मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर की बहुचर्चित चेतकपुरी रोड देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है. वजह यह है कि महज 16 दिन के अंदर यह सड़क अब तक 8 बार धसक चुकी है. 4 करोड़ रुपए की लागत से बनी हुई यह सड़क हल्की-सी बारिश में ही धंसक जाती है. सड़क में बने हुए गड्ढों में वहां से गुजरने वाले वाहन फंस जाते हैं. इससे न केवल राहगीरों को परेशानी होती है, बल्कि यातायात भी बाधित होता है.
खास बात यह है कि यह सड़क केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल जय विलास के सामने से होकर गुजरती है. महल से कुछ ही दूरी पर यह सड़क बार-बार धंसक रही है. नगर निगम द्वारा इस सड़क के गड्ढों को गिट्टी से भरवा कर लीपापोती करने का काम भी किया जा रहा है, लेकिन हर दूसरे दिन सड़क धसकने से नगर निगम की यह चतुराई भी काम नहीं कर रही है.
इस चेतकपुरी रोड पर स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज लाइन डाली गई थी. 14 करोड़ रुपए की लागत इस पर आई थी. इसके बाद 4 करोड़ रुपए खर्च करके इसके ऊपर सड़क निर्माण किया गया.
तकरीबन 16 दिन पहले इस सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन निर्माण के कुछ समय बाद से ही यह सड़क जगह जगह से धंसकना शुरू हो गई. जैसे ही शहर में बारिश होती है, इस सड़क का कोई न कोई हिस्सा गहरे गड्ढे में तब्दील हो जाता है. ऐसा एक या दो बार नहीं, बल्कि आठ बार हो चुका है, जब पिछले 16 दिन में यह सड़क लगातार 8 बार अलग-अलग स्थान पर धंसक चुकी है. देखें Video:-
शुरुआत में सड़क धंसकने की इस घटना को नजरअंदाज कर दिया गया, लेकिन जब हर दूसरे दिन सड़क धंसकने का सिलसिला जारी रहा तो, यह सड़क सुर्खियां बटोरने लगी.
मंगलवार को ही इस सड़क पर तकरीबन 6 फीट से ज्यादा गहरा 'गुफानुमा' गड्ढा हो गया था. जिसमें गिट्टी से भरा एक डंफर फंसा रह गया था. सड़क की यह खस्ता हाल की खबर मीडिया में सुर्खियां बटोरती रही.
ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान ने सड़क की जांच के लिए एक टीम भी गठित कर दी, लेकिन बुधवार की सुबह एक बार फिर से यह सड़क धंसक गई और इस बार सड़क के नीचे से निकली पानी की पाइपलाइन भी डैमेज हो गई.
मौके पर जब आज तक की टीम पहुंची तो यहां पानी की पाइपलाइन दुरुस्त करने का काम किया जा रहा था. कुछ घंटे में पानी की पाइपलाइन की मरम्मत कर दी गई और फिर पहले की तरह ही सड़क के गड्ढे में गिट्टी डालकर उसे भर दिया गया. इस सड़क से होकर गुजरने वाले राहगीर सड़क की जर्जर हालत से इतना परेशान हो गए हैं कि वे अब इस सड़क को लेकर भी ज्यादा कुछ कहते नजर नहीं आ रहे हैं. हालांकि, कुछ लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इस जर्जर सड़क को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की.
इस मामले में ग्वालियर कलेक्टर रुचिका सिंह ने जांच बैठा दी है. कलेक्टर का कहना है कि इसमें जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी उस पर कार्रवाई भी की जाएगी. सिंधिया महल के पास सड़क की हालत बयां कर रही है कि आखिर ग्वालियर में विकास किस गति से और किस दर्जे का हो रहा है.