Team India playing XI Edgbaston: भारत-इंग्लैंड के बीच बुधवार (2 जुलाई) से दूसरा टेस्ट एजबेस्टन में शुरू हो रहा है. सीरीज की शुरुआत हेडिंग्ले से हुई, जहां लगातार 7वें टेस्ट में बाद में (दूसरी पारी में) बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की.
अब मुकाबला एजबेस्टन में है, जो एक और "बॉलिंग-फर्स्ट" (पहले गेंदबाजी करने वाली) पिच मानी जाती है. यहां खेले गए पिछले चार टेस्ट मैचों में दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम विजयी रही है, जिसमें 2022 में इंग्लैंड द्वारा भारत के खिलाफ की गई अपनी अब तक की सबसे बड़ी सफल रनचेज भी शामिल है.
टीम इंडिया ने अपने पिछले 9 टेस्ट मैचों में सिर्फ 1 ही मैच जीता है. ऐसी खराब स्थिति भारत की टेस्ट क्रिकेट में करीब एक दशक पहले देखी गई थी. तब 2014 में साउथैम्प्टन से लेकर 2015 में गॉल तक भारत लगातार 9 टेस्ट मैचों में जीत नहीं पाया था.
उस समय टीम इंडिया बदलाव के दौर से गुजर रही थी. आज भी कुछ वैसा ही हाल है. तब भी कई ऐसे मौके आए थे जब भारत मजबूत स्थिति में था लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाया. 2015 में गॉल टेस्ट में भारत एक ऐसा मैच हार गया था जिसे लगभग जीत चुका था. अब हाल ही में हेडिंग्ले (लीड्स) में भी कुछ ऐसा ही हुआ. एक मजबूत स्थिति से भारत मैच हार गया.
— BCCI (@BCCI) July 1, 2025इन दोनों दौर में काफी समानताएं हैं, कैसे तो वो समझते हैं....
लेकिन फर्क ये भी है कि 2014-15 का दौर अब बीते समय की बात है और हम जानते हैं कि भारत ने उसके बाद किस तरह वापसी की थी. तब भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में 1-0 से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी की थी और 2-1 से सीरीज जीती थी. इसके बाद भारत का टेस्ट क्रिकेट में सबसे सफल दशक शुरू हुआ था.
अब हम 2024-25 में हैं. ये वक्त हम जी रहे हैं और आगे क्या होगा, ये कोई नहीं जानता. लेकिन एक बात तय है... भारत की अगली कहानी की शुरुआत एजबेस्टन (बर्मिंघम) से होगी. ये वही मैदान है जहां भारत ने अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं जीता है. यहां भारत ने 8 बार खेला लेकिन जीत नहीं मिली. पिछली बार तीन साल पहले भारत यहां जीत के करीब था, लेकिन जो रूट और जॉनी बेयरस्टो की शानदार पारियों ने इंग्लैंड को ऐतिहासिक जीत दिला दी थी.
वो टेस्ट मैच इंग्लैंड के लिए खास था क्योंकि ये बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम की कोचिंग में लगातार चौथी जीत थी. इसके बाद इंग्लैंड के सफर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन बैजबॉल (Bazball) नाम की उनकी आक्रामक टेस्ट क्रिकेट शैली ने ये साबित कर दिया कि जब हालात उनके हिसाब से होते हैं, तो वो किसी भी टीम पर जबरदस्त दबाव बना सकते हैं.
कैसा होगा टीम इंडिया का सेलेक्शन?
एजबेस्टन में भारत पिच, मौसम या ड्यूक्स बॉल जैसी चीजों को तो कंट्रोल नहीं कर सकता. लेकिन टीम सेलेक्शन भारत के हाथ में है. ये देखना दिलचस्प होगा कि भारत जसप्रीत बुमराह को खिलाएगा या नहीं, खासकर जब वो चार में से सिर्फ दो टेस्ट खेलने वाले हैं. साथ ही ये भी सवाल है कि भारत अपनी बल्लेबाजी गहराई छोड़कर कुलदीप यादव को मौका देगा या नहीं. कुलदीप भारत के स्क्वाड में मौजूद एक और वर्ल्ड-क्लास विकेट टेकर हैं.
याद दिला दें कि इसी साल भारत में, जब इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भारत 1-0 से पीछे था, तब कुलदीप को टीम में शामिल करने का बड़ा फैसला लिया गया था. इससे भारत की गेंदबाजी मजबूत हुई और इंग्लैंड को बैजबॉल का मुकाबला भारत के बेस्ट बॉलिंग अटैक से करना पड़ा. 2014-15 की लगातार 9 टेस्ट मैचों की हार के बाद भी भारत ने इसी तरह सोच में बदलाव किया था और सफलता पाई थी.
अब 2025 में भी जब भारत एक जैसे हालात से गुजर रहा है, तो सवाल है कि इस बार टीम इंडिया कैसी रणनीति अपनाएगी. कुल मिलाकर ऑलराउंडर की जगह कुलदीप यादव को खिलाना महत्वपूर्ण हो सकता है. रवींद्र जडेजा को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करने की जरूरत है वहीं भारत को सीरीज में वापसी करने के लिए जसप्रीत बुमराह को मैदान में उतारना ही होगा.
शुभमन गिल ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम इंडिया के चयन को लेकर साफ तौर पर कुछ नहीं कहा. उन्होंने बस इतना बताया कि जसप्रीत बुमराह उपलब्ध है, लेकिन ये तय नहीं है कि वो खेलेंगे या नहीं. गिल ने कहा कि टीम अंतिम फैसला एजबास्टन की पिच और मौसम को आखिरी बार देखने के बाद ही लेगी.
गिल ने ये भी माना कि हेडिंग्ले टेस्ट की दूसरी पारी में शायद भारत को एक और स्पिनर की कमी महसूस हुई थी. उन्होंने इशारा दिया कि इस मैच में टीम एक और स्पिनर के साथ जा सकती है. लेकिन ये नहीं बताया कि वो विकेट लेने वाले कुलदीप यादव होंगे या फिर ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर.
एजबेस्टन के लिए संभावित भारतीय टीम: यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), करुण नायर, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर/कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह/अर्शदीप सिंह/आकाश दीप, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा
दूसरी ओर जोफ्रा आर्चर की टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय से वापसी कम से कम एक मैच के लिए टल गई है, इसलिए इंग्लैंड ने एजबेस्टन के लिए अपरिवर्तित प्लेइंग XI की घोषणा की है.
एजबेस्टन में इंग्लैंड की प्लेइंग 11: जैक क्राउली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, हैरी ब्रूक , बेन स्टोक्स (कप्तान), जेमी स्मिथ (विकेट कीपर), क्रिस वोक्स, ब्रायडन कार्स, जोश टंग, शोएब बशीर