टाइट जींस-पैंट बिगाड़ रही सेहत! बढ़ सकता है बांझपन का जोखिम, डॉक्टर की चेतावनी भी मान लें

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Wear tight clothing for a long time: आज की फैशन-प्रेमी दुनिया में, स्वस्थ रहना कभी-कभी पीछे छूट जाता है. फैशन ट्रेंड, खासकर कपड़ों के मामले में इतने जरूरी मान लिए गए हैं कि अधिकतर लोगों को नई स्टाइल के बिना घर से बाहर निकलना अधूरा सा लगता है. खासकर यंगस्टर्स में टाइट जींस-पैंट पहनना एक आम चलन है. चाहे ऑफिस जाना हो, कॉलेज जाना हो या दोस्तों के साथ हैंगआउट करने जाना हो. टाइट जींस-पैंट पुरुषों और महिलाओं, दोनों में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी रही है, जिनमें फिजिकल डिस्कंफर्ट, प्राइवेट पार्ट से जुड़ी समस्याएं, एलर्जी, इनफर्टिलिटी भी शामिल है.

डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका रेड्डी का कहना है, 'टाइट बेल्ट वाली पैंट/स्कर्ट पहनने से त्वचा में सेंसेटिविटी, लालिमा, ब्लड फ्लो में रुकावट और समय के साथ कमर के आसपास निशान पड़ सकते हैं. कोर्सेट, ब्लाउज जैसे अन्य टाइट कपड़े पहनने से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है. ऐसे कपड़े पहनना ज़रूरी है जो आरामदायक हों और त्वचा को सांस लेने दें. अगर आपको टाइट कपड़ों से त्वचा में जलन या बेचैनी महसूस होती है तो आप ढीले कपड़े या सूती जैसे प्राकृतिक रेशों से बने कपड़े पहनने पर विचार कर सकते हैं. नायलॉन, रेज़िन जैसे सिंथेटिक कपड़ों से बचें.'

आज हम आपको टाइट जींस-पैंट पहनने के नुकसान के बारे में बता रहे हैं ताकि आप फैशन के साथ-साथ आपनी सेहत का भी ख्याल रख सकें.

टाइट जींस और वजाइनल हेल्थ, फर्टिलिटी हेल्थ

कई डॉक्टर्स और रिसर्चर्स का कहना है कि अधिक टाइट जींस-पैंट पहनने से वजाइनल हेल्थ संबंधी समस्याएं होने लगती हैं. बोस्टन यूनिलर्सिटी के पब्लिक स्कूल ऑफ हेल्थ के रिसर्चर्स ने 2019 में एक स्टडी पब्लिश की जिसमें पाया गया कि नियमित रूप से टाइट जींस पहनने से महिलाओं में वुल्वोडायनिया का खतरा बढ़ जाता है जो महिला के बाहरी जननांग क्षेत्र (External genital area) में दर्द को ट्रिगर करती है.

रिसर्च में पाया गया जो महिलाएं सप्ताह में 4 या उससे अधिक बार टाइट फिटिंग वाली जींस पहनती हैं, उनमें वुल्वोडायनिया की संभावना उन महिलाओं की तुलना में दोगुनी होती है, जो कभी टाइट पैंट नहीं पहनती हैं. इसके अलावा, टाइट फिटिंग वाली जींस पहनने से बैक्टीरियल वेजिनोसिस, वजाइना में जलन और यीस्ट इंफेक्शन भी शामिल है.

पुरुषों के लिए स्किनी जींस पहनना एक बुरा विचार हो सकता है. रिप्रोडक्टिव बायोलॉजी एंड एंडोक्रिनोलॉजी में प्रकाशित 2018 की एक स्टडी में पाया गया है कि एक पुरुष जिस तरह के कपड़े पहनना पसंद करता है, उसका प्रजनन स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है. उदाहरण के लिए, एक स्टडी में पाया गया कि जो पुरुष टाइट अंडरवियर और पैंट पहनते हैं, उनके वीर्य की गुणवत्ता ढीले अंडरवियर पहनने वालों की तुलना में कमज़ोर होती है. उदाहरण के लिए, जो पुरुष बॉक्सर पहनते हैं, उनमें टाइट अंडरवियर पहनने वालों की तुलना में शुक्राणुओं की सांद्रता 2.5 प्रतिशत अधिक पाई गई.

इसका मतलब यह नहीं कि आपको अपनी सारी टाइट जींस-पैंट फेंक देना चाहिए. बल्कि हवा और ब्लड फ्लो को सुचारू रखने के लिए ढीले, ज़्यादा हवादार शॉर्ट्स, पैंट और स्कर्ट पहनने को प्राथमिकता दें. अगर आप एक्सरसाइज कर रही हैं, कोई ऐसा काम कर रहे हैं जिसमें अधिक मेहनत करनी पड़े या बाहर बहुत गर्मी हो तो टाइट जींस-पैंट बिल्कुल न पहनें.

कम्पार्टमेंट सिंड्रोम और नर्व डैमेज

टाइट जींस पहनने के सबसे चौंकाने वाले दुष्प्रभावों में से एक 2015 में एक ऑस्ट्रेलियाई महिला का मामला है. दरअसल, सामान पैक करते समय एक 35 साल की महिला बार-बार नीचे (उकड़ूं) बैठ रही थी लेकिन कुछ एक समय बाद वह जमीन पर गिर गई और उसकी टाइट जींस काटकर अलग करनी पड़ी. जानकारी के मुताबिक, वह 4 दिन हॉस्पिटल में रही और उसका रैबडोमायोलिसिस और निचले अंगों की न्यूरोपैथी का ट्रीटमेंट हुआ.

डॉक्टर ने बताया कि उकड़ूं बैठने और बेहद टाइट जींस पहनने के कारण पैर की टिबियल और पेरिनेल नसें डैमेज हो गई थीं जिसके कारण सूजन भी आ गई थी इसके काऱण उसे कम्पार्टमेंट सिंड्रोम नामक एक गंभीर स्थिति पैदा हो गई थी.

यह भले ही मज़ाक जैसा लगे, लेकिन टाइट पैंट सिंड्रोम जिसे स्किनी जीन सिंड्रोम भी कहते हैं, एक वास्तविक समस्या है. इसे मेडिकल रूप से मेराल्जिया पैरेस्थेटिका कहा जाता है और इसमें पेट से जांघ तक जाने वाली लेटरल स्किनी नर्व में नर्व फंस जाती है. इस स्थिति की विशेषता जांघ के बाहरी हिस्से में झुनझुनी, सुन्नता और/या जलन वाला दर्द है.

मुख्य रूप से मोटापे और तंग कपड़ों के कारण, डायबिटीज से पीड़ित लोगों को कभी-कभी मेराल्जिया पेरेस्थेटिका की शिकायत होती है. गर्भावस्था के दौरान कमर के आसपास टाइट पैंट पहनना भी नुकसानदेह हो सकता है. रिसर्च बताती हैं कि गर्भवती महिलाओं में 'टाइट जींस सिंड्रोम' होने का खतरा ज़्यादा होता है.

जोड़ों की समस्या और पीठ दर्द

टाइट जींस-पैंट पहनने से आपकी पीठ के निचले हिस्से और हिप्स के बीच संतुलन बिगड़ सकता है जिससे आपके पोस्चर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. जर्नल ऑफ फिजिकल थेरेपी साइंस में प्रकाशित 2016 की एक स्टडी में पाया गया था कि अध्ययन में पाया गया कि टाइट जींस पहनने से पीठ के निचले हिस्से में अत्यधिक खिंचाव होता है, जिससे टिश्यू और फेशिया पर जरूरत से ज़्यादा खिंचाव पड़ सकता है और आपकी डिस्क पर तनाव बढ़ सकता है.

रिसर्चर्स ने निष्कर्ष निकाला कि 'तंग पैंट पहनने से कमर की रीढ़ और पेल्विक में एब्नार्मल मूमेंट और पोस्चर से मस्कुलोस्केलेटल डिसऑर्डर हो सकता हैं.'

पेट दर्द और डाइजेशन

बहुत टाइट जींस पहनने से जीईआरडी (Gastroesophageal reflux disease) और अन्य हाइटल हर्निया के लक्षण भी बढ़ सकते हैं. टाइट बेल्ट पहनने से पेट में दबाव बढ़ सकता है और दर्द और एसिड रिफ्लक्स हो सकता है और टाइट पैंट भी ऐसा ही कर सकते हैं. टाइट जींस पहनकर आगे की ओर झुकने पर यह स्थिति और भी बदतर हो सकती है. एसिड रिफ्लक्स तब होता है जब पेट का एसिड वापस ग्रासनली (भोजन नली) में चला जाता है, जिससे छाती में जलन और अन्य असुविधाएँ होती हैं

इस बात के कुछ सीमित सबूत हैं कि टाइट फिटिंग वाली जींस भी समस्याएं पैदा कर सकती है. उदाहरण के लिए, द आयरिश मेडिकल जर्नल में पब्लिश 2003 की रिपोर्ट में एक टाइलर का मामला बताया गया था, जिसे टाइट नी पैड पहनने के कारण डीप वेन थ्रोम्बोसिस हो गया था. हालांकि नसों का दबाव डीप वेन थ्रोम्बोसिस का एक अत्यंत दुर्लभ कारण है. रिसर्चर्स ने पाया कि पोपलीटल नस का यह लंबे समय तक दबाव जो पैर से हृदय तक खून ले जाने का मुख्य मार्ग है, थक्के जमने का कारण था.

संक्रमण का ख़तरा

टाइट जींस न सिर्फ़ नसों पर दबाव डालती है, बल्कि सूजन और चकत्ते जैसे त्वचा संक्रमण का कारण भी बन सकती है. लंबे समय तक इन्हें पहनने से जांघों में रक्त संचार बाधित हो सकता है और त्वचा में जलन हो सकती है. कई बार ऐसा जींस या पैंट के मटेरियल की क्वालिटी के कारण भी होता है.

ब्लड फ्लो कम होना

टाइट जींस या पैंट आपके पैरों में ब्लड फ्लो को भी कम कर सकती है जिससे सुन्नता और झुनझुनी हो सकती है. यह खासकर टाइट स्किनी जींस के लिए है जो नसों और ब्लड वेसिल्स पर दबाव डाल सकती है. ब्लड फ्लो में कमी से बचने के लिए, ऐसे पैंट या जींस चुनें जो अधिक टाइट न हों और जिनमें थोड़ा खिंचाव हो. आप ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने के लिए कम्प्रेशन सॉक्स भी पहन सकते हैं.

कैसी जींस पहनना सही होगा?

हालांकि कई फैशन एक्सपर्ट कहते हैं कि स्किनी जींस का ट्रेंड खत्म हो गया है लेकिन हम में से कई लोग अभी भी उन्हें पहनते हैं या वजन बढ़ने के कारण हमारे नॉर्मल जींस भी टाइट हो गए हैं. जींस या पैंट पहनना अच्छा या बुरा नहीं है, बस यह जरूर देखें कि आप आरामदायक महसूस करें और आपको कोई झुनझुनी, दर्द, जलन या सुन्नता महसूस न हो. हमेशा लूज फिटिंग की जींस पहनने और उसके मटेरियल पर ध्यान जरूर दें. जब आप कोई एक्टिविटी कर रहे हों जिस दौरान आपको जींस या पैंट में कंफर्टेबल न लगे, तो इन्हें पहनने से बचें ताकि लोअर बॉडी पर अनावश्यक दवाब न पड़े.

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