अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आतंकी संगठन हमास को 'लास्ट वार्निंग' का तत्काल असर दिखा है. ट्रंप ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा था कि उन्हें तत्काल बातचीत शुरू करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी लोग चाहते हैं कि 'बंधक' घर लौट जाएं. ट्रंप ने हमास को आखिरी चेतावनी देते हुए कहा था कि ये उनकी आखिरी चेतावनी है. इसके बाद हमास ने कहा है कि वे बातचीत की टेबल पर तत्काल बैठने को तैयार हैं.
इजरायल-हमास जंग 7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुई है. लगभग दो साल पूरे होने आए इस जंग से अभूतपूर्व तबाहियां हुई हैं. इस जंग में अब तक 60 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस जंग को बंद करवाने के लिए कई कोशिशों की थी. लेकिन उन्हें कुछ खास कामयाबी नहीं मिल पाई थी. इसके बाद ट्रंप ने अपनी कथित आखिरी वार्निंग दी.
इसके बाद फिर कोई चेतावनी नहीं होगी
ट्रंप ने कहा, "सभी लोग चाहते हैं कि बंधक वापस घर लौटें, सभी चाहते हैं कि ये जंग खत्म हो, इजरायलियों ने मेरी शर्तें मान ली है, अब समय आ गया है कि हमास भी इसे मान ले. मैंने हमास को आगाह किया है कि कि इस ऑफर को न मानने के क्या परिणाम हो सकते हैं, ये मेरी अंतिम चेतावनी है, इसके फिर कोई चेतावनी नहीं होगी."
बातचीत की मेज पर बैठने को तैयार
हमास ने ट्रंप के ऑफर की गंभीरता को समझते हुए तुरंत जवाब दिया, "हम युद्ध समाप्त करने की स्पष्ट घोषणा, गाजा पट्टी से पूरी तरह से सैनिकों की वापसी और गाजा पट्टी को चलाने के लिए स्वतंत्र फिलिस्तीनियों की एक समिति के गठन के बदले सभी कैदियों की रिहाई पर बातचीत के लिए तुरंत बातचीत की मेज पर बैठने को तैयार है."
बयान में कहा गया है, "हमास ऐसे किसी भी कदम का स्वागत करता है जो हमारे लोगों के खिलाफ आक्रामकता को रोकने के प्रयासों में मदद करे." बयान में यह भी कहा गया है कि उसे "अमेरिकी पक्ष से युद्धविराम के उद्देश्य से कुछ सुझाव मिले हैं."
हमास का कहना है कि वह "इन विचारों को हमारी मांगों के अनुरूप एक व्यापक समझौते में बदलने के लिए मध्यस्थों के साथ लगातार संपर्क में है."
ट्रंप ने बंधकों की रिहाई और युद्धविराम के लिए गुप्त बातचीत, कतर जैसे देशों के साथ मध्यस्थता, और सार्वजनिक चेतावनियों के जरिए प्रयास किए
राष्ट्रपति ट्रंप ने बंधकों की रिहाई और युद्धविराम के लिए गुप्त बातचीत, कतर जैसे देशों के साथ मध्यस्थता और सार्वजनिक चेतावनियों के जरिए प्रयास किए हैं. हालांकि इसका अबतक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है.
हमास के कब्जे में कितने बंधक
सितंबर 2025 तक हमास और अन्य फिलिस्तीनी आतंकवादी समूहों द्वारा गाजा में कुल 48 बंधकों को बंधक बनाकर रखा गया है, जिनमें से 20 के जीवित होने की संभावना है. इनमें से अधिकांश इजरायली हैं, जिनमें दोहरी अमेरिकी-इजरायली दोहरी नागरिकता वाले व्यक्ति, एक थाई और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं.
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