एक बताया जा रहा है. हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन मंगलवार को इस केस में पुलिस बड़ा खुलासा कर सकती है.

इस हाई प्रोफाइल मर्डर केस ने बिहार सहित पूरे देश को झकझोर दिया है. शुक्रवार देर रात 11:40 बजे गांधी मैदान इलाके में गोपाल खेमका को उनके घर के पास बाइक सवार बदमाशो ने गोली मार दी. वे बांकीपुर क्लब से लौटकर जैसे ही अपनी कार से उतरे, तभी उन पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की गई. गोली लगने के बाद खेमका को उनके परिजन एक अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. 

ये वारदात इसलिए भी चौंकाने वाली है, क्योंकि साल 2018 में गोपाल खेमका के बेटे को भी गोली मारी गई थी. वह मामला हाजीपुर में जमीन विवाद से जुड़ा था. अब पिता की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई है. जानकारी के मुताबिक, गोपाल खेमका को पहले सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन अप्रैल 2024 में हटा ली गई थी. इसके बाद उन्होंने सुरक्षा के लिए दोबारा कोई अनुरोध नहीं किया था.

इस घटना के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई. सीएम ने एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए. उन्होंने साफ कहा कि कानून का शासन एनडीए सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि पुलिस के आलाधिकारियों की निगरानी में जांच तेज कर दी गई है. 

उन्होंने बताया कि घटनास्थल से एक गोली और एक कारतूस बरामद किया गया है. तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं. परिवार वालों ने पुलिस पर देर से पहुंचने का आरोप लगाया, लेकिन डीजीपी ने इसे नकार दिया. उन्होंने बताया कि गोली चलने के बाद परिजन उन्हें कंकड़बाग के अस्पताल ले गए, जिससे करीब 30-35 मिनट लगे. 

अस्पताल से ही पुलिस को सूचना मिली, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारी रात 12:40 बजे घटनास्थल पर पहुंचे. हत्या की साजिश में किसी संगठित गिरोह के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया गया है. पुलिस ने पटना की बेउर जेल में तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान तीन मोबाइल फोन, एक डेटा केबल और मोबाइल नंबरों से भरा एक कागज बरामद किया गया. 

पुलिस ने जेल में बंद कुछ कैदियों से पूछताछ भी की है. इस घटना के बाद सियासत भी गरमा गई. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इसे बेहद निंदनीय करार दिया. उन्होंने सवाल उठाया कि गांधी मैदान थाना से चंद मीटर की दूरी पर ऐसी घटना कैसे हो सकती है. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने भी गोपाल खेमका के परिवार से मुलाकात कर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया. 

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