पाइल्स की खुलकर बात करना बहुत शर्मनाक है. यह बीमारी होने पर लोग न तो अपने आसपास के लोगों को बताते हैं और न ही डॉक्टर के पास जाते हैं. बवासीर भी एक नाम है जो पाइल्स को बताता है. पाइल्स होने पर मरीज के एनस के अंदर और बाहर सूजन होती है.
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पाइल्स एक ऐसी समस्या है जिसमें आपकी अनस और लोअर रेक्टम की नसों में सूजन आ जाती है. पाइल्स को बवासीर के नाम से भी जाना जाता हैं. इससे दर्द , खुजली और ब्लीडिंग हो सकती है. पाइल्स होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कब्ज, प्रेग्नेंसी, मोटापा, ज्यादा समय तक एक ही जगह पर बैठे रहना और कम फाइबर वाली डाइट लेना.
फ्रूट्स भी पाइल्स की समस्या में एक बड़ा योगदान करते हैं. कुछ फलों को खाने से पाइल्स की दिक्कत बढ़ जाती है जबकि कुछ को खाने से पाइल्स की समस्या को कम किया जा सकता है.
आमतौर पर फल हेल्दी होते हैं, लेकिन पाइल्स होने पर सही फल का चुनाव करना जरूरी माना जाता है क्योंकि कुछ फल ब्लीडिंग, दर्द और कब्ज की समस्या को बढ़ा सकते हैं.
पाइल्स के लिए फायदेमंद फल-
अनार- इसमें कूलिंग प्रॉपर्टीज और कसेला स्वाद होता है जो खून की नसों को मजबूत करता है, ब्लीडिंग और सूजन को कम करता है. इसकी एंटीऑक्सीडेंट्स और टैनिन नसों की मजबूती बढ़ाते हैं.
काले अंगूर- आयुर्वेद में पाइल्स के लिए लाभकारी, काले अंगूर में फ्लोनोइड्स होते हैं जो नसों की सेहत सुधारते हैं और रक्तस्राव रोकते हैं.
आंवला- विटामिन सी से भरपूर, यह नसों की झिल्ली को रिपेयर करता है, इंटरनल ब्लीडिंग और जलन कम करता है.
दर्द में राहत देने वाले फल -
पका हुआ पपीता- इसमें पपन नाम का एंजाइम सूजन घटाता है और मल को सॉफ्ट बनाकर बाथरूम में दर्द कम करता है.
तरबूज और खरबूजा- हाई वॉटर कंटेंट के कारण ये शरीर को हाइड्रेट करते हैं और बॉडी हीट कम कर जलन एवं दर्द घटाते हैं.
नारियल पानी- आयुर्वेद में पाइल्स के दर्द और जलन को ठंडा करने में लाभकारी.
कॉन्स्टिपेशन (कब्ज) को कम करने वाले फल-
अंजीर- सॉल्यूबल और इनसॉल्यूबल फाइबर से भरपूर, यह कब्ज दूर करने में मदद करता है. भीगे हुए अंजीर प्राकृतिक लैक्सेटिव की तरह काम करते हैं.
पका हुआ केला- सॉफ्ट स्टूल बनाने में मदद करता है और कब्ज दूर करता है. आयुर्वेद में इसे कूलिंग फल माना गया है जो कब्ज और दर्द दोनों में राहत देता है.
नाशपाती- इसमें हाई फाइबर होता है जो कब्ज दूर करता है, मल सॉफ्ट बनाने में मदद करता है और पाइल्स से दबाव कम करता है.
नुकसानदेह फल जो पाइल्स में नहीं खाने चाहिए-
कच्चा आम- आयुर्वेद के अनुसार यह अत्यंत एसिडिक और गर्म होता है, जिससे ब्लीडिंग बढ़ सकती है. आम के अचार, पन्ना आदि से भी बचना चाहिए.
खट्टे फल (नींबू, ऑरेंज, मौसंबी)- ये शरीर में एसिडिटी बढ़ाकर ब्लीडिंग और जलन बढ़ा सकते हैं इसलिए इन्हें पाइल्स में कम मात्रा में ही लेना चाहिए.
लीची- यह बॉडी में गर्मी बढ़ाता है, जिससे पाइल्स की समस्या बढ़ सकती है.
इमली- ज्यादा एसिडिटी देने वाली यह फल पाचन तंत्र की सूजन और पाइल्स के दर्द को बढ़ावा देती है.
कच्चा केला- इससे कब्ज बढ़ता है, इसलिए पका हुआ केला ही उपयोग करें.
जामुन- यह स्टूल को ड्राई कर सकता है, जिससे पाइल्स में दर्द व तकलीफ बढ़ सकती है.
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