उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (SSB) और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक तस्कर को 35 लाख रुपये मूल्य की स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया है. आरोपी की पहचान शाह आलम अंसारी (30) के रूप में हुई है, जो महाराजगंज जिले का ही निवासी है.
नौतनवा के सर्किल अधिकारी जय प्रकाश त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को सोनौली थाना क्षेत्र के दंडा हेड ब्रिज के पास भारत से नेपाल की ओर जाने वाले रास्ते पर रुटीन चेकिंग के दौरान शाह आलम को रोका गया. तलाशी के दौरान उसके पास से 23 ग्राम स्मैक बरामद की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 35 लाख रुपये आंकी गई है.
पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वह इलाके में युवाओं को नशे का सामान बेचता है और वह इस नेटवर्क का प्रमुख सप्लायर है. उसकी गिरफ्तारी से इलाके में फैले नशे के अवैध कारोबार को रोकने में बड़ी सफलता मानी जा रही है.
शाह आलम अंसारी के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेज (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी के संपर्क में और कौन-कौन लोग हैं और उसकी सप्लाई चेन कितनी दूर तक फैली हुई है.
भारत-नेपाल सीमा लंबे समय से नशा और तस्करी के लिए संवेदनशील मानी जाती रही है. सुरक्षा एजेंसियों द्वारा लगातार निगरानी और चेकिंग के बावजूद तस्करों की गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. हालांकि, एसएसबी और पुलिस की यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन इस दिशा में पूरी सक्रियता से काम कर रहा है.
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