ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. आठ महीने से लापता 22 वर्षीय महिला की गुमशुदगी की गुत्थी आखिरकार हत्या में बदल गई. पुलिस ने शुक्रवार को खुर्दा जिले के तपंग इलाके की एक खाली पड़ी पत्थर की खदान से उसका कंकाल बरामद किया. इस पूरे मामले में महिला के प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसने पूछताछ में अपना गुनाह स्वीकार कर लिया.
भुवनेश्वर-कटक पुलिस आयुक्त एस देव दत्ता सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान 26 वर्षीय देबाशीष बिसोई के रूप में हुई है. वो पेशे से इलेक्ट्रिशियन है और भुवनेश्वर में ही काम करता है. मृतका निरुपमा परिदा भरतपुर में एक व्यवसायी के घर पर केयरटेकर के तौर पर काम करती थी. वो 24 जनवरी से अचानक लापता हो गई. इसके बाद 27 जनवरी को भरतपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि निरुपमा और देबाशीष के बीच प्रेम संबंध थे. लेकिन आरोपी को शक था कि निरुपमा उसे धोखा दे रही है और किसी और के साथ जुड़ गई है. इसी शक ने रिश्ते को खौफनाक मोड़ दे दिया. 24 जनवरी की शाम देबाशीष उसे बहाने से तपंग इलाके में लेकर गया और वहीं गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद शव को पत्थर की खदान में फेंक दिया, जो वक्त के साथ जलाशय में बदल चुकी थी.
Basing on the Missing report at Bharatpur PS, Bhubaneswar UPD dt- 27.01.2025, Commissionerate Police utilizing both human intelligence and technical analysis unearthed the murder case accused namely Debashis Bisoi (27) of Naragada, P.S – Tamando, District – Khurda (BBSR UPD).… pic.twitter.com/9S4VCe9TDi
— COMMISSIONERATE POLICE (@cpbbsrctc) September 6, 2025वारदात के बाद आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की थी. उसने एक चाल चली. हत्या के बाद भी निरुपमा का मोबाइल फोन थोड़ी देर के लिए चालू कर दिया, ताकि लगे कि वो दूर निकल गई है. इस वजह से शुरुआती जांच बेहद पेचीदा हो गई. न शव मिला और न कोई ठोस सुराग. पुलिस ने हार नहीं मानी. लगातार जांच और सबूतों के बारीक विश्लेषण के बाद पुलिस की सुई आखिरकार देबाशीष तक जा पहुंची.
भुवनेश्वर डीसीपी जगमोहन मीणा ने बताया कि पूछताछ में आरोपी टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसकी निशानदेही पर शुक्रवार को पत्थर की खदान से निरुपमा का कंकाल बरामद किया गया. पुलिस ने आरोपी के पास से मृतका का मोबाइल फोन, उसका एटीएम कार्ड, उसके भाई का मोबाइल फोन, हत्या में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल और कुछ अन्य सामान भी जब्त किए हैं.
आठ महीने पुरानी गुमशुदगी की यह गुत्थी आखिरकार सुलझ गई, लेकिन इसका सच किसी खौफनाक क्राइम थ्रिलर से कम नहीं निकला. प्रेम संबंधों में शक ने एक मासूम जान ले ली और आरोपी प्रेमी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. पुलिस अब इस मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करने की कोशिश में हैं, ताकि आरोपी अदालत में पेश करके उचित दंड दिलाया जा सके और पीड़िता को न्याय मिले.
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