पीटर मुखर्जी के बेटों ने मां के गहने और 7 करोड़ रुपये हड़पे... इंद्राणी की बेटी ने कोर्ट में किया दावा

6 days ago 1

मुंबई की एक ट्रायल कोर्ट में मंगलवार को शीना बोरा मर्डर केस की अहम गवाह विधी मुखर्जी ने कई चौंकाने वाले बयान दिए. उन्होंने कहा कि शीना ने खुद को उनकी बहन के रूप में इंट्रोड्यूस कराया था, लेकिन उनकी मां इंद्राणी मुखर्जी ने कभी यह नहीं बताया कि शीना उनकी बेटी है. सीबीआई का आरोप है कि इंद्राणी ने अपनी पहली संतान शीना को अपनी बहन बताकर अपनी पुरानी जिंदगी छिपाने की कोशिश की थी.

विधि ने दावा किया कि अगर ऐसे फर्जी बयान बने हैं तो इसके पीछे गलत मंशा रही होगी. विधी का कहना था कि उन्हें पुलिस ने ब्लैंक पेपर्स पर साइन करने के लिए कहा और यह सब उनके माता-पिता को फंसाने के लिए किया गया.

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विधी ने कोर्ट को बताया कि 2015 में इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल और रबिन मुखर्जी ने उनकी मां के करोड़ों रुपये के गहने और बैंक खातों से सात करोड़ से अधिक की रकम हड़प ली. उन्होंने कहा कि ANZ बैंक और UK स्थित Natwest बैंक के अकाउंट से पैसा ट्रांसफर कर दिया गया और पासवर्ड बदलकर उनकी मां को बाहर कर दिया गया.

गोवा में एक फैमिली फंक्शन में शीना को देखा

विधी, सीबीआई की तरफ से पेश की गई गवाह हैं और मंगलवार को इंद्राणी के वकील रंजीत सांगले ने उनका क्रॉस एग्जामिनेशन किया. उन्होंने अदालत को बताया कि शुरू में इंद्राणी और शीना के रिश्ते काफी नजदीकी थे और घर का माहौल शांत था, लेकिन हालात तब बिगड़े जब राहुल मुखर्जी घर में आने लगे. शीना और राहुल के बीच रोमांटिक रिश्ता शुरू होने के बाद झगड़े बढ़े. विधी ने यह भी कहा कि राहुल और शीना नशे का सेवन करने लगे थे, जिससे परिवार में तनाव और गहरा गया.

विधी ने कोर्ट में बताया कि उन्होंने शीना को आखिरी बार 2011 में गोवा में एक फैमिली फंक्शन में देखा था. इसके बाद उन्होंने कॉन्टैक्ट तोड़ दिया, हालांकि 2013 तक शीना के ईमेल उन्हें मिलते रहे. उन्होंने कहा कि न तो खार पुलिस और न ही सीबीआई ने उनका बयान आधिकारिक रूप से रिकॉर्ड किया. बल्कि उनसे ब्लैंक शीट और कुछ डॉक्युमेंट्स पर साइन करवाए गए. उनका आरोप है कि उनके नाम से झूठे और फर्जी बयान तैयार किए गए.

इंद्राणी सख्त मां थीं, लेकिन कभी हिंसक या आक्रामक नहीं थीं- विधी

विधी का आरोप है कि यह सब इंद्राणी को जेल से बाहर आने से रोकने और उन पर गलत आरोप लगाने के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि इंद्राणी सख्त मां थीं, लेकिन कभी हिंसक या आक्रामक नहीं थीं. उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इंद्राणी की गिरफ्तारी के तुरंत बाद, उन्हें घर और पैतृक संपत्ति से बेदखल कर दिया गया. पीटर मुखर्जी ने उनकी वसीयत से उनका नाम हटा दिया और एक फ्लैट का ट्रांसफर भी रोक दिया.

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विधी ने यह भी बताया कि उन्होंने 2021 में "डेविल्स डाउटर" नाम की किताब लिखी थी, लेकिन अब वे उसकी सामग्री से खुद को अलग कर रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर मौका मिलता तो वह किताब कभी नहीं लिखतीं. इंद्राणी को 2022 में बेल मिल गई थी. विधी का बुधवार को क्रॉस एग्जामिनेशन आगे जारी रहेगा.

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