कॉन्स्टेबल को पुलिस स्टेशन के पीछे एक स्थान पर बुलाया गया, जहां उसने रिश्वत के पैसे अपने हाथ में ले लिए. जैसे ही उसने नकदी ली, पास में छिपे भ्रष्टाचार निरोधक दल के सदस्यों ने उसे पकड़ लिया.
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सांकेतिक फोटो
उत्तर प्रदेश के मथुरा के गोविंद नगर थाने में तैनात एक पुलिस कॉन्स्टेबल को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया. इसकी जानकारी शुक्रवार को एक पुलिस अधिकारी ने दी. अब आरोपी कॉन्स्टेबल को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मामले में पुलिस अधीक्षक, शहर, राजीव कुमार सिंह ने बताया कि कॉन्स्टेबल शुभम चौहान ने गोविंद नगर इलाके में अपना वाहन चलाने के लिए स्थानीय ई-रिक्शा चालक संजू ठाकुर से 20,000 रुपये की मासिक रिश्वत मांगी थी.
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परेशान महसूस करते हुए संजू ठाकुर ने भ्रष्टाचार निरोधक विभाग से संपर्क किया और कॉन्स्टेबल शुभम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जो मूल रूप से शामली का रहने वाला है. उसे पकड़ने की योजना के तहत पुलिस ने ई-रिक्शा चालक संजू ठाकुर को केमिकल लगे नोट दिए. ताकि कॉन्स्टेबल द्वारा वो नोट पकड़ने पर कलर उसके साथ में छूट जाए और वो रंगेहाथ पकड़ा जाए.
बीते गुरुवार को कॉन्स्टेबल को पुलिस स्टेशन के पीछे एक स्थान पर बुलाया गया, जहां उसने रिश्वत के पैसे अपने हाथ में ले लिए. जैसे ही उसने नकदी ली, पास में छिपे भ्रष्टाचार निरोधक दल के सदस्यों ने उसे पकड़ लिया. जब उसके हाथ पानी से धुलवाए गए तो नोटों पर लगे केमिकल के कारण वे लाल और गुलाबी हो गए, जो इस बात का सबूत है कि उसने नकदी ली थी.
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पांच साल पहले पुलिस में भर्ती हुए शुभम चौहान के खिलाफ फराह थाने में मामला दर्ज किया गया है. उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया. अब उसे जेल भेजा जा रहा है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि आरोपी कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
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