जर्मनी अब सिर्फ इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी का देश नहीं रह गया है, बल्कि भारतीय टूरिस्टों के लिए एक पसंदीदा ट्रैवल डेस्टिनेशन बनता जा रहा है. हाल ही में, जर्मन राष्ट्रीय पर्यटन कार्यालय (GNTO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 के पहले 6 महीनों में 4.4 लाख से ज़्यादा भारतीय यात्री जर्मनी घूमने गए. यह संख्या दिखाती है कि भारतीय अब एक खास तरह के ट्रैवल एक्सपीरियंस की तलाश में हैं, जिसमें इतिहास, संस्कृति और आधुनिकता का सही तालमेल हो.
जर्मनी की सरकार भी भारत को एक महत्वपूर्ण पर्यटन बाजार मान रही है और उसने 'इंडिया पूल' के तहत खास तौर पर भारतीय पर्यटकों के लिए कई पैकेज और सुविधाएं शुरू की हैं. इसका मकसद भारतीय परिवारों, युवाओं और अकेले यात्रा करने वाले लोगों को आकर्षित करना है, ताकि उन्हें जर्मनी में एक यादगार और आरामदायक यात्रा का एक्सपीरियंस मिल सके.
भारतीयों को लुभा रहे हैं ये शहर और जगहें
दरअसल जर्मनी अब भारतीय यात्रियों को ध्यान में रखते हुए कुछ खास जगहों को प्रमोट कर रहा है. इनमें सबसे पहले आता है बर्लिन, जो इतिहास, कला और नाइट लाइफ़ का शानदार संगम है. यहां ब्रेंडेनबर्ग गेट, मशहूर म्यूज़यम और शहर की रंगीन गलियों का एक्सपीरियंस हर सैलानी को यादगार लगता है.
दूसरा आकर्षण है जुगस्पिट्ज़, जो कि जर्मनी की सबसे ऊंची चोटी है. यहां केबल कार से ऊपर पहुंचकर बर्फ से ढके पहाड़, ग्लेशियर और रोमांचक स्कीइंग का मज़ा लिया जा सकता है. वहीं, बाडेन शांति चाहने वालों के लिए स्वर्ग जैसा है. ब्लैक फ़ॉरेस्ट के पास बसा यह शहर अपने लग्जरी स्पा और शांत माहौल के कारण भारतीय यात्रियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.
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खरीदारी और आधुनिकता का संगम
जर्मनी सिर्फ इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता ही नहीं, बल्कि खरीदारी के शानदार एक्सपीरियंस के लिए भी मशहूर है. आउटलेटसिटी मेटज़िंगन इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. यूरोप का यह सबसे बड़ा लग्जरी आउटलेट है, जहां 170 से ज़्यादा प्रीमियम ब्रांड्स उपलब्ध हैं. टैक्स-फ्री शॉपिंग और वीआईपी सर्विस जैसी सुविधाएं इसे खरीदारों के लिए और भी आकर्षक बनाती हैं.
वहीं, म्यूनिख परंपरा और आधुनिकता का बेहतरीन मेल है. यहां आप बवेरियन संस्कृति, विश्वस्तरीय म्यूज़ियम और शॉपिंग का आनंद ले सकते हैं. इसके अलावा, यह शहर खूबसूरत आल्प्स पहाड़ों और शांत झीलों के बेहद करीब है, जो यात्रियों को दोहरा एक्सपीरियंस देता है.
क्यों बदल रही है भारतीयों की पसंद?
भारतीय यात्री अब सिर्फ़ मशहूर जगहों पर नहीं, बल्कि ऐसे एक्सपीरियंस की तलाश में हैं जो उन्हें कुछ नया सिखाएं. उनके इस मांग को जर्मनी पूरा कर रहा है. यहां परिवार, अकेले यात्रा करने वाले लोग, युवा और बुजुर्ग सबके लिए कुछ न कुछ खास है. जर्मनी की यह पहल दिखाती है कि वे भारत को एक महत्वपूर्ण पर्यटक बाज़ार के रूप में देख रहे हैं और आने वाले समय में भारतीय पर्यटकों की संख्या में और भी ज़्यादा बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.
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